दुनिया की खबरें: ईरान ने 20 दिन के निलंबन के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू की और यूक्रेन पर रूस का बड़ा हमला
ईरान ने इजराइल के साथ हालिया तनाव के मद्देनजर 20 दिन पहले निलंबित की गई अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं फिर शुरू कर दी हैं, जिसके बाद राजधानी तेहरान के इमाम खामेनेई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहली विदेशी उड़ान उतरी।

ईरान ने इजराइल के साथ हालिया तनाव के मद्देनजर 20 दिन पहले निलंबित की गई अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं फिर शुरू कर दी हैं, जिसके बाद राजधानी तेहरान के इमाम खामेनेई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहली विदेशी उड़ान उतरी। स्थानीय मीडिया की खबरों से शुक्रवार को यह जानकारी सामने आई।
'स्टूडेंट न्यूज नेटवर्क' की खबर के मुताबिक, ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता मेहदी रमजानी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आने वाली फ्लाईदुबई उड़ान के बुधवार को इमाम खामेनेई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने की पुष्टि की।
रमजानी ने कहा कि इजराइल के साथ हालिया तनाव के बाद इस उड़ान का तेहरान में उतरना ईरान के विमानन क्षेत्र के लिए "स्थिरता के नये चरण" का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह देश के हवाई क्षेत्र के शांतिमय एवं कुशल प्रबंधन की बहाली का संकेत देता है।
रमजानी के मुताबिक, जनता की जरूरतों को पूरा करने और हवाई संपर्क बहाल करने के लिए प्राधिकारियों के समन्वय से विशिष्ट गंतव्यों के लिए धीरे-धीरे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू की जाएंगी।
ईरान और इजराइल पिछले महीने 12 दिनों के भीषण संघर्ष के बाद युद्ध-विराम पर सहमत हुए। संघर्ष के दौरान इजराइल ने ईरान के परमाणु स्थलों और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों पर हमला किया था, जिसके जवाब में ईरान ने इजराइल पर बड़े पैमाने पर मिसाइल दागी थीं।
अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर 30,000 पौंड के "बंकर-बस्टिंग" बम गिराने के बाद दोनों देशों में युद्ध-विराम कराया।
हवाई यातायात नियंत्रकों की हड़ताल से फ्रांस आने-जाने वाली उड़ानें बाधित
फ्रांस के हवाई यातायात नियंत्रकों की हड़ताल के कारण पेरिस के सभी हवाई अड्डों पर शुक्रवार को लगभग 40 प्रतिशत उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे हजारों यात्रियों को असुविधा हुई।
हवाई यातायात नियंत्रक बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।
हड़ताल होने से फ्रांस के आसपास के हवाई अड्डों पर बृहस्पतिवार को भी उड़ानें प्रभावित हुईं लेकिन शुक्रवार को यह समस्या और बढ़ गयी।
राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने विमानन कंपनियों से पेरिस के चार्ल्स डी गॉल, ओरली एवं ब्यूवैस हवाई अड्डों पर शुक्रवार को 40 प्रतिशत उड़ानें, नाइस में करीब 50 फीसदी उड़ानें और मार्सिले, ल्योन व कुछ अन्य शहरों में 30 प्रतिशत उड़ानें रद्द करने को कहा।
बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने के बाद प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि फ्रांस के सभी हवाई अड्डों पर उड़ानों में लंबी देरी होने एवं व्यवधान की आशंका है।
इंडोनेशिया में बाली के पास नौका डूबने के बाद लापता हुए 30 लोगों की तलाश जारी
इंडोनेशियाई प्राधिकारियों ने पर्यटक द्वीप बाली के निकट एक नौका डूबने के बाद लापता हुए 30 लोगों की तलाश के लिए शुक्रवार को अपना खोज अभियान तेज कर दिया।
‘केएमपी टुनु प्रतामा जया’ नौका बुधवार देर रात पूर्वी जावा के केतापांग बंदरगाह से रवाना होने के लगभग आधे घंटे बाद डूब गई। यह नौका बाली के गिलिमनुक बंदरगाह जा रही थी।
