दुनियाः यमन में अमेरिकी-ब्रिटिश हमलों में 16 नागरिकों की मौत और पाकिस्तानी पीएम शरीफ अगले हफ्ते चीन जाएंगे

मिस्र ने रफा क्रॉसिंग को फिर से खोलने के लिए इजरायल के साथ किसी भी सहमति से इनकार किया है।यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर खार्किव में रूसी मिसाइल हमलों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

यमन में अमेरिकी-ब्रिटिश हमलों में 16 नागरिकों की मौत
यमन में अमेरिकी-ब्रिटिश हमलों में 16 नागरिकों की मौत
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नवजीवन डेस्क

यमन में अमेरिकी-ब्रिटिश हमलों में 16 नागरिकों की मौतः हौथी

यमन के हौथी आतंकियों ने दावा किया है कि अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन के तटीय प्रांत होदेइदाह में कई हवाई हमले किए, जिनमें 16 नागरिक मारे गए। अल-मसीरा टीवी ने शुक्रवार को मिलिशिया नियंत्रित प्रांत के एक स्थानीय अधिकारी के हवाले से बताया, "रात भर हुए हमलों में कम से कम 34 अन्य घायल हो गए। हमलों का लक्ष्य होदेइदाह में प्रांतीय रेडियो भवन और अल-सलीफ बंदरगाह था।"

अमेरिकी सेना ने कहा, "उसकी सेना ने गुरुवार को यमन के हौथी-नियंत्रित इलाकों और लाल सागर में आठ मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) को नष्ट कर दिया।" सेंट्रल कमांड ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने भी 13 हौथी ठिकानों पर हमला किया। हौथी आतंकियों ने 2014 से यमन के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण कर रखा है। वह कई महीनों से लाल सागर, अरब सागर और हिंद महासागर में इजरायली बंदरगाहों या इजरायली कंपनियों के मालिकाना हक वाले जहाजों को निशाना बना रहे हैं। इनका कहना है कि वे गाजा पट्टी में इजरायली हमलों का बदला ले रहे हैं।

दोनों देशों ने जब हौथी के नियंत्रण वाले क्षेत्रों पर हमले शुरू कर दिए, तब मिलिशिया ने यमन के तट पर अमेरिका और ब्रिटेन के जहाजों पर भी हमला किया। अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य पश्चिमी देशों ने इस क्षेत्र में जहाजों की सुरक्षा के लिए अभियान शुरू किए हैं। यूरोपीय संघ ने भी लाल सागर में व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के लिए एक सैन्य अभियान चलाया है। लाल सागर विश्व व्यापार के लिए सबसे महत्वपूर्ण शिपिंग मार्गों में से एक है। यह मिस्र में स्वेज नहर के माध्यम से भूमध्य सागर को हिंद महासागर से जोड़ता है। प्रमुख शिपिंग कंपनियां इस मार्ग से जाने से बच रही हैं। वह दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप के आसपास से होकर काफी लंबी यात्रा कर रही हैं।

पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ अगले हफ्ते चीन जाएंगे

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मंगलवार को चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ वार्ता करेंगे। वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए संयुक्त रूप से एक खाका तैयार किया जायेगा। ये दोनों देश अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत सहयोग बढ़ाना चाहते हैं।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि शरीफ राष्ट्रपति चिनफिंग के निमंत्रण पर चार से आठ जून तक चीन में रहेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य सीपीईसी परियोजना के तहत सहयोग बढ़ाना है, क्योंकि दोनों पक्ष परियोजना के दूसरे चरण को शुरू करने के लिए तत्पर हैं। सीपीईसी परियोजना एक दशक पहले शुरू की गई थी और कई ऊर्जा और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने बीजिंग में कहा, ‘‘चीन की यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री शरीफ राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ वार्ता करेंगे और चीन-पाकिस्तान संबंधों के विकास के लिए एक खाका तैयार करेंगे।’’ मार्च में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद शरीफ की यह पहली चीन यात्रा होगी।


मिस्र का रफा क्रॉसिंग खोलने के लिए इजरायल के साथ सहमति से इनकार

मिस्र ने रफा क्रॉसिंग को फिर से खोलने के लिए इजरायल के साथ किसी भी सहमति से इनकार किया है। इस महीने की शुरुआत में इजरायल ने गाजा के हिस्से वाली रफा क्रॉसिंग पर नियंत्रण हासिल कर लिया था। यह इलाका मिस्र से भी लगा हुआ है। इसके कारण तटीय क्षेत्र की बड़ी जनसंख्या तक मदद नहीं पहुंच सकी। मिस्र के सरकारी अल-काहिरा न्यूज टीवी ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय सूत्र के हवाले से बताया, "क्रॉसिंग को दोबारा खोलने के लिए मिस्र-इजरायल समझौते के बारे में मीडिया रिपोर्टों में कोई सच्चाई नहीं है।"

सूत्रों ने कहा, "मिस्र अपना काम फिर से शुरू करने के लिए एक शर्त के रूप में क्रॉसिंग से इजरायल की पूरी वापसी पर जोर दे रहा है।" रफा क्रॉसिंग के बंद होने के बाद से मिस्र ने संकेत दिया कि वह रफा के माध्यम से सहायता परिवहन का समन्वय तब तक नहीं करेगा, जब तक कि इजरायली सेनाएं वापस नहीं लौट जातीं। मिस्र 1979 में इजरायल के साथ शांति संधि पर हस्ताक्षर करने वाला पहला अरब देश था। लेकिन, गाजा में चल रहे सैन्य अभियान ने अरब दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में इजरायल विरोधी भावना को भड़का दिया। इसने दशकों पुराने संबंधों में तनाव पैदा कर दिया है।

रूस ने यूक्रेन के खार्किव में मिसाइलें दागीं, पांच की मौत

यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर खार्किव में रूसी मिसाइल हमलों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए। गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने शुक्रवार को टेलीग्राम के माध्यम से बताया, "मरने वाले ज्यादातर लोग पांच मंजिला अपार्टमेंट में रह रहे थे। हमलों में एक दमकल गाड़ी और एक एम्बुलेंस को भी नुकसान पहुंचा है।"

रूसी सेना ने शहर पर पांच मिसाइलें दागीं। हमले में कम से कम 20 आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि कीव पर एक क्रूज मिसाइल से हमला किया गया। हमले में एक कार मरम्मत की दुकान और छह वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। यूक्रेन दो साल से भी अधिक समय से रूस के बड़े पैमाने पर आक्रमण का सामना कर रहा है। यूक्रेनी बिजली आपूर्ति पर रूसी हमलों के कारण बार-बार बिजली कटौती हो रही है।


पॉर्न स्टार को गुप्त तरीके से पैसे देने के मामले में ट्रंप दोषी

पॉर्न स्टार’ स्टॉर्मी डेनियल्स को गुप्त तरीके से धन देने के मामले में डोनाल्ड ट्रंप को रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के 34 आरोपों के तहत बृहस्पतिवार को दोषी पाया गया और इसी के साथ वह किसी गंभीर अपराध के लिए दोषी ठहराए गए अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए। ट्रंप को सजा सुनाए जाने की तिथि 11 जुलाई निर्धारित की गई है। इसके चार दिन बाद ही विस्कॉन्सिन के मिल्वौकी में ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ में उन्हें पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनावों में औपचारिक रूप से पार्टी उम्मीदवार नामित किया जाना है।

ट्रंप ने उनके खिलाफ फैसला सुनाए जाते ही कहा, ‘‘यह शर्मनाक है। यह एक विवादित न्यायाधीश द्वारा की गई दोषपूर्ण, भ्रष्ट सुनवाई थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘असली फैसला पांच नवंबर को लोग सुनाएंगे। वे जानते हैं कि यहां क्या हुआ और हर कोई जानता है कि यहां क्या हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं निर्दोष हूं। मैं अपने देश के लिए लड़ रहा हूं। मैं अपने संविधान के लिए लड़ रहा हूं। हमारे पूरे देश में इस समय धांधली हो रही है।’’

ट्रंप ने आरोप लगाया कि बाइडन प्रशासन ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसा किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह शर्मनाक हैं और इसके खिलाफ हम लड़ते रहेंगे। हम अंत तक लड़ेंगे और हम जीतेंगे क्योंकि हमारा देश नरक में चला गया है।’’ वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के चुनाव प्रचार अभियान दल ने कहा कि कानून से ऊपर कोई भी नहीं है, जबकि ट्रंप ने कहा कि यह फैसला एक दोषपूर्ण राजनीतिक व्यवस्था का परिणाम है।

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