इजरायल-हमास जंग का यूक्रेन युद्ध जैसा होगा हाल? नेतन्याहू के इस बयान से इजरायलियों की उम्मीदों पर फिरा पानी!

हमास से इजरायल का जंग कितना लंबा चल सकता है, इस संबंध में प्रधानमंत्री नेनत्याहू ने बड़ा बयान दिया है। नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में युद्ध "लंबा और कठिन" होगा।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को 20 दिनों से ज्यादा का समय बीत चुका है। कल तक जो लोग यह दावे कर रहे थे कि यह जंग चंद दिनों में खत्म हो जाएगी और इजरायल गाजा पट्टी पर बमबारी कर हमास को उखाड़ फेंकेगा। वही लोग अब यह सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर यह जंग कितने दिनों या फिर कितने महीनों तक खिंचने वाली है। सवाल यह है कि क्या इजरायल-हमास जंग का हाल भी यूक्रेन युद्ध जैसा होने वाला है? क्या यह जंग भी महीनों या फिर सालों तक चलने वाली है? यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है कि क्योंकि इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने इस बयान के साथ ही जल्द जंग खत्म होने के इजरायलियों की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है।

हमास से इजरायल का जंग कितना खिंच सकता है, इस संबंध में प्रधानमंत्री नेनत्याहू ने बड़ा बयान दिया है। नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में युद्ध "लंबा और कठिन" होगा, उन्होंने कहा कि वह बंदियों को सुरक्षित घर लाने के लिए सब कुछ करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि इजरायल की सेना युद्ध के अगले चरण में है। नेतन्याहू के इस बयान से यह साफ हो गया है कि हमास से जारी जांग जल्द खत्म होने वाली नहीं है। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि उन्हें हमास की ओर से युद्ध के इरादों के बारे में कभी चेतावनी नहीं दी गई थी।

इजरायली बंधक कब तक हमास के कब्जे से रिहा होंगे। इसे लेकर नेतन्याहू ने कोई समय नहीं दिया। उन्होंने बस इतना कहा है कि जल्द ही बंधक छुड़ा लिए जाएंगे। उधर, इजरायल की जनता सड़क पर उतर आई है। वह लगातार नेतन्याहू से यह मांग कर रही है कि हमास के कब्जे से उनके परिजनों को जल्द से जल्द छुड़ाया जाए। हमास 7 अक्टूबर को बंधक बनाए गए लोगों की अदला-बदली करने के लिए इजरायली हिरासत केंद्रों में बंद सभी फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, इजरायली बंधकों के परिवारों ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस सौदे को पूरे इजरायल से व्यापक समर्थन प्राप्त है, क्योंकि उन्होंने "अब सभी को घर लाओ" की मांग की।

शनिवार शाम को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में रोमी गोनेन की मां मीराव लेशेम गोनेन ने बंधकों के परिवारों की ओर से कहा, "हमने स्पष्ट रूप से बात की और बिना किसी अनिश्चित शब्दों के प्रधानमंत्री को स्पष्ट कर दिया कि एक व्यापक समझौता हर किसी के लिए सिद्धांत एक ऐसा सौदा है, जिस पर परिवार विचार करेंगे और इसे पूरे इज़राइल का समर्थन प्राप्त है।"


उन्होंने कहा, "हम एक स्पष्ट मांग के साथ आए थे कि सैन्य कार्रवाई में बंधकों और लापता लोगों के भाग्य को ध्यान में रखा जाए और कोई भी कदम हमारे प्रियजनों की भलाई को ध्यान में रखकर उठाया जाए।"

मीराव ने कहा, "यह हमारे लिए बहुत कठिन है। तीन सप्ताह हो गए हैं जब से हमें पता चला है कि हमारे प्रियजनों का क्या हुआ है। हम सभी ने टैंकों के अंदर जाने के बारे में सुना है और हम सभी चिंतित हैं। हम प्रधानमंत्री के साथ बैठक में आए थे। आज रात इन भावनाओं के साथ मंत्री बनें। हम यहां यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि हम जो मांग कर रहे हैं वह पूरा हो।"

अल्मोग सरुसी के पिता इगल सरुसी ने कहा, "हमारे सामने एक क्रूर दुश्मन है। हर किसी के लिए सौदा स्वीकार्य है और हमें उम्मीद है कि यह जल्द ही अमल में आएगा।"

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