पाकिस्तान में सियासी संकट! गिर जाएगी इमरान खान की सरकार? अविश्वास प्रस्ताव पर थोड़ी देर में वोटिंग

सत्र में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शाहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो जरदारी संसद भवन पहुंच चुके हैं। वहीं अन्य सांसदों का भी नेशनल असेंबली पहुंचना शुरू हो गया है

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। वो इसलिए क्योंकि कुछ ही देर में पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। हालांकि, लड़ाई के बिना इमरान खान के सत्ता छोड़ने की संभावना नहीं है। उन्होंने और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने संसद में ‘धमकी देने वाले’ केबल या उसकी सामग्री को पेश करने और स्पीकर को इस मुद्दे पर बहस करने के लिए मजबूर करने की धमकी दी है।

द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी दलों का कहना है कि उनके पास इमरान खान के खिलाफ पर्याप्त बहुमत है और उन्हें सरकार गिराने के लिए पीटीआई के बागियों की जरूरत भी नहीं पड़ने वाली है। उधर, विपक्षी दलों ने शहबाज शरीफ को अपना प्रधानमंत्री उम्मीदवार चुना है। दरअसल, पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली संसद में बहुमत का आंकड़ा 172 है और इमरान की पार्टी पीटीआई इससे काफी दूर नजर आ रही है। इसी सत्र में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शाहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो जरदारी संसद भवन पहुंच चुके हैं। वहीं अन्य सांसदों का भी नेशनल असेंबली पहुंचना शुरू हो गया है।

इससे पहले शुक्रवार की रात एआरवाई न्यूज से बात करते हुए, पाकिस्तानी सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि, भले ही अविश्वास प्रस्ताव एजेंडे में है, लेकिन, शनिवार को मतदान नहीं होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जहां सुप्रीम कोर्ट ने 9 अप्रैल को बुलाए गए सत्र में मतदान कराने का निर्देश दिया था, इसका मतलब यह नहीं है कि यह उसी तारीख को होगा। वहीं, पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकारों का मानना है कि, इमरान खान अभी और भी चालें चल सकते हैं और इमरान खान का साफ मकसद है, कि वो संसद के अंदर इस तरह से खुद को 'जलील' नहीं करना चाह रहे हैं।पाकिस्तान के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। वो इसलिए क्योंकि कुछ ही देर में पाकिस्तान संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। हालांकि, लड़ाई के बिना इमरान खान के सत्ता छोड़ने की संभावना नहीं है। उन्होंने और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने विधानसभा में ‘धमकी देने वाले’ केबल या उसकी सामग्री को पेश करने और स्पीकर को इस मुद्दे पर बहस करने के लिए मजबूर करने की धमकी दी है।

द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी दलों का कहना है कि उनके पास इमरान खान के खिलाफ पर्याप्त बहुमत है और उन्हें सरकार गिराने के लिए पीटीआई के बागियों की जरूरत भी नहीं पड़ने वाली है। उधर, विपक्षी दलों ने शहबाज शरीफ को अपना प्रधानमंत्री उम्मीदवार चुना है। दरअसल, पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली संसद में बहुमत का आंकड़ा 172 है और इमरान की पार्टी पीटीआई इससे काफी दूर नजर आ रही है।

इससे पहले शुक्रवार की रात एआरवाई न्यूज से बात करते हुए, पाकिस्तानी सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि, भले ही अविश्वास प्रस्ताव एजेंडे में है, लेकिन, शनिवार को मतदान नहीं होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जहां सुप्रीम कोर्ट ने 9 अप्रैल को बुलाए गए सत्र में मतदान कराने का निर्देश दिया था, इसका मतलब यह नहीं है कि यह उसी तारीख को होगा। वहीं, पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकारों का मानना है कि, इमरान खान अभी और भी चालें चल सकते हैं और इमरान खान का साफ मकसद है, कि वो संसद के अंदर इस तरह से खुद को 'जलील' नहीं करना चाह रहे हैं।

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