दुनिया की खबरें: बांग्लादेश में आगजनी और तोड़फोड़, अपने ही गेम में फंसे यूनुस और ट्रंप ने नेतन्याहू को माफ करने...

बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार आशुलिया पुलिस स्टेशन के नरसिंहपुर क्षेत्र, गाजीपुर, श्रीपुर उपजिला, और सूत्रापुर में अलग-अलग घटनाओं में पब्लिक बसों और प्राइवेट गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा और आगजनी की घटना सामने आ रही है। बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, अवामी लीग और जमात-ए-इस्लामी ने गाजीपुर-6 संसदीय सीट को लेकर यूनुस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार आशुलिया पुलिस स्टेशन के नरसिंहपुर क्षेत्र, गाजीपुर, श्रीपुर उपजिला, और सूत्रापुर में अलग-अलग घटनाओं में पब्लिक बसों और प्राइवेट गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।

इन सबके बीच बुधवार सुबह बीएनपी और अन्य समर्थकों ने गाजीपुर-6 संसदीय सीट की बहाली की मांग को लेकर टोंगी कॉलेज गेट इलाके में व्यस्त ढाका-मयमनसिंह राजमार्ग को लगभग डेढ़ घंटे तक जाम रखा।

गाजीपुर-6 संसदीय सीट की बहाली को लेकर कोर्ट के आदेश को खारिज करते हुए, स्थानीय बीएनपी नेताओं ने कहा कि इस सीट को रद्द करने का अदालत का फैसला लोगों को उनके मताधिकार से वंचित करता है। वहीं, नाकाबंदी के दौरान, प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग पर टायर जलाए। इसकी वजह से आम जनता को आवाजाही में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा।

दूसरी ओर जमात समर्थकों और स्थानीय लोगों ने इसी मांग को लेकर एशिया पंप के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने एक बैनर भी रखा था, जिस पर लिखा था, "गाजीपुर-6 सीट बहाल करो, नागरिकों को उचित सेवा प्रदान करो।"

विरोध प्रदर्शन से इतर अवामी लीग ने ढाका में गुरुवार को लॉकडाउन का ऐलान किया है। बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) आयुक्त शेख मोहम्मद सज्जात अली ने शहर के लोगों से अवामी लीग के 13 नवंबर को घोषित 'लॉकडाउन' को लेकर नहीं घबराने की अपील की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि ढाका में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

बांग्लादेश की सबसे बड़ी इस्लामिक पार्टी में जमात सबसे प्रमुख है, जिसने शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के दौरान यूनुस का समर्थन किया था। हालांकि, अब तस्वीरें बदलती नजर आ रही हैं। जमात ने यूनुस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जमात के सात अन्य राजनीतिक दलों के साथ ढाका में रैली निकालने के ऐलान को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

ट्रंप ने नेतन्याहू को माफ करने का किया अनुरोध, लिखी इजरायली राष्ट्रपति हर्जोग को चिट्ठी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति इसाक हर्जोग को एक औपचारिक पत्र भेजा है। इसमें भ्रष्टाचार के मुकदमे का सामना कर रहे दोस्त 'बीबी' यानी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को माफ करने का अनुरोध किया है। जवाब में कानूनी प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया गया है।

द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार बुधवार को ये चिट्ठी राष्ट्रपति हर्जोग को मिली जिसमें ट्रंप ने लिखा है, "इस ऐतिहासिक समय में आपको पत्र लिखना मेरे लिए सम्मान की बात है, क्योंकि हमने मिलकर कम से कम 3,000 वर्षों से अपेक्षित शांति प्राप्त की है।"

फिर उन्होंने नेतन्याहू को माफ कर देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "मैं आपसे बेंजामिन नेतन्याहू को पूरी तरह से माफ करने का आग्रह करता हूं, जो युद्ध के समय एक दुर्जेय और निर्णय लेने में सक्षम प्रधानमंत्री के तौर पर दिखे तो अब इजरायल को शांति के युग की ओर ले जा रहे हैं। दुनिया को बदलने वाले अब्राहम अकॉर्ड में कई और देशों को जोड़ने के लिए मध्य पूर्व के प्रमुख नेताओं के साथ मैं भी निरंतर जुड़ा हुआ हूं।"

ट्रंप ने कहा कि "मैं इजरायली न्याय प्रणाली की स्वतंत्रता का पूर्ण सम्मान करता हूं," लेकिन नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को "राजनीतिक रूप से प्रेरित और अनुचित अभियोजन" करार दिया।

