दुनिया की खबरें: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विश्व नेताओं का भारत-पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान और पाक ने चीन को...
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत विश्व के कई नेताओं ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया तथा उम्मीद जताई कि शत्रुता ‘‘बहुत जल्द’’ समाप्त हो जाएगी।

पाकिस्तान ने बुधवार को चीन के राजदूत जियांग जेडोंग को भारत के साथ ताजा तनाव के बारे में जानकारी दी। भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर का जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है।
विदेश कार्यालय के अनुसार, भारत के साथ जारी तनाव के बीच चीन के राजदूत ने उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इसाक डार से मुलाकात की।
विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘उपप्रधानमंत्री ने चीनी राजदूत को भारत द्वारा पाकिस्तान की संप्रभुता का ‘‘बिना उकसावे के उल्लंघन’’ करने और इसमें निर्दोष लोगों की मौत के बाद उत्पन्न गंभीर स्थिति से अवगत कराया।’’
डार ने हर कीमत पर अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने संबंधी पाकिस्तान के दृढ़ संकल्प को रेखांकित किया।
विदेश कार्यालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान किया और सभी प्रासंगिक क्षेत्रों में निकट समन्वय और संचार बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
इस बीच, चीन ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान से क्षेत्र की शांति और स्थिरता के व्यापक हित में अधिकतम संयम बरतने का आह्वान किया और कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर तनाव कम करने में रचनात्मक भूमिका निभाएगा।
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं।’’
इसने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे। ये दोनों देश चीन के भी पड़ोसी हैं।’’
पहलगाम आतंकवादी हमले के संदर्भ में इसने कहा, ‘‘चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है।’’
इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।
मंत्रालय ने बयान में कहा, "हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के व्यापक हित में कार्य करने, शांत रहने, संयम बरतने तथा ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं, जिससे स्थिति और खराब हो सकती है।’’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ : विश्व नेताओं ने भारत-पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत विश्व के कई नेताओं ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया तथा उम्मीद जताई कि शत्रुता ‘‘बहुत जल्द’’ समाप्त हो जाएगी।
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में मंगलवार देर रात भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान से ‘‘अधिकतम सैन्य संयम’’ बरतने का आह्वान करते हुए कहा कि दुनिया दोनों देशों के सैन्य टकराव बर्दाश्त नहीं कर सकती।
महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘‘महासचिव नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सैन्य अभियानों को लेकर बहुत चिंतित हैं। उन्होंने दोनों देशों से अधिकतम सैन्य संयम बरतने का आह्वान किया है। दुनिया भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बर्दाश्त नहीं कर सकती।’’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शत्रुता ‘‘बहुत जल्द’’ समाप्त हो जाएगी।
ट्रंप ने कहा, ‘‘हमने इसके बारे में तब सुना जब हम ओवल (राष्ट्रपति के कार्यालय) के दरवाजे की ओर रुख कर रहे थे। मुझे लगता है कि लोगों को अतीत के आधार पर पता था कि कुछ होने वाला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे (भारत और पाकिस्तान) लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप वास्तव में इसके बारे में सोचें, तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पास दोनों देशों के लिए कोई संदेश है तो उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, मैं बस उम्मीद करता हूं कि यह बहुत जल्द खत्म हो जाए।’’
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
रूस ने भी पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बढ़ने पर गहरी चिंता व्यक्त की।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा के हवाले से कहा, ‘‘हम पहलगाम शहर के पास हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य टकराव से बेहद चिंतित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम क्षेत्र में स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए संबंधित पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं।’’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मद्देनजर प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेदों को 1972 के शिमला समझौते और 1999 के लाहौर घोषणापत्र के प्रावधानों के अनुसार द्विपक्षीय आधार पर शांतिपूर्ण, राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से सुलझाया जाएगा।’’
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने कहा कि ब्रिटेन भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ बातचीत करने और तनाव कम करने के लिए प्रयास कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव ब्रिटेन में कई लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय है। हम दोनों देशों के साथ-साथ अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ तत्काल संपर्क कर रहे हैं।’’
विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गंभीर चिंता का विषय है और उन्होंने दोनों देशों से ‘‘संयम बरतने और आगे बढ़ने के लिए एक त्वरित, कूटनीतिक रास्ता खोजने के लिए सीधी बातचीत करने’’ का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन के दोनों देशों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। मैंने भारत और पाकिस्तान में अपने समकक्षों को स्पष्ट कर दिया है कि अगर तनाव और बढ़ता है, तो कोई भी जीत नहीं पाएगा। पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करने को लेकर ब्रिटेन का रुख स्पष्ट था। हमें क्षेत्रीय स्थिरता को बहाल करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी पक्षों को तत्काल प्रयास करने की आवश्यकता है।’’
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा, ‘‘आतंकवादी ढांचे पर भारत का हमला उचित है। आतंकवादियों को किसी भी तरह की छूट नहीं दी जा सकती।’’
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले और उस पर भारत की सैन्य प्रतिक्रिया के बाद दोनों देशों की ओर से जिम्मेदारी से कार्रवाई किये जाने की तत्काल आवश्यकता है।
इसमें कहा गया है, ‘‘तनाव को बढ़ने से रोकना होगा और नागरिकों की सुरक्षा करनी होगी। हम भारत और पाकिस्तान दोनों के संपर्क में हैं।’’
फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने कहा, ‘‘हम आतंकवाद के खतरे से स्वयं को बचाने की भारत की इच्छा को समझते हैं, लेकिन हम भारत और पाकिस्तान दोनों से आग्रह करते हैं कि वे तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए संयम बरतें और निश्चित रूप से नागरिकों की सुरक्षा करें।’’
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के एक बयान के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात ने भारत और पाकिस्तान से ‘‘संयम बरतने, तनाव कम करने और आगे इस तरह के तनाव को बढ़ने देने से बचने के लिए कहा, जो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा बन सकता है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘महामहिम ने सैन्य टकराव को रोकने, दक्षिण एशिया में स्थिरता को मजबूत करने और संवाद तथा आपसी समझ के जरिए क्षेत्रीय तनाव से बचने का आह्वान करने वालों की बात पर ध्यान देने के महत्व पर जोर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महामहिम ने पुष्टि की कि कूटनीति और संवाद, संकटों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए राष्ट्रों की साझा आकांक्षाओं को प्राप्त करने का सबसे प्रभावी साधन बने हुए हैं।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘महामहिम ने जोर दिया कि संयुक्त अरब अमीरात क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान प्राप्त करने और उनके मानवीय परिणामों को कम करने के उद्देश्य से सभी पहल का समर्थन करने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा।’’
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार ‘‘भारत और पाकिस्तान के हालात पर बारीकी से नजर रख रही है’’ तथा स्थिति को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करती है।
इसने दोनों देशों से ‘‘शांत रहने, संयम बरतने तथा ऐसे कोई भी कदम उठाने से बचने का आग्रह किया, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘क्षेत्रीय शांति, समृद्धि और स्थिरता की भावना में, बांग्लादेश को उम्मीद है कि कूटनीतिक प्रयासों के जरिये तनाव कम हो जाएगा, और अंततः क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए शांति कायम होगी।’’
चीन ने भारत और पाकिस्तान से क्षेत्र में ‘‘शांति व स्थिरता के व्यापक हित’’ को ध्यान में रखते हुए संयम बरतने का बुधवार को आह्वान किया।
चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘हम मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं। भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे। वे दोनों चीन के भी पड़ोसी हैं।’’
बीजिंग के रुख को स्पष्ट करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन ‘‘मौजूदा तनाव को कम करने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने के लिए तैयार है’’।
तुर्किये के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह पाकिस्तान और भारत के घटनाक्रम को लेकर चिंतित है और इस पर विचार कर रहा है।
कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव पर गहरी चिंता जताता है और दोनों देशों से ‘‘अधिकतम संयम बरतने, अच्छे पड़ोसी के सिद्धांतों का सम्मान करने और कूटनीतिक माध्यमों से संकट का समाधान करने’’ का आग्रह करता है।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि सरकार पिछले महीने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।
शीर्ष सरकारी प्रवक्ता ने प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हमें इस बात की बहुत चिंता है कि आगे की जवाबी कार्रवाई एक पूर्ण सैन्य संघर्ष में बदल जाएगी।’’
‘क्योदो न्यूज’ ने हयाशी के हवाले से कहा, ‘‘हम भारत और पाकिस्तान से दृढ़तापूर्वक आग्रह करते हैं कि वे संयम बरतें और दक्षिण एशिया की शांति एवं स्थिरता के लिए बातचीत के जरिए स्थिति को स्थिर करें।’’
गाजा में इजराइली हमलों में 59 लोग मारे गए
गाजा में इजराइली हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 59 लोग मारे गए। अस्पताल के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजराइल हमास के खिलाफ अपने अभियान को तेज करने की तैयारी कर रहा है।
अल-अक्सा अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार रात को एक स्कूल पर हमला किया गया, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मारे गये लोगों में नौ महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं।
इस स्कूल में सैकड़ों विस्थापित फलस्तीनी लोगों ने शरण ली हुई है।
अल-अहली अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार गाजा शहर में एक अन्य स्कूल पर तड़के हुए हमले में 16 लोग मारे गए जबकि अन्य क्षेत्रों में किए गए हमलों में कम से कम 16 अन्य लोगों की मौत हो गई। इजराइली सेना ने इन हमलों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अपना हवाई क्षेत्र 48 घंटे के लिए बंद किया
पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत के सैन्य हमला करने के बाद पाकिस्तान ने बुधवार को अपने हवाई क्षेत्र को सभी तरह के हवाई यातायात के लिए 48 घंटे तक बंद करने की घोषणा की।
भारतीय हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान के विमानन विभाग के अधिकारियों ने इस्लामाबाद और लाहौर के ऊपर हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और उड़ानों को कराची की ओर मोड़ दिया।
इसके बाद एहतियात के तौर पर पूरे हवाई क्षेत्र को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। हालांकि, विमानन विभाग से जुड़े अधिकारियों ने आठ घंटे के बंद के बाद हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया।
पाकिस्तान में बुधवार सुबह अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें फिर से शुरू हुईं, जिनमें से अधिकांश कराची या लाहौर के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुईं।
हालांकि, लाहौर में हवाई क्षेत्र को थोड़े समय के लिए बहाल करने के बाद फिर से 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। कराची के जिन्ना हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू विमानों के उड़ान भरने या उतरने में देरी के कारण भारी भीड़ देखी गई।
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिम एशियाई देशों और अन्य गंतव्यों से उड़ानें अब तय समय के अनुसार पूरी तरह से चालू हो गई हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि उज्बेकिस्तान की विमानन कंपनी का एक विमान ताशकंद से लाहौर होते हुए नई दिल्ली पहुंचा है।
भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आपातकाल घोषित
भारत की ओर से मिसाइल हमले किए जाने के मद्देनजर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बुधवार को आपातकाल घोषित कर दिया गया और सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए।
पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के शहरों पर मंगलवार देर रात भारत की ओर से किए गए हमलों में कम से कम 26 लोगों की जान चली गई है और 46 अन्य घायल हुए हैं।
पंजाब प्रांत की सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने पूरे प्रांत में आपातकाल घोषित कर दिया है।’’
पंजाब पुलिस सहित सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पंजाब के अस्पतालों में सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
बयान में कहा गया है कि सभी कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर आने का आदेश दिया है और पंजाब के सभी जिलों में प्रशासन को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इसमें कहा गया है कि नागरिक सुरक्षा सहित सभी संबंधित संस्थानों के अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाया गया है।
बयान में कहा गया है कि बुधवार को शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
भारत द्वारा हमले किए जाने के बाद सभी उड़ानों का संचालन बंद कर दिया गया है लेकिन अब पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र आंशिक रूप से खोला जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
अगर भारत पीछे हटेगा तो हम भी तनाव खत्म कर देंगे : पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अगर भारत अपने आक्रामक रुख से पीछे हटता है, तभी यह तनाव खत्म हो सकता है।
यह बयान तब आया जब भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ जगहों पर हवाई हमले किए। भारत का कहना है कि ये हमले आतंकवादी ठिकानों पर किए गए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास जवाबी कार्रवाई का दावा किया है।
ब्लूमबर्ग से बात करते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा का पूरा हक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमला शुरू नहीं किया, बल्कि केवल भारत के हमले का जवाब दिया है।
उन्होंने कहा, "यह सब भारत ने शुरू किया है। अगर भारत पीछे हटेगा तो हम भी तनाव खत्म कर देंगे। लेकिन जब तक हम पर हमला होता रहेगा, हमें अपनी रक्षा करनी होगी।"
पाकिस्तान के इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन (आईएसपीआर) के प्रमुख जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि इन हवाई हमलों में कम से कम 26 लोगों की मौत हुई और 46 घायल हुए हैं। ये हमले पीओके और पंजाब प्रांत के उन इलाकों में हुए जहां भारत के अनुसार आतंकियों के ठिकाने थे।
इस स्थिति को देखते हुए पाकिस्तान में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी सरकारी अस्पतालों को तैयार रहने को कहा गया है, देश की हवाई सीमाएं 24 से 36 घंटे के लिए बंद कर दी गई हैं, इस्लामाबाद और पंजाब के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है।
इन हमलों और जवाबी कार्रवाई से आम लोग डरे हुए हैं। उन्हें चिंता है कि कहीं यह हालात दो देशों के बीच बड़े युद्ध का रूप न ले लें।
भारत ने पाकिस्तान के अंदर छह अलग-अलग जगहों पर हमले किए। जिनमें मस्जिद सुभानअल्लाह भी शामिल है - जो पाकिस्तान के दक्षिण पंजाब प्रांत के बहावलपुर शहर के अहमदपुर शरकिया इलाके में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का ठिकाना बताया गया है।
इसके अलावा मुरिदके में भी हमले हुए, जिसे लश्कर-ए-तैयबा और जमात उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद का मुख्यालय माना जाता है। अन्य हमले मुजफ्फराबाद, कोटली और बाग शहरों में भी किए गए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने स्थिति पर चर्चा के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। इसमें सुरक्षा स्थिति और भारत को लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
यह बैठक यह भी तय करेगी कि अमेरिका समेत बाकी देशों द्वारा दिए गए शांति और संयम के संदेशों पर पाकिस्तान क्या रुख अपनाएगा, ताकि दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच बढ़ता तनाव रोका जा सके।
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