दुनिया की खबरें: नेपाल में हिमालय पर हिमस्खलन, 3 लोगों की मौत, कई लापता और अमेरिका में चुनाव के दौरान...
हिमालय की चोटी यालुंग री पर्वत पर हिमस्खलन की चपेट में आने से कम से कम तीन पर्वतारोहियों, दो नेपाली नागरिक और एक विदेशी की मौत हो गई।

उत्तर-पूर्वी नेपाल के दोलखा जिले में हिमालय की चोटी यालुंग री पर्वत पर हिमस्खलन की चपेट में आने से कम से कम तीन पर्वतारोहियों, दो नेपाली नागरिक और एक विदेशी की मौत हो गई। यह घटना सोमवार सुबह 5,630 मीटर ऊंचे पर्वत के आधार शिविर से लगभग डेढ़ घंटे की पैदल दूरी पर हुई। मृतक 12 पर्वतारोहियों के एक समूह का हिस्सा थे, जो आधार शिविर से शिखर पर चढ़ने के लिए उतर रहे थे।
दोलखा पुलिस प्रमुख और पुलिस उपाधीक्षक ज्ञान कुमार महतो ने बताया कि इसी अभियान दल के कुछ पोर्टरों द्वारा पुष्टि की गई है कि इस घटना में दो नेपाली नागरिक और एक विदेशी की मौत हो गई। चार विदेशी हिमस्खलन में दबे हुए हैं, और पांच अन्य आधार शिविर में लौट आए हैं।
पुलिस ने कहा कि क्षेत्र की दुर्गमता और प्रतिकूल मौसम के कारण वे अभी तक घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाए हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि एक हेलीकॉप्टर को तैनात किया गया था, लेकिन खराब मौसम के कारण बचाव अभियान नहीं चल सका।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, हिमस्खलन गौरीशंकर ग्रामीण नगर पालिका-9 में गौरीशंकर और रोलवालिंग पर्वत श्रृंखलाओं के अंतर्गत यालुंग री क्षेत्र के पास हुआ।
अमेरिका में शटडाउन से हवाई अड्डे बुरी तरह प्रभावित, हजारों उड़ानें विलंबित
अमेरिका में शटडाउन की स्थिति एक महीने से भी ज़्यादा समय से चल रही है। इसका असर अब हवाई अड्डों पर साफ दिखने लगा है। कर्मचारियों की कमी के कारण उड़ानों में देरी और सुरक्षा जांच की लंबी लाइनें बढ़ती जा रही हैं।
पिछले सप्ताहांत स्थिति और खराब हो गई। सिर्फ़ रविवार को ही पूरे अमेरिका में पांच हज़ार से ज़्यादा उड़ानें देर से चलीं।
सोमवार को व्हाइट हाउस ने इसके लिए डेमोक्रेट नेताओं को जिम्मेदार बताया और कहा कि उनकी राजनीति की वजह से आम लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं डेमोक्रेट दल का कहना है कि सरकार और राष्ट्रपति गलत आरोप लगा रहे हैं।
शटडाउन कब खत्म होगा, यह तय नहीं है। ऐसे में यातायात विभाग ने चेतावनी दी है कि आगे और उड़ानें देर से चलेंगी या रद्द भी हो सकती हैं।
हवाई यातायात नियंत्रक को भी बिना वेतन के काम करना पड़ रहा है। परिवहन सचिव शॉन डफी ने कहा कि इन कर्मचारियों पर वित्तीय बोझ बढ़ रहा है और यदि यही स्थिति जारी रही तो कई लोग नौकरी छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि देश में पहले से ही लगभग 2,000 से 3,000 नियंत्रकों की कमी है।
फ्लाइटअवेयर के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार दोपहर तक 2,530 से ज्यादा उड़ानें देरी से चल रही थीं और 60 से ज़्यादा रद्द कर दी गई थीं।
अमेरिका में चुनाव : कई भारतवंशियों और दक्षिण एशियाई उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
अमेरिका में मंगलवार मतदान का दिन है और कई भारतीय-अमेरिकी तथा दक्षिण एशियाई उम्मीदवार अलग-अलग राज्यों में विभिन्न पदों के लिए हो रहे इन चुनाव में कुछ प्रमुख पदों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह चुनाव डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल में पहली अहम लड़ाई है।
इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट नामक संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘चुनाव लड़ने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है। इन नेताओं ने अपने समुदायों का प्रतिनिधित्व करने और इस देश के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए कदम उठाया है।’’
यह संगठन नागरिक साझेदारी और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से दक्षिण एशियाई और भारतीय-अमेरिकी समुदायों को सशक्त बनाता है।
इसने कहा गया, ‘‘इन उम्मीदवारों का समर्थन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप वोट दें। अपने दोस्तों और परिवार को भी वोट देने के लिए प्रेरित करें। सुनिश्चित करें कि आपने इस मंगलवार को वोट देने की योजना बना ली है।’’
संगठन ने कहा कि इस साल उसने 50 दक्षिण एशियाई उम्मीदवारों का समर्थन किया है, जिन्होंने इस वर्ष चुनाव लड़ा। इनमें से 36 उम्मीदवारों के लिए मंगलवार को मतदाता मतदान करेंगे।
