कोरोना वायरस से बचाव के लिए WHO ने खान-पान को लेकर जारी की गाइडलाइन, इन बातों का जरूर रखें ध्यान

कोरोना से बचने के लिए सबसे ज्यादा सफाई पर ध्यान देने की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक साफ-सफाई का विशेष ध्यान रख इस वायरस से मुकाबला किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं कि WHO ने खान-पान को लेकर क्या गाइडलाइन जारी की है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कोरोना वायरस को लेकर जैसे जैसे जानकारी समाने आ रही है, सरकार और स्वास्थ्य संगठनों की तरफ से लोगों को उससे बचने के उपाय बताए जा रहे हैं। खाने-पीने से लेकर साफ-सफाई तक के लिए दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तरफ से फूड सेफ्टी को लेकर कुछ और टिप्स दिए गए हैं। साथ ही यह बताया गया है कि यह क्यों जरूरी है।

कोरोना से बचने के लिए सबसे ज्यादा सफाई पर ध्यान देने की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक साफ-सफाई का विशेष ध्यान रख इस वायरस से मुकाबला किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं कि WHO ने खान-पान को लेकर क्या गाइडलाइन जारी की है।

खाना बनाने या कोई भी खाद्य सामग्री छूने से पहले हाथों को अच्छी तरह साफ कर लें। टॉयलेट के बाद हाथों को अच्छे से धोएं। खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सारी सतह को अच्छे से धोएं और सैनिटाइज कर लें। किचन एरिया को किसी भी तरह के कीड़े-मकोड़े और जानवरों से दूर रखें।

अधिकांश सूक्ष्मजीव बीमारी का कारण नहीं होते हैं लेकिन गंदी जगहों, पानी और जानवरों में खतरनाक सूक्ष्मजीव व्यापक रूप से पाए जाते हैं। यह सूक्ष्मजीव बर्तन पोंछने, किचन के अन्य कपड़ों और कटिंग बोर्ड में आसानी से आ जाते हैं जो हाथों के जरिए खानों में पहुंच सकते हैं। इससे कई तरह के खाद्य जनित रोग हो सकते हैं।


कच्चे मीट, चिकन या सी फूड्स को अन्य खाद्य पदार्थों से दूर रखें। कच्चे भोजन के लिए सामग्री और बर्तन अलग रखें। कच्चे भोजन में इस्तेमाल होने वाले कटिंग बोर्ड्स और चाकू का इस्तेमाल फिर दूसरा खाना बनाने में ना करें। कच्चे और पके भोजन के बीच दूरी बनाने के लिए उन्हें किसी बंद बर्तन में रखें।

कच्चे भोजन, विशेष रूप से मांस, पोल्ट्री, सी फूड्स और उनके जूस में खतरनाक सूक्ष्मजीव हो सकते हैं। खाना बनाने के दौरान यह एक से दूसरे भोजन में भी जा सकते हैं इसलिए इन्हें अलग-अलग रखना जरूरी है।

खाना अच्छी तरह से पकाएं खासतौर से मीट, अंडे, पोल्ट्री और सी फूड्स। इन्हें 70 डिग्री सेल्सियस पर धीरे-धीरे उबालकर अच्छे से पकाएं। इनका सूप बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि यह गुलाबी रंग का ना दिखे। यह पकने के बाद बिल्कुल साफ दिखना चाहिए। तापमान चेक करने के लिए आप थर्मामीटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। पके हुए भोजन को खाने से पहले एक बार फिर से अच्छे से गर्म करें।

अच्छी तरह खाना पकाने से सारे कीटाणु मर जाते हैं। स्टडी से पता चलता है कि 70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पका खाना खाने में सुरक्षित होता है। खाना पकाने में जिन पर खास ध्यान देने की जरूरत है वो हैं कीमा, मीट और पोल्ट्री फूड।

कमरे के तापमान पर पके हुए खाने को 2 घंटे से अधिक न छोड़ें। पके हुए खाने को उचित तापमान पर फ्रिज में रखें। भोजन परोसने से पहले उसे कम से कम 60 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अच्छे से गर्म करें। खाने को फ्रिज में बहुत देर तक ना रखें।


कमरे के तापमान पर रखे खाने में सूक्ष्मजीव बहुत तेजी से बढ़ते हैं। 5 डिग्री से कम और 60 डिग्री से ज्यादा तापमान में यह सूक्ष्मजीव पनपने बंद हो जाते हैं हालांकि कुछ खतरनाक कीटाणु 5 डिग्री से भी कम तापमान पर बढ़ते हैं।

पीने और खाने बनाने में हमेशा साफ पानी का इस्तेमाल करें। हो सके तो पानी को पीने से पहले उबाल लें। सब्जियों और फलों को अच्छे से धोएं। ताजा और पौष्टिक खाद्य पदार्थों लें। सुरक्षा के लिहाज से पाश्चराइज्ड मिल्क बेहतर होते हैं। एक्सपायरी डेट से आगे के खाने का इस्तेमाल ना करें।

कच्चे सामग्री यहां तक कि पानी और बर्फ में भी कई बार खतरनाक सूक्ष्मजीव पाए जाते हैं जो पानी को जहरीला बना देते हैं। कच्चे खाद्य पदार्थों की खरीदारी सावधानी से करें और उन्हें अच्छे से धोकर ही छीलें या काटें। इससे ये कीटाणुरहित हो जाते हैं।

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Published: 11 May 2020, 2:00 PM