दुनिया की खबरें: भारत-नेपाल सीमा पर ड्रोन जैसी वस्तुएं दिखाई दीं और बांग्लादेश में कर्मचारियों का हल्ला बोल
पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने बताया कि जयनगर में कमला सीमा चौकी (बीओपी) पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों के अनुसार सोमवार रात को ‘‘रहस्यमय ड्रोन जैसी जगमगाती वस्तुएं’’ नेपाल से भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करती देखी गईं।

बिहार के मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर ड्रोन जैसी वस्तुएं देखी गईं, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने बताया कि जयनगर में कमला सीमा चौकी (बीओपी) पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों के अनुसार सोमवार रात को ‘‘रहस्यमय ड्रोन जैसी जगमगाती वस्तुएं’’ नेपाल से भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करती देखी गईं।
कुमार ने कहा, ‘‘ उन्होंने तुरंत दरभंगा और दिल्ली में भारतीय वायुसेना के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। जिला पुलिस को भी सूचित किया गया। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चमकती हुई छोटी वस्तुएं करीब आधे घंटे तक दिखाई दीं और अंत में वे नेपाल की ओर वापस चली गईं। जिला पुलिस पहले से ही सतर्क है और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में कड़ी निगरानी रख रही है।’’
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर स्थित पुलिस थानों को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार की नेपाल के साथ लंबी सीमा है, जिसका इस्तेमाल अक्सर दूसरे देशों के अवैध प्रवासी भारतीय क्षेत्र में घुसने के लिए करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय यात्रा के कारण पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पहले ही बढ़ा दी गई है।
बांग्लादेश में कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी, सचिवालय में अर्द्धसैनिक बल की तैनाती
बांग्लादेश में नये सेवा कानून के खिलाफ सरकारी कर्मचारियों का सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन लगातार चौथे दिन भी जारी रहने के बीच मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली देश की अंतरिम सरकार ने मंगलवार को वहां अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी।
नये कानून के तहत अधिकारियों को कदाचार के लिए आसानी से बर्खास्त किया जा सकेगा।
अर्द्धसैनिक बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी), पुलिस की विशेष हथियार एवं रणनीति (एसडब्ल्यूएटी) इकाई तथा विशिष्ट अपराध-रोधी रेड एक्शन बटालियन (आरएबी) को मंत्रालयों और महत्वपूर्ण कार्यालयों वाले सचिवालय परिसर के प्रवेश द्वारों पर तैनात किया गया है, जबकि पत्रकारों और आगंतुकों को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।
बीजीबी, एसडब्ल्यूएटी और आरएबी नियमित पुलिस और अन्य विशेष इकाइयों के साथ मिलकर घटनास्थल पर कड़ी निगरानी रख रही हैं, जहां अंतरिम सरकार के सहयोगी छात्र संगठन जुलाई मंच ने भी प्रदर्शनकारियों की निंदा करते हुए सचिवालय के बाहर अपेक्षाकृत एक छोटी रैली की।
‘द ढाका ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के अनुसार, सरकारी कर्मचारियों ने लोक सेवा (संशोधन) अध्यादेश-2025 को निरस्त करने की मांग को लेकर मंगलवार को चौथे दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जिससे सचिवालय में प्रशासनिक गतिविधियां ठप्प हो गईं।
प्रदर्शनकारियों ने अध्यादेश को "अवैध काला कानून" करार देते हुए इसकी वैधता को खारिज करते हुए नारेबाजी की।
सोमवार को बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के सार्वजनिक सुरक्षा प्रभाग ने मंगलवार के लिए सचिवालय में सभी प्रकार के आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) ने सचिवालय और आस-पास के क्षेत्रों में रैलियों और सभाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
अखबार के अनुसार, रविवार शाम को राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश सरकार को चार प्रकार के अनुशासनात्मक उल्लंघनों के लिए कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस के माध्यम से, बिना औपचारिक विभागीय कार्यवाही शुरू किए, बर्खास्त करने की अनुमति देता है।
बृहस्पतिवार को सलाहकार परिषद द्वारा मसौदा कानून को मंजूरी दिए जाने के बाद सचिवालय कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया तथा कानून को अन्यायपूर्ण और असंवैधानिक बताया।
रविवार को सचिवालय के सभी कर्मचारी संगठनों ने कानून वापस लिए जाने तक अपना आंदोलन जारी रखने का संकल्प जताया।
सिविल प्रशासन का यह विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश की सेना और अंतरिम सरकार के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा और चुनाव के मुद्दों पर कथित मतभेद के बीच हुआ है। हालांकि, सोमवार को प्रेस वार्ता में सेना ने कहा कि वह अंतरिम प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रही है।
बांग्लादेश के सैन्य अभियान निदेशक ब्रिगेडियर जनरल एम नाज़िम-उद-दौला ने ढाका छावनी में प्रेस को बताया, "(लेकिन) जब देश की स्वतंत्रता, सुरक्षा और संप्रभुता की बात आती है तो कोई समझौता नहीं किया जाएगा।"
पिछले सप्ताह सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमां ने नौसेना और वायुसेना प्रमुखों के साथ युनुस से मुलाकात की थी और दिसंबर तक चुनाव कराने की अपनी मांग दोहरायी जिससे निर्वाचित सरकार कार्यभार संभाल सके।