इनमें सबसे प्रमुख उम्मीदवारों में वर्जीनिया के लेफ्टिनेंट गवर्नर का चुनाव लड़ रही गजाला हाशमी हैं। वह वर्जीनिया राज्य की सीनेट में निर्वाचित होने वाली पहली मुस्लिम और पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी हैं।
हाशमी चार साल की उम्र में मां और बड़े भाई के साथ भारत से अमेरिका आई थीं। वह जॉर्जिया में अपने पिता के पास रहने लगीं, उस समय उनके पिता अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी पूरी कर रहे थे और विश्वविद्यालय में अध्यापन का अपना कैरियर शुरू कर रहे थे।
हाशमी ने नवंबर 2019 में अप्रत्याशित रूप से रिब्लिकन उम्मीदवार को हराकर चुनावी जीत दर्ज की थी। उन्हें 2024 में राज्य सीनेट की शिक्षा और स्वास्थ्य समिति का अध्यक्ष नामित किया गया, जो दो महत्वपूर्ण डेमोक्रेटिक प्राथमिकताओं - प्रजनन स्वतंत्रता और सार्वजनिक शिक्षा - के लिए एक महत्वपूर्ण पद है।
न्यूयॉर्क शहर में सभी की नजर महापौर पद के सबसे मजबूत दावेदार एवं डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी पर है। युगांडा में पैदा हुए और न्यूयॉर्क शहर में पले-बढ़े ममदानी (34) न्यूयॉर्क विधानसभा के सदस्य और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैं।
ममदानी का मुकाबला निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे न्यूयॉर्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा से हो रहा है।
प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता मीरा नायर और भारतीय मूल के युगांडा के लेखक महमूद ममदानी के बेटे ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के महापौर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राथमिक दौड़ में कुओमो को मुश्किल में डाले रखा और जून में विजयी घोषित किए गए।
आफ़ताब पुरवाल ओहायो के सिनसिनाटी शहर के महापौर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। पुरवाल की तिब्बती मां बचपन में कम्युनिस्ट चीन के कब्जे से भागकर एक दक्षिणी भारतीय शरणार्थी शिविर में पली-बढ़ी थीं, जबकि उनके पिता पंजाबी हैं।
पुरवाल ने अपना राजनीतिक जीवन 2015 में हैमिल्टन काउंटी क्लर्क ऑफ कोर्ट्स के लिए चुनाव लड़कर शुरू किया था।
सतीश गरिमेला उत्तरी कैरोलिना राज्य के मॉरिसविले के महापौर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं जबकि दीनी अजमानी न्यू जर्सी राज्य के होबोकेन शहर के महापौर पद के लिए किस्मत आजमा रहे हैं। होबोकेन शहर में पिछले दो कार्यकाल के महापौर रवि भल्ला अब न्यू जर्सी राज्य विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
कई भारतीय-अमेरिकी और दक्षिण एशियाई उम्मीदवार न्यू जर्सी, उत्तरी कैरोलिना, ओहायो, वाशिंगटन राज्य, जॉर्जिया, फ्लोरिडा और पेंसिल्वेनिया जैसे राज्यों में नगर परिषदों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
अफगानिस्तान में भूकंप से ऐतिहासिक स्थलों को नुकसान, पीड़ितों ने खुले में बिताई रात
अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। इस भूकंप में बचे लोग कड़ाके की ठंड में रात खुले में बिताने को मजबूर थे।
भूकंप प्रभावित लोग मंगलवार को अपने घरों के मलबे से बचे हुए सामान को निकालने की कोशिश करते नजर आए। क्षेत्र में बारिश का पूर्वानुमान है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ जाएगी।
सोमवार को स्थानीय समयानुसार रात एक बजे से कुछ ही समय पहले 6.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र सामंगन प्रांत के खुल्म शहर से 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में था। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि मंगलवार सुबह तक मृतकों की संख्या 21 हो गई थी, जबकि 819 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 25 की हालत गंभीर है।
भूकंप से ऐतिहासिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है, जिनमें अफगानिस्तान के उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ में स्थित प्रसिद्ध नीली मस्जिद, जो अफगानिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है, तथा खुल्म में बाग-ए-जहां नामा महल भी शामिल है।
बल्ख प्रांत के सूचना एवं संस्कृति प्रमुख महमूदुल्लाह जरार ने बताया कि नीली मस्जिद की मीनार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जबकि मस्जिद की कुछ दीवारों से ईंटें और टाइलें गिर गई हैं तथा सदियों पुराने स्थल के अन्य हिस्सों में दरारें आ गई हैं।
उन्होंने कहा, “यह पवित्र दरगाह इस्लामी मूल्यों और इस्लामी युग के इतिहास का एक मूल्यवान स्मारक है... (और) इसकी मरम्मत और जीर्णोद्धार की सख्त जरूरत है।”
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia