दुनियाः इजरायल-हमास ने युद्धविराम में देरी का दोष एक-दूसरे पर लगाया और गाजा में हर घंटे मारा जा रहा है एक बच्चा
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मौत की सजा पाए 37 व्यक्तियों की सजा कम कर दी है, जिसकी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी निंदा की है। अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित 15 लोग मारे गए हैं।
इजरायल-हमास ने युद्धविराम में देरी का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ा
इजरायल और हमास ने गाजा में युद्ध विराम समझौते में हो रही देरी के लिए बुधवार को एक-दूसरे को दोषी ठहराया। कतर और मिस्र की मध्यस्थता में दोहा में हुई वार्ता के बाद हमास ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वार्ता में "महत्वपूर्ण प्रगति" हुई है, लेकिन इजरायल ने "गाजा से सेना वापस बुलाने, युद्धविराम, कैदियों और विस्थापितों की वापसी के लिए नई शर्तें रखी हैं"। हमास ने दावा किया कि इन शर्तों के कारण "संभावित समझौते पर अंतिम मुहर लगने में देरी" हो रही है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने हमास के आरोपों का खंडन किया है। उसने एक बयान में कहा कि हमास जिन बातों पर सहमति बन चुकी थी उनसे पीछे हट रहा है और "वार्ता में बाधा उत्पन्न कर रहा है"। इससे पहले इजरायल ने मंगलवार को एक सप्ताह की "सार्थक" चर्चा के बाद दोहा से अपने वार्ताकारों को वापस बुला लिया था। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, इजराय ने एक बयान में कहा, "हमारे बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर चर्चा जारी रखने के लिए इजरायल में आंतरिक विमर्श के लिए टीम के सदस्य वापस आ रहे हैं।" इस टीम में मोसाद के वरिष्ठ अधिकारी, शिन बेत सुरक्षा एजेंसी और इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
पिछली असफल वार्ताओं में तटीय फिलिस्तीनी क्षेत्र से इजरायली सेना की वापसी और युद्धविराम की अवधि महत्वपूर्ण बाधाएं रही हैं। हमास युद्ध को पूरी तरह समाप्त करना चाहता है, जबकि इजरायल किसी भी प्रस्ताव से पहले गाजा पर हमास का नियंत्रण खत्म करने और युद्धविराम के बाद भी फिलिस्तीनी क्षेत्र में सैन्य उपस्थिति बनाए रखने पर जोर देता है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को बताया था कि हमास के साथ बंधकों की रिहाई के बदले युद्धविराम समझौते पर पहुंचने के प्रयासों में "प्रगति हुई है", लेकिन आगाह किया कि समझौता होने की समय सीमा अभी स्पष्ट नहीं है।
बाइडेन ने 37 अपराधियों की सजा ए मौत का फैसला बदला, भड़के ट्रंप
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघीय मौत की सजा पाए 37 व्यक्तियों की सजा कम करने के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के फैसले की आलोचना की है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "जो बाइडेन ने हमारे देश के सबसे बुरे हत्यारों में से 37 की मौत की सजा कम कर दी है। जब आप उनमें से प्रत्येक के कृत्यों को सुनेंगे, तो आपको विश्वास नहीं होगा कि उन्होंने ऐसा किया है। इसका कोई मतलब नहीं है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ट्रंप की यह टिप्पणी बाइडेन द्वारा यह घोषणा करने के एक दिन बाद आई है कि वह संघीय मृत्युदंड की सजा काट रहे 40 व्यक्तियों में से 37 की सजा को पैरोल की संभावना के बिना आजीवन कारावास में बदल रहे हैं।
बाइडेन ने एक बयान में कहा, "मैं इन हत्यारों की निंदा करता हूं, उनके घृणित कृत्यों के पीड़ितों के लिए शोक मनाता हूं और उन सभी परिवारों के लिए दुख व्यक्त करता हूं, जिन्हें अकल्पनीय और अपूरणीय क्षति हुई है।" बाइडेन ने आगे कहा, "लेकिन मेरी अंतरात्मा और एक सार्वजनिक वकील, सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष, उपराष्ट्रपति और अब राष्ट्रपति के रूप में मेरे अनुभव के आधार पर मैं पहले से कहीं अधिक आश्वस्त हूं कि हमें संघीय स्तर पर मृत्युदंड के उपयोग को रोकना चाहिए।" निवर्तमान राष्ट्रपति ने कहा, "अच्छे विवेक के साथ मैं पीछे नहीं हट सकता और एक नए प्रशासन को फांसी को फिर से शुरू करने नहीं दे सकता, जिन्हें मैंने रोका था।"
मंगलवार को एक अन्य पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि जैसे ही उनका पदभार ग्रहण होगा, वे न्याय विभाग को अमेरिकी परिवारों और बच्चों को "हिंसक बलात्कारियों, हत्यारों और राक्षसों" से बचाने के लिए "मृत्युदंड को सख्ती से लागू करने" का निर्देश देंगे। ट्रंप ने कहा, "हम फिर से कानून और व्यवस्था का राष्ट्र बनेंगे।" डेथ पेनाल्टी इन्फॉर्मेशन सेंटर के अनुसार अमेरिका में कुल मिलाकर 2250 कैदी मौत की सजा का सामना कर रहे हैं। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका मिशन मीडिया, नीति निर्माताओं और आम जनता को मृत्युदंड और इससे प्रभावित होने वाले लोगों से संबंधित मुद्दों पर डेटा और विश्लेषण उपलब्ध कराना है।
अफगानिस्तान में पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक में 15 लोगों की मौत
अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित 15 लोग मारे गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार देर रात को किए गए हमलों में अफगानिस्तान के पकटिका प्रांत के बरमल जिले के कई इलाकों को निशाना बनाया गया और तालिबान के एक प्रशिक्षण केंद्र को नष्ट कर दिया गया। इन हमलों में सात गांवों पर बमबारी की गई, जिनमें लामन भी शामिल था, जहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जान चली गई। इसके अलावा मुर्ग बाजार गांव भी पूरी तरह नष्ट हो गया। इन हवाई हमलों ने अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। इन हमलों से अफगानिस्तान के रिहायशी इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। इसमें लोगों की मौत भी हुई हैं। इस हमले से दोनों देशों के बीच संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए हैं।
पाकिस्तान रेडियो टेलीविजन के अनुसार, अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने हमले की निंदा की है और जवाबी कार्रवाई का वचन दिया है। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने एक बयान में कहा, "मंगलवार को पाकटिका के बरमल जिले में पाकिस्तानी सेना ने बमबारी की। पीड़ितों में से अधिकांश नागरिक थे, जिनमें वजीरिस्तानी शरणार्थी भी शामिल थे। कई लोग मारे गए या घायल हो गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं।" इस घटना को "बर्बर कृत्य" बताते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा, "यह स्पष्ट आक्रामकता सभी अंतर्राष्ट्रीय सिद्धांतों के विपरीत है। पाकिस्तानी पक्ष को यह समझना चाहिए कि इस तरह की कार्रवाइयों से कोई समस्या हल नहीं होगी। इस्लामिक अमीरात अपने क्षेत्र की रक्षा करेगा और इसे अपना अविभाज्य अधिकार मानेगा।"
हालांकि पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर इन हमलों के बारे में कुछ नहीं कहा है। अफगानिस्तान में पाकिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर इस्लामाबाद और काबुल के बीच बिगड़ते संबंधों के बीच ये हमले हुए हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हाल के महीनों में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए हैं, इस्लामाबाद ने अफगान तालिबान पर समूह को पनाह देने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान बार-बार अफगान तालिबान से टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करता रहा है। हर बार काबुल ने आतंकवादियों को पनाह देने से से इंकार कर देता है।
गाजा में हर घंटे एक बच्चा मारा जाता है: संयुक्त राष्ट्र एजेंसी
फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के मुताबिक गाजा पट्टी में हर घंटे एक बच्चा मारा जा रहा है। यूएनआरडब्लूए ने बताया, ''यूनिसेफ के अनुसार युद्ध की शुरुआत से अब तक गाजा में 14,500 बच्चों की मौत हो चुकी है। हर घंटे एक बच्चा मारा जाता है। ये संख्याएं नहीं हैं। ये असमय मौत के घाट उतारी जा रही जिंदगियां हैं।'' इसमें कहा गया, ''बच्चों की हत्या को उचित नहीं ठहराया जा सकता। जो बच जाते हैं, वे शारीरिक और भावनात्मक रूप से पीड़ित हो जाते हैं। गाजा में पढ़ाई से वंचित बच्चे मलबे छानती दिख जाते हैं।''
इसने आगे कहा, "इन बच्चों के लिए समय बीतता जा रहा है। वे अपना जीवन, अपना भविष्य और सबसे बढ़कर अपनी उम्मीद खो रहे हैं।'' 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा के माध्यम से हमास के उत्पात का बदला लेने के लिए इजरायल गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर आक्रमण कर रहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली हमलों में फिलिस्तीनी मृतकों की संख्या बढ़कर 45,338 हो गई है।
सोमवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के साथ बंधकों के लिए संघर्ष विराम समझौते को सील करने के प्रयासों में प्रगति हुई है लेकिन समयसीमा अभी भी अस्पष्ट है। इजरायली संसद नेसेट के समक्ष नेतन्याहू ने कहा, "मुझे नहीं पता कि इसमें कितना समय लगेगा।'' सोमवार को ही विदेश मंत्री गिदोन सा'र ने नेसेट विदेश मामलों और रक्षा समिति की एक बैठक के दौरान समझौते के कुछ हिस्सों को रेखांकित किया और इसे "चरणबद्ध, क्रमिक रूपरेखा" करार दिया। इजरायली और फिलिस्तीनी मीडिया ने बताया कि कतर, मिस्र और अमेरिकी मध्यस्थों के नेतृत्व में प्रयासों ने प्रगति दिखाई है, हालांकि अभी भी कोई सफलता नहीं मिली है।
कजाकिस्तान में 110 यात्रियों को ले जा रहा विमान क्रैश
कजाकिस्तान से 110 यात्रियों के साथ रूस जा रहा एक यात्री विमान देश के अक्ताऊ शहर में हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह जानकारी कजाकिस्तान इमरजेंसी मिनिस्ट्री ने दी। स्थानीय मीडिया आउटलेट काजप्रावदा केजेड ने बताया कि इस दुर्घटना की वजह से विमान में आग लग गई। मंत्रालय ने कहा, "कजाख इमरजेंसी मिनिस्ट्री के कुल 52 राहत एवं बचाव टीमें और 11 उपकरण टीमें घटनास्थल पर बचाव कार्य के लिए भेजी गई हैं। इन टीमों के घटनास्थल पर पहुंचने पर विमान को आग की लपटों में घिरा हुआ पाया गया। फायर ब्रिगेड कर्मी फिलहाल आग बुझाने में जुटे हैं। कुछ लोगों के जीवित बचे रहने की संभावना है।"
शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि विमान में 105 यात्री और चालक दल के 5 सदस्य सवार थे। हालांकि, मृतकों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन 25 लोगों के जीवित बचे होने की खबर है, जिनमें से 22 अस्पताल में भर्ती हैं। बचाव कार्य जारी है और पीड़ितों के बारे में विवरण की पुष्टि की जा रही है। विमान, अजरबैजान एयरलाइंस एम्ब्रेयर ईआरजे-190, बाकू, अजरबैजान से रूस के चेचन्या में ग्रोजनी के लिए उड़ान भर रहा था। घने कोहरे के कारण इसे अक्ताऊ की ओर मोड़ दिया गया। यह विमान दुर्घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 6:28 बजे हुई। विमान हवाई अड्डे से कुछ किलोमीटर दूर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
फ्लाईट रडार 24 के अनुसार, विमान "मजबूत जीपीएस जैमिंग के संपर्क में था, जिसके कारण विमान खराब एडीए-बी डेटा भेज रहा था।" एजेंसियों ने इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। सोशल मीडिया पर प्रसारित अपुष्ट वीडियो में दुर्घटनाग्रस्त होते समय विमान का वीडियो दिखाया गया है। वीडियो में आग की लपटें उठ रही हैं और आसमान में घना काला धुआं उठ रहा है। कजाकिस्तान इमरजेंसी मिनिस्ट्री के कमांड सेंटर में एक परिचालन मुख्यालय स्थापित किया गया है, जिसमें पूछताछ के लिए एक हॉटलाइन उपलब्ध कराया गया है।
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