इस बीच, स्थानीय मीडिया ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में ढाका में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है।
डेली स्टार समाचार पत्र ने मंगलवार को बताया, ‘‘पिछले कुछ सप्ताहों में राजधानी में हुई हत्याओं और लूटपाट की घटनाओं ने ढाका की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नयी चिंताएं पैदा कर दी हैं।"
पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के अनुसार, जनवरी से अप्रैल के बीच ढाका में हिंसक अपराध में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
ऑस्ट्रेलिया में धूल भरी आंधी ने मचाया कोहराम, विशेषज्ञों ने जलवायु परिवर्तन के चरम पर होने की चेतावनी जारी की
ऑस्ट्रेलिया में चल रहे एक विशाल धूल भरे तूफान ने सिडनी को घने धुंध में ढंक दिया है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी अलर्ट जारी किए गए हैं। इसके साथ ही विशेषज्ञों ने देश भर में परिवर्तन के चरम पर होने की चेतावनी जारी की और इसके बढ़ते प्रभाव को रेखांकित किया।
न्यू साउथ वेल्स स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ने मंगलवार को कुछ क्षेत्रों में बहुत खराब वायु गुणवत्ता के लिए अलर्ट जारी किया गया, क्योंकि दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में धूल भरी तेज़ हवाओं के कारण धुंध छा गई है।
विशेषज्ञों ने कहा कि यह घटना मौसम के बदलते पैटर्न और भूमि क्षरण के प्रति ऑस्ट्रेलिया की संवेदनशीलता की कमी को दर्शाता है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सिडनी में विजिटिंग फेलो मिल्टन स्पीयर के अनुसार, दीर्घकालिक वायुमंडलीय परिवर्तन दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में सूखे और पूर्वी तट पर भारी बारिश दोनों में योगदान दे रहे हैं।
मैक्वेरी यूनिवर्सिटी के पॉल बेग्स ने कहा कि इस तरह की घटना दीर्घकालिक जलवायु प्रवृत्तियों को दर्शाती है। शोध से पता चलता है कि 2014 से 2023 तक, ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश भाग में 1950 के दशक की तुलना में अधिक गंभीर सूखा पड़ा है, जिसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
दक्षिणी क्रॉस विश्वविद्यालय के मृदा विशेषज्ञ जॉन ग्रांट ने इस घटना के बाद इसके दीर्घकालिक क्षति की चेतावनी दी। यह धूल भरा तूफ़ान पश्चिमी विक्टोरिया और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में उत्पन्न हुआ, जहां सूखी, भुरभुरी मिट्टी का कटाव हो रहा है।
ग्रांट ने कहा, ऐसे में तेज हवा की वजह से होने वाले कटाव से मिट्टी का सबसे उपजाऊ हिस्सा नष्ट हो जाता है। इससे न केवल उत्पादकता कम होती है, बल्कि भूमि के फिर से कटाव की संभावना भी बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा, "इसकी वजह से समस्या बढ़ती जा रही है (ऐसा कहा जा सकता है)। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव इस प्रक्रिया को और बढ़ा रहे हैं।"
साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे तूफ़ान लाखों टन ऊपरी मिट्टी को बहा ले जा सकते हैं, जिसका खेती, देश के पारिस्थितिकी तंत्र और मानव स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है।
इससे पहले दिन में, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने भी पूर्वी तट पर बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के लिए वित्तीय सहायता की प्रतिबद्धता जताई, क्योंकि अधिकारियों ने पुष्टि की कि लगभग 800 घर और व्यवसाय इसकी वजह से नष्ट हो गए हैं।
अल्बानीज़ ने बाढ़ संकट के बाद दूसरी बार पूर्वी तट के राज्य न्यू साउथ वेल्स में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जहां मई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद पांच मौतें हुई हैं।
ब्रिटेन : भीड़ पर कार चढ़ाने की घटना में 50 घायलों का उपचार किया गया
लीवरपूल पुलिस ने मंगलवार को बताया कि एक दिन पहले प्रीमियर लीग चैंपियनशिप में शहर की फुटबॉल टीम की जीत की खुशी मना रहे लोगों की भीड़ में कार घुसाने की घटना में घायल 50 लोगों का अस्पताल में इलाज किया गया जबकि 11 लोग अभी भर्ती हैं।
मर्सिसाइड पुलिस की सहायक मुख्य कांस्टेबल जेनी सिम्स ने बताया कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है।
इससे पहले सोमवार को पुलिस ने बताया था कि 27 लोगों का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि 53 वर्षीय कार चालक को हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
खुफिया मामलों के मुख्य अधीक्षक कैरेन जौंड्रिल ने बताया कि चालक पर खतरनाक तरीके से वाहन चलाने और नशे में वाहन चलाने का भी आरोप लगाया गया है।
चीन में रासायनिक संयंत्र में विस्फोट; पांच लोगों की मौत, छह लापता
चीन में एक रासायनिक संयंत्र में मंगलवार को हुए विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई और छह अन्य लापता बताये जा रहे हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, यह विस्फोट सरकार के स्वामित्व वाली शांदोंग यूदाओ केमिकल में हुआ, जो शांदोंग प्रांत में है। यह कीटनाशक ‘क्लोरपाइरीफोस’ के विश्व के सबसे बड़े उत्पादकों में शामिल है।
विस्फोट के कारण आग का एक विशाल गोला उत्पन्न हुआ और धुएं का गुबार सैकड़ों फुट ऊपर तक देखा गया।
विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई और छह अन्य लापता बताये जा रहे हैं।
हांगकांग से प्रकाशित होने वाली ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, गाओमी शहर में 2019 में स्थापित यह संयंत्र प्रति वर्ष लगभग 11,000 टन कीटनाशक का उत्पादन करता है। इस संयंत्र में 300 से अधिक लोग काम करते हैं।
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