राष्ट्रीय खोज एवं बचाव एजेंसी के संचालन उप प्रमुख रिबुत एको सुयात्नो ने बताया कि दृश्यता संबंधी समस्याओं के कारण खोज एवं बचाव अभियान बृहस्पतिवार शाम को रोक दिया गया था तथा शुक्रवार सुबह पुलिस और सैनिकों सहित 160 से अधिक बचावकर्मियों की मदद से इसे पुनः शुरू किया गया।
सुयात्नो ने बताया कि तीन हेलीकॉप्टर, एक ड्रोन और करीब 20 पोत की सहायता से बचाव अभियान संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार शुक्रवार को बाली जलडमरूमध्य के आस-पास ऊंची लहरें उठने और तूफान आने की संभावना है जिसके कारण छोटी नौकाओं के स्थान पर कम से कम तीन नौसेना पोत को तैनात किया जा रहा है।
एजेंसी ने बचाए गए 29 लोगों के बृहस्पतिवार देर रात नाम जारी किए और छह लोगों की मौत की पुष्टि की। उसने लापता लोगों के नाम जारी नहीं किए लेकिन यात्री सूची के अनुसार 30 लोग लापता है।
नौका में 53 यात्री, चालक दल के 12 सदस्य और 14 ट्रक सहित 22 वाहन थे।
इंडोनेशियाई अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं। जीवित बचे लोगों ने बचावकर्मियों को बताया कि नौका के इंजन कक्ष में संभवत: रिसाव था। इसी कक्ष में 22 वाहन थे।
गाजा : इजराइली हमले में 35 लोग मारे गए
गाजा में शुक्रवार को तड़के इजराइली हवाई हमलों में 15 फलस्तीनी मारे गए, वहीं राहत सामग्री के लिए इंतजार कर रहे 20 अन्य लोगों की भी गोलीबारी में मौत हो गई। मृतकों के शवों को जिस अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया है उसने ‘एपी’ को यह जानकारी दी।
इजराइली हवाई हमलों में मारे गए 15 लोगों में आठ महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। नासेर अस्पताल के अनुसार, राहत सामग्री के लिए इंतजार करते समय 20 अन्य लोगों को गोली मार दी गई।
गोलीबारी में जान गंवाने वाले लोगों में से दो लोग राफा स्थित राहत सामग्री वितरण स्थल के पास मारे गए जबकि 18 लोग अन्य स्थान पर तब मारे गए जब वे दक्षिणी गाजा में राहत सामग्री पहुंचाने वाले ट्रकों का इंतजार कर रहे थे।
ये घटनाएं ऐसे समय हुई हैं जब 21 महीने से चल रहे युद्ध को रोकने के प्रयास आगे बढ़ते दिख रहे हैं।
हमास ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि वह मिस्र और कतर के मध्यस्थों द्वारा प्रस्तुत युद्ध विराम प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अन्य फलस्तीनी गुटों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि इजराइल ने गाजा में 60 दिनों के युद्ध विराम की शर्तों पर सहमति व्यक्त की है। उन्होंने हमास से आग्रह किया कि स्थिति बिगड़ने से पहले वह इस समझौते को स्वीकार कर ले।
बयान में कहा गया है कि विचार-विमर्श समाप्त होने के बाद हमास मध्यस्थों को अपना अंतिम जवाब देगा।
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या 57,000 से अधिक हो गई है। मंत्रालय अपनी गणना में नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं करता है। मृतकों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।
यह युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने दक्षिणी इजराइल पर हमला किया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 लोग बंधक बना लिए गए।
फलस्तीनी प्रत्यक्षदर्शियों और गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मई में राहत सामग्री वितरण केंद्रों के खुलने के बाद से ऐसे केंद्रों तक पहुंचने की कोशिश करते समय कई सौ लोग इजराइली सैनिकों द्वारा मारे गए हैं।
इजराइली सेना ने बार-बार कहा है कि उसने केवल चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाई हैं और नागरिकों पर जानबूझकर गोलियां चलाने से इनकार किया है। सेना ने कहा कि वह नागरिकों को हुए नुकसान संबंधी विभिन्न रिपोर्ट की जांच कर रही है।
रोम में गैस स्टेशन पर धमाका, कम से कम 25 लोग घायल
दक्षिण-पूर्वी रोम में शुक्रवार सुबह एक गैस स्टेशन पर विस्फोट हो गया। इस घटना में नौ पुलिस अधिकारियों और एक अग्निशमन कर्मी सहित कम से कम 25 लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों और बचाव कर्मियों ने यह जानकारी दी।
विस्फोट सुबह करीब आठ बजे हुआ और इसकी आवाज दूर तक सुनी गई। विस्फोट के बाद उठा काला धुआं और आग का गोला दूर से ही दिख रहा था।
रोम के महापौर रॉबर्टो गुआल्तिएरी ने बताया कि स्थानीय पुलिस और अग्निशमन दल गैस रिसाव की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे, उनके पहुंचने के बाद वहां दो विस्फोट हुए।
रोम पुलिस की प्रवक्ता एलिसाबेट्टा एकार्डो ने बताया कि 16 निवासी घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है और उन्हें रोम के कैसिलिनो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि घायलों में नौ पुलिस, दमकल और अन्य एजेंसी के कर्मचारी हैं।
आग पर काबू पाने के लिए पंद्रह अग्निशमन दल घटनास्थल पर मौजूद हैं।
रोम के अभियोजक धमाकों का कारण जानने के लिए जांच कर रहे हैं।
पहले धमाके के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गैस स्टेशन के पास स्थित एक खेल केंद्र को तुरंत खाली करा लिया तथा कई बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पुलिस ने बताया कि वह आसपास के इलाके की तलाशी ले रही है ताकि पता लगाया जा सके कि कोई घायल तो नहीं है या पास की इमारतों में तो कोई नहीं फंसा है।
स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि धमाका इतना जोरदार और भयावह था कि लगा कि भूकंप आ गया है।
कैथोलिक ईसाई धर्म के शीर्ष नेता पोप लियो 14वें ने कहा कि वह विस्फोट से प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि वह घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र रख रही हैं।
यूक्रेन पर रूस का अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला, 550 टारगेट्स पर हमले: राष्ट्रपति जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को बताया कि रूस ने यूक्रेन पर अब तक के सबसे बड़े हवाई हमलों में से एक को अंजाम दिया है। इस हमले में कुल 550 लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, जिनमें कम से कम 330 रूसी-ईरानी 'शाहिद' ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "रूस का यह हमला जानबूझकर किया गया, बेहद बड़ा और निर्मम था। अग्निशमन और मलबा हटाने का कार्य अभी भी जारी है। राजधानी कीव इस हमले का मुख्य लक्ष्य रही।"
उन्होंने आगे बताया कि यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने 270 हवाई लक्ष्यों को मार गिराया, जबकि 208 ड्रोन को इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के माध्यम से निष्क्रिय किया गया। इंटरसेप्टर ड्रोन ने भी सक्रिय रूप से काम किया और दर्जनों ड्रोन गिराए गए।
जेलेंस्की ने कहा, "हम अपने शहरों की रक्षा के लिए इस प्रणाली को और विकसित कर रहे हैं। यह अत्यंत आवश्यक है कि हमारे सहयोगी देश, विशेष रूप से अमेरिका, बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ हमारी रक्षा प्रणाली को मजबूत करने में हमारा समर्थन जारी रखें।"
जेलेंस्की के अनुसार, कीव के अलावा ड्नीप्रो, सुमी, खारकीव और चेर्निहाइव क्षेत्रों पर भी हमला हुआ है। अब तक कम से कम 23 लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, "बहुत से स्थानों पर ड्रोन और मिसाइलों के मलबे गिरे हैं, जबकि कुछ जगहों पर सीधा हमला हुआ है। सभी घायलों को सहायता दी जा रही है।"
जेलेंस्की ने उल्लेख किया कि जब गुरुवार को यूक्रेनी शहरों में हवाई हमले के सायरन बजने शुरू हुए, ठीक उसी समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर बातचीत की खबरें सामने आईं।
उन्होंने कहा, "यह सब स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि जब तक रूस पर बड़े पैमाने पर दबाव नहीं डाला जाएगा, वह अपनी विनाशकारी नीतियों से पीछे नहीं हटेगा। हर हमले के जवाब में रूस को कड़े प्रतिबंधों और आर्थिक झटकों का सामना करना चाहिए। यही तरीका है जिससे हालात को जल्द बेहतर बनाया जा सकता है।"
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia