दुनिया की खबरें: नए साल पर सिडनी से आतंक के खिलाफ एकजुटता का संदेश और रूसी ड्रोन का यूक्रेन के ओडेसा शहर पर हमला
एक ऐसी रात में जो आमतौर पर खुशी और जश्न के लिए होती है, सिडनी उस बोंडी बीच हमले पर सोचने के लिए रुका, जिसने 14 दिसंबर को यहूदी समुदाय और शहर को खौफजदा कर दिया था।

नए साल का बाहें फैलाकर स्वागत करने को तैयार कई देश हैं। किरिबाती से शुरुआत हो चुकी है, और न्यूजीलैंड का ऑकलैंड आतिशबाजी से जगमगा उठा। ऑस्ट्रेलिया भी तैयार है। वहीं सिडनी में बोंडी बीच आतंकी हमले के पीड़ितों को जश्न से पहले ठीक 11 बजे श्रद्धांजलि दी गई।
एक ऐसी रात में जो आमतौर पर खुशी और जश्न के लिए होती है, सिडनी उस बोंडी बीच हमले पर सोचने के लिए रुका, जिसने 14 दिसंबर को यहूदी समुदाय और शहर को खौफजदा कर दिया था। जश्न मनाने जुटे लोगों ने एक मिनट का मौन रखा जो सिडनी के यहूदी समुदाय के साथ एकजुटता दिखाने का एक तरीका था।
सिडनी हार्बर ब्रिज सफेद रोशनी से जगमगा रहा था और हजारों मशालों की रोशनी फैल रही थी; शहर जो नहीं रहे उन्हें याद करने और कुछ सोचने के लिए रुक गया।
रात 11 बजे 'एकता के क्षण' में सिडनी हार्बर ब्रिज शांति और एकता का प्रतीक बनने के लिए सफेद रोशनी से जगमगा उठा।
'द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड' के अनुसार हार्बर के किनारे मौजूद लोगों से जो कहा गया उन्होंने वही किया। उन्होंने अपने फोन की टॉर्च जलाई और रोशनी बहते पानी पर डाली, जो यहूदी समुदाय और हमले से पीड़ित सभी लोगों के साथ शहर की एकजुटता का प्रतीक था।
इससे पहले, रात के 10 बजे, सिडनी हार्बर ब्रिज को नीली रोशनी से रोशन किया गया, ताकि सिडनी शहर के ऑफिशियल चैरिटी पार्टनर, बियॉन्ड ब्लू के काम को पहचान मिल सके।
इस "बियॉन्ड ब्लू मोमेंट" ने चैरिटी के उन प्रयासों को श्रद्धांजलि दी, जिसके तहत वह ऑस्ट्रेलियाई लोगों को चौबीसों घंटे मुफ्त मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करती है।
आतिशबाजी की शुरुआत करीब 9 बजे हुई थी। न्यू ईयर ईव के जश्न की पहली आतिशबाजी से सिडनी हार्बर जगमगा उठा। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बुधवार को घंटों लाइन में लगकर इंतजार करने वाली भीड़ को रात 9 बजे 'कॉलिंग कंट्री' आतिशबाजी के साथ दुनिया के सबसे बड़े आतिशबाजी शो में से एक का पहला नजारा देखने को मिला।
चीन हमेशा इतिहास के सही तरफ खड़ा रहा है, ताइवान से हमारा खून का रिश्ता: शी जिनपिंग
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने नए साल 2026 के संदेश में दुनिया भर के देशों के साथ शांति और विकास को बढ़ावा देने के लिए सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई है। शी ने अपने संदेश में ताइवान, हांग-कांग और मकाऊ का भी जिक्र किया।
जिनपिंग ने कहा कि चीन इतिहास के सही पक्ष पर खड़ा है और सभी देशों के साथ मिलकर वैश्विक शांति और विकास को आगे बढ़ाने तथा मानवता के साझा भविष्य वाले समुदाय का निर्माण करने के लिए तैयार है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले साल चीन ने खुले हाथों से दुनिया को गले लगाना जारी रखा।
शी ने चीनी सरकार की उपलब्धता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से बेहतर तरीके से निपटने के लिए, चीन ने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) की घोषणा की। उन्होंने कहा, "जहां बाकी लोगों ने विकास, सुरक्षा और विरासत की घोषणा की, वहीं हमने न्यायपूर्ण और समान वैश्विक शासन प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक शासन पहल (ग्लोबल गवर्नेंस इनिशिएटिव) पेश की।" शी ने कहा, "चीन हमेशा इतिहास के सही तरफ खड़ा है।"
उन्होंने यह भी कहा कि चीन का एकीकरण अजेय है और ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारों पर चीनी लोगों के बीच खून का संबंध है।
बीजिंग में अपना 2026 का नया साल का संदेश देते हुए शी ने कहा, "हमारी मातृभूमि का एकीकरण, जो समय की मांग है, अजेय है।"
हांगकांग और मकाऊ पर, शी ने कहा कि "एक देश, दो प्रणाली" की नीति को बिना किसी बदलाव के लागू किया जाना चाहिए और दोनों विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों को देश के समग्र विकास में बेहतर ढंग से एकीकृत होने और दीर्घकालिक समृद्धि और स्थिरता बनाए रखने के लिए समर्थन दिया जाता है।
अपने 2026 के नए साल के संदेश में, शी ने कहा कि चीन ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी को उद्योगों के साथ गहराई से एकीकृत किया है, और कई बड़े एआई मॉडल शीर्ष पर पहुंचने की दौड़ में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जिससे कई नए नवाचार हुए हैं।
शी ने कहा, "इन सबने चीन को सबसे तेजी से बढ़ती नवाचार क्षमताओं वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना दिया है।"
रूसी ड्रोन ने किया यूक्रेन के ओडेसा शहर में हमला, बच्चों समेत छह लोग घायल
रूस के ड्रोन ने यूक्रेन के ओडेसा शहर में मंगलवार रात एक रिहाइशी इमारत और विद्युत ग्रिड को निशाना बनाया और इस हमले में तीन बच्चों समेत छह लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
स्थानीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख ओलेह किपर के अनुसार बमबारी में चार इमारतों को नुकसान पहुंचा। ऊर्जा कंपनी डीटीईके ने बताया कि हमले में इसके दो ऊर्जा प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान हुआ।
कंपनी ने कहा कि ओडेसा शहर में बिजली वितरण करने वाले 10 सब स्टेशन दिसंबर में क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
किपर ने कहा कि ओडेसा में हुए हमले "दुश्मन की आतंकी रणनीति का एक और सबूत हैं, जो जानबूझकर नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हैं।"
दूसरी ओर रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने रविवार देर रात और सोमवार तड़के लंबी दूरी के 91 ड्रोनों से उत्तर-पश्चिमी रूस में स्थित रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास पर हमला करने का प्रयास किया।
यूक्रेनी अधिकारियों ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि यह शांति वार्ता में प्रगति को बाधित करने की एक चाल है। रूसी वायु सेना के मेजर जनरल अलेक्जेंडर रोमानेंकोव ने बुधवार को दावा किया कि ड्रोन ने यूक्रेन के सूमी और चेर्निहिव क्षेत्रों से उड़ान भरी थी।
बांग्लादेश में कड़ी सुरक्षा के बीच खालिदा जिया के जनाजे की नमाज अदा की गई
बांग्लादेश में कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के जनाजे की नमाज अदा की गई।नमाज-ए-जनाजा बुधवार दोपहर को मानिक मियां एवेन्यू में अदा की गई।
बैतुल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद के खतीब मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल मलिक ने जनाजे की नमाज अदा की, जबकि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की स्थायी समिति के सदस्य नजरुल इस्लाम खान ने जिया की संक्षिप्त जीवनी पढ़ी।
दशकों तक बांग्लादेश की राजनीति पर प्रभाव रखने वाली जिया का मंगलवार को ढाका में निधन हो गया था।
अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस, प्रधान न्यायाधीश जुबैर रहमान चौधरी और खालिदा जिया के बेटे एवं बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान विदेशी गणमान्य व्यक्तियों, अंतरिम सरकार के सलाहकारों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और वरिष्ठ सरकारी एवं सैन्य अधिकारियों के साथ जनाजे की नमाज में शामिल हुए।
जिया के बड़े बेटे रहमान ने नमाज से पहले वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘कृपया अल्लाह से दुआ करें कि उन्हें जन्नत में जगह मिले।’’
बांग्लादेश की तीन बार प्रधानमंत्री रहीं जिया की नमाज-ए-जनाजा में लाखों लोग शामिल हुए। समाज के हर वर्ग से आए शोक संतप्त लोगों ने जिया की आत्मा की शांति के लिए दुआ की।
राष्ट्रीय ध्वज से ढके जिया के ताबूत को मानिक मियां एवेन्यू के पश्चिमी छोर पर रखा गया है। जनाजे की नमाज के बाद, जिया को उनके पति, पूर्व राष्ट्रपति और स्वतंत्रता सेनानी जियाउर रहमान की कब्र के बगल में राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा। इस दौरान आम जनता को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। सार्वजनिक हस्ती के रूप में जिया का उदय व्यापक रूप से आकस्मिक माना जाता है।
जिया ने 35 वर्ष की आयु में विधवा होने के एक दशक बाद प्रधानमंत्री का पद संभाला लेकिन राजनीति में उनका प्रवेश सुनियोजित नहीं था।
वर्ष 1981 में एक असफल सैन्य तख्तापलट में उनके पति एवं राष्ट्रपति जियाउर रहमान की हत्या कर दी गयी थी, जिसके बाद जिया को राजनीति में उतरना पड़ा। इससे पहले तक वह राजनीतिक जगत से अपरिचित रही थीं।
उन्होंने जियाउर रहमान द्वारा 1978 में स्थापित बीएनपी पार्टी की शीर्ष नेता के रूप में शीघ्र ही अपनी पहचान बनाई।