दुनिया की खबरें: पाकिस्तान के लिए हुई बड़ी शर्मिंदगी और यूक्रेन का मॉस्को पर सबसे बड़ा ड्रोन अटैक
अमेरिका में पाकिस्तान के लिए एक शर्मिंदगी भरी घटना घटी है। यहां शीर्ष पाकिस्तानी राजनयिक को प्रवेश देने से इनकार कर दिया गया

पाकिस्तान के लिए बड़ी शर्मिंदगी, राजदूत को एंट्री देने से अमेरिका का इनकार, एयरपोर्ट से ही लौटाया
अमेरिका में पाकिस्तान के लिए एक शर्मिंदगी भरी घटना घटी है। यहां शीर्ष पाकिस्तानी राजनयिक को प्रवेश देने से इनकार कर दिया गया और 'विवादास्पद वीजा संदर्भों' के कारण निर्वासित कर दिया गया। यह जानकारी पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को दी।
तुर्कमेनिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत केके वागन कथित तौर पर एक निजी यात्रा के लिए लॉस एंजिल्स जा रहे थे, लेकिन वहां पहुंचने पर अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया।
अमेरिकी अधिकारियों ने 'विवादास्पद वीजा संदर्भों' के लिए वागन को तत्काल निर्वासित कर दिया। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी अधिकारियों ने यह कदम किन विशिष्ट चिंताओं के कारण उठाया।
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि उनके अधिकारी निजी यात्रा पर अमेरिका गए थे।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्रालय अमेरिका से दूत के निर्वासन के मामले की जांच कर रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा, "राजदूत केके वागन को इमिग्रेशन संबंधी आपत्ति के कारण अमेरिका से निर्वासित किया गया।"
कई रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि वागन को अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिए इस्लामाबाद बुलाया जा सकता है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों पर यात्रा प्रतिबंध लगा देंगे।
पाकिस्तान के विधि एवं न्याय राज्य मंत्री बैरिस्टर अकील मलिक ने सोमवार को स्वीकार किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में नया अमेरिकी प्रशासन पाकिस्तानी नागरिकों पर कुछ यात्रा प्रतिबंध लगा सकता है।
मलिक ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान में आतंकवाद से संबंधित घटनाओं में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है।
इस महीने की शुरुआत में, अमेरिकी विदेश विभाग ने अमेरिकी नागरिकों को एक यात्रा सलाह जारी की। इसमें उन्हें आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करने के लिए कहा गया। इसमें अमेरिकी नागरिकों को आतंकवाद के कारण बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांतों की यात्रा न करने की सलाह दी गई, जिसमें पूर्व संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्र (एफएटीए) शामिल हैं।
बांग्लादेश में छह बच्चों के साथ दुष्कर्म ; यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी
बांग्लादेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। इस बीच स्थानीय मीडिया के मुताबिक मंगलवार को छह जिलों में छह बच्चों के साथ बलात्कार की घटनाएं सामने आई हैं।
सोमवार को छह जिलों में बलात्कार के आरोप में कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिन बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न हुआ, वे सभी छह से चौदह साल की उम्र के हैं।
प्रमुख बांग्लादेशी समाचार पत्र 'द डेली स्टार' की रिपोर्ट के अनुसार, इन घटनाओं में से एक में, यौन उत्पीड़न की शिकार एक किशोरी ने स्थानीय मध्यस्थता बैठक के दौरान झूठा आरोप लगाए जाने और बदनाम किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली।
यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं ने बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को उजागर कर दिया है।
बांग्लादेश में हाल ही में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ महिला के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को लेकर कई प्रदर्शन हुए हैं।
देश में महिलाएं बलात्कार के अपराधियों के लिए सख्त सजा और गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतरीं।
बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया के अनुसार, देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों और शिक्षकों ने हाल की बलात्कार की घटनाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने अपराधियों के लिए कठोर सजा की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान ढाका विश्वविद्यालय की प्रोफेसर तस्नीम सिराज महबूब ने गृह मामलों के सलाहकार को उनके इस्तीफे के बजाय बर्खास्त करने की मांग की, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने महीनों पहले इसकी मांग की थी।
देश के प्रमुख दैनिक ढाका ट्रिब्यून ने उनके हवाले से कहा, 'इस्तीफा एक सम्मानजनक विदाई है। वह इस सम्मान के लायक नहीं हैं।'
शेख हसीना सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पहले हाथ मिलाने वाले विभिन्न राजनीतिक संगठनों ने भी मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति और बांग्लादेश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं की निंदा की।
यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एक रैली को संबोधित करते हुए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के वरिष्ठ संयुक्त सचिव रूहुल कबीर रिजवी ने आरोप लगाया कि देश में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा की घटनाओं में वृद्धि वर्तमान प्रशासन की निष्क्रियता के कारण है।
रिजवी ने कहा, "मौजूदा अंतरिम सरकार के तहत यह स्थिति क्यों पैदा हो रही है? अगर प्रशासन ठीक से काम करता तो बलात्कार, हत्या, चोट और भ्रष्टाचार की घटनाएं नहीं बढ़तीं।" उन्होंने कहा कि अब वास्तविकता यह है कि देश में कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के महासचिव मिया गुलाम परवार ने ढाका ट्रिब्यून से कहा, "महिलाएं और बच्चे आज कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं - चाहे वह बसों, ट्रेनों, लॉन्चों, कार्यालयों, घरों, स्कूलों या मदरसों में हो। देश में स्थिति अखबारों और मीडिया में दिखाई गई स्थिति से कहीं ज़्यादा खराब है।"
यूक्रेन का मॉस्को पर सबसे बड़ा ड्रोन अटैक, रूस का दावा- हमले को किया नाकाम
यूक्रेन ने मंगलवार को रूसी राजधानी पर अपना सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस में कुल 337 यूक्रेनी ड्रोन गिराए गए। 91 ड्रोन मॉस्को क्षेत्र में गिराए गए जबकि और 126 कुर्स्क क्षेत्र में गिराए गए, जहां से यूक्रेनी सेनाएं पीछे हट रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन अटैक में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई, एयरपोर्ट बंद हो गए और दर्जनों उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा।
यह बड़ा ड्रोन हमला ऐसे समय में हुआ है, जब यूक्रेनी अधिकारियों का एक दल तीन वर्ष पुराने युद्ध में संभावित शांति वार्ता के लिए आधार तलाशने के लिए सऊदी अरब में अमेरिकी दल से मिलने की तैयारी कर रहा है।
वहीं रूसी सेना पश्चिमी रूसी क्षेत्र कुर्स्क में हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेरने की कोशिश कर रही है। बता दें पिछले साल अगस्त में हजारों यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र के लगभग 1,300 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। रूस को हाल के दिनों में क्षेत्र में कुछ कामयाबी मिली है।
मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि हवाई सुरक्षा अभी भी शहर पर हमलों को रोक रही है। उन्होंने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा, "मॉस्को पर दुश्मन के यूएवी (मानव रहित हवाई वाहनों) के सबसे बड़े हमले को नाकाम कर दिया गया है।"
रूस की राजधानी और आस-पास के क्षेत्र की आबादी कम से कम 21 मिलियन है। यह यूरोप के सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्रों में से एक है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मॉस्को क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई वोरोब्योव ने कहा कि कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। उन्होंने एक क्षतिग्रस्त अपार्टमेंट की तस्वीर पोस्ट की, जिसकी खिड़कियां हमले में उड़ गई थीं।
वोरोब्योव ने कहा कि कुछ लोगों को क्रेमलिन से लगभग 50 किमी (31 मील) दक्षिण-पूर्व में मॉस्को क्षेत्र के रामेंस्कोय जिले में एक बहुमंजिला इमारत खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मॉस्को में दहशत का कोई संकेत नहीं था, यात्री सेंट्रल मॉस्को में सामान्य रूप से काम पर जाते देखे गए।
रूस के विमानन निगरानीकर्ता ने कहा कि हमलों के बाद हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मास्को के सभी चार हवाई अड्डों पर उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। मास्को के पूर्व में यारोस्लाव और निजनी नोवगोरोड क्षेत्रों में दो अन्य हवाई अड्डे भी बंद कर दिए गए हैं।
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वे यूक्रेन में शांति स्थापित करना चाहते हैं, लेकिन कुर्स्क में रूस के बड़े हमले और रूस में यूक्रेन के ड्रोन हमलों की श्रृंखला के साथ युद्ध और गंभीर होता जा रहा है।
रूस ने मॉस्को और प्रमुख प्रतिष्ठानों पर ढेरों इलेक्ट्रॉनिक 'छतरियां' विकसित की हैं। रणनीतिक इमारतों पर अतिरिक्त उन्नत आंतरिक परतें और राजधानी के मध्य में क्रेमलिन तक पहुंचने से पहले ड्रोन को मार गिराने के लिए हवाई सुरक्षा का एक जटिल जाल बनाया है।
कीव, जो खुद रूस के बड़े पैमाने पर ड्रोन हमलों का लक्ष्य है, ने बार-बार ड्रोन हमला कर जवाब देने की कोशिश की है।
दक्षिण अफ्रीका में बस पलटने से 12 यात्रियों की मौत, कई अन्य घायल
दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहानिसबर्ग में मंगलवार को राजमार्ग पर एक बस के पलट जाने से कम से कम 12 यात्रियों की मौत हो गई और 45 अन्य घायल हो गए। आपातकालीन सेवाओं ने यह जानकारी दी।
जोहानिसबर्ग के एकुरहुलेनी आपात प्रबंधन के प्रवक्ता विलियम नथलाडी ने बताया कि आपात दल ने बस को सीधा करने का प्रयास किया ताकि यह पता लग सके कि बस के नीचे कोई और पीड़ित तो नहीं फंसा है।
नथलाडी ने कहा ‘‘दुर्घटनास्थल पर पहुंचने पर हमने देखा कि पीड़ित सड़क पर लेटे थे।’’ यह दुर्घटना जोहानिसबर्ग के मुख्य ओ.आर. टैम्बो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक राजमार्ग पर सुबह हुई।
अधिकारियों ने बताया कि बस राजमार्ग के किनारे पर पलटी हुई थी। यह जोहानिसबर्ग के पूर्व में स्थित शहर कैटलहोंग से लोगों को ले जा रही थी।
नथलाडी ने कहा कि चिकित्साकर्मियों ने 12 यात्रियों को मौके पर ही मृत घोषित कर दिया।नथलाडी ने कहा कि अस्पताल ले जाए गए लोगों में चालक भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना में कोई अन्य वाहन शामिल नहीं था और अधिकारी अब तक दुर्घटना के कारण का पता नहीं लगा पाए हैं। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
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