ट्रंप ने अपने वादे की याद दिलाते हुए कहा, "इसाक, हमने एक बेहतरीन रिश्ता स्थापित किया है, जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं और जिसके लिए मैं सम्मानित महसूस करता हूं और जनवरी में शपथ लेते ही हम इस बात पर सहमत हुए थे कि अब ध्यान अंततः बंधकों को घर वापस लाने और शांति समझौते पर केंद्रित होना चाहिए। अब जब हमने ये अभूतपूर्व सफलताएं हासिल कर ली हैं और हमास को नियंत्रण में रख रहे हैं, तो अब समय आ गया है कि बीबी को माफ करके और उस कानूनी लड़ाई को हमेशा के लिए समाप्त करके इजरायल को एकजुट करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए।"

पिछले महीने नेसेट में अपने भाषण में, ट्रंप ने हर्जोग से नेतन्याहू को माफ करने का आह्वान किया था।


ट्रंप के साथ व्यापार को लेकर बढ़े तनाव के बीच जी7 देशों के शीर्ष राजनयिकों की कनाडा में बैठक

औद्योगिक लोकतंत्रों के संगठन जी7 के शीर्ष राजनयिक कनाडा के दक्षिणी ओंटारियो में एकत्र हो रहे हैं।

जी7 नेताओं की बैठक ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका और कनाडा जैसे पारंपरिक सहयोगियों के बीच रक्षा खर्च, व्यापार और गाजा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की युद्धविराम योजना तथा रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।

कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि व्यापार दबावों के बावजूद ‘‘संबंधों को कई मुद्दों पर बनाए रखना होगा।’’

वह मंगलवार और बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो तथा ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान के अपने समकक्षों की मेजबानी करेंगी।

रुबियो ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘हम कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम कर रहे हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य अमेरिकियों की सुरक्षा और संरक्षा को सर्वोपरि रखना है।’’

आनंद ने इस बैठक के लिए ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, भारत, सऊदी अरब, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों को भी आमंत्रित किया है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार रात की चर्चा की महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में पश्चिम एशिया में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता को आगे बढ़ाने पर बातचीत शामिल है। उन्होंने ने कहा, ‘‘शांति योजना को बरकरार रखा जाना चाहिए।’’

'ढाका लॉकडाउन' से पहले धोलाईपार में यात्री बस को उपद्रवियों ने लगाई आग, पुलिस के दावों की खुली पोल

गुरुवार को अवामी लीग ने ढाका लॉकडाउन का ऐलान किया, तो वहीं सिटी पुलिस ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है। सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने की बात खुद डीएमपी कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी। हालांकि बुधवार शाम को ही प्रशासन के दावों की पोल खुल गई जब शाम को ढाका के धोलाईपार में एक यात्री बस को आग के हवाले कर दिया गया।

उपद्रवियों ने एक यात्री बस में आग लगा दी। यह घटना शाम करीब 6:30 बजे हुई, जिसके बाद अग्निशमन सेवा की दो इकाइयों ने आग पर काबू पाया। ढाका ट्रिब्यून ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से कहा है कि इस आगजनी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

अग्निशमन सेवा की ड्यूटी ऑफिसर खालिदा यास्मीन ने बताया कि आग की सूचना शाम 6:18 बजे मिली थी और उनकी दोनों इकाइयों ने शाम 6:40 बजे तक इस पर काबू पा लिया।

इस हफ्ते बांग्लादेश की राजधानी और कई अन्य शहरों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों और आगजनी के बाद बांग्लादेश में सियासी संकट गहरा गया है।

पिछले तीन दिनों में कई हमले किए गए हैं। इसके बाद से ही दक्षिण एशियाई देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह देश एक साल से भी ज्यादा समय से सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने वाली खूनी क्रांति का सामना करना पड़ा था।

सोमवार को ढाका में कई जगहों पर करीब 17 बम फेंके गए, जबकि बुधवार तड़के तक बांग्लादेश के अन्य हिस्सों में 10 से ज्यादा वाहनों को आग लगा दी गई।

पहला विस्फोट सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 3.45 बजे ग्रामीण बैंक के मुख्यालय के पास हुआ, जिसकी स्थापना हसीना के निष्कासन के बाद अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस ने की थी। दूसरा कुछ ही घंटों के भीतर ही मत्स्य पालन और पशुधन सलाहकार फरीदा अख्तर के स्वामित्व वाले व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर देसी बम से हमला किया गया।

इसके बाद मंगलवार रात को एक स्कूल पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। ढाका पुलिस ने दावा किया कि सलाहकारों से जुड़े प्रतिष्ठानों पर हमले का मकसद गुरुवार को अवामी लीग पार्टी द्वारा घोषित "लॉकडाउन" से पहले लोगों को दहशत में लाना है।

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