दुनिया की खबरें: इटली में घटते जन्मदर का महासंकट और खार्तूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ड्रोन हमला
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने कहा कि इटली में इस साल जन्म दर में और गिरावट आने की आशंका है, जो ऐतिहासिक रूप से सबसे कम है, जिससे देश का जनसांख्यिकीय संकट और गहरा जाएगा।

इटली में जन्म दर लगातार गिर रही है। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो आईएसटीएटी ने मंगलवार को आंकड़ों की जुबानी गिरावट की कहानी बताई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने कहा कि इटली में इस साल जन्म दर में और गिरावट आने की आशंका है, जो ऐतिहासिक रूप से सबसे कम है, जिससे देश का जनसांख्यिकीय संकट और गहरा जाएगा।
पिछले साल केवल 370,000 नवजात का जन्म हुआ था, जो 1861 में इटली के एकीकरण के बाद से सबसे कम था। लगातार 16वें वर्ष इन आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई थी। आईएसटीएटी ने एक बयान में कहा कि 2025 के पहले सात महीनों में यह नकारात्मक रुझान जारी रहा, जहां लगभग 198,000 नवजात जन्मे, जो 2024 की इसी अवधि की तुलना में 6.3 प्रतिशत कम है।
एजेंसी ने आगे बताया कि प्रजनन दर, जो प्रजनन आयु की प्रत्येक महिला से जन्मे बच्चों की औसत संख्या को मापती है, जनवरी-जुलाई में गिरकर 1.13 हो गई, जो पिछले साल के रिकॉर्ड निम्नतम 1.18 से कम थी।
इटली की लंबे समय से गिरती जन्म दर को राष्ट्रीय आपातकाल माना जा रहा है। प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और उनके पूर्ववर्तियों ने इसे दूर करने के लिए ठोस नीति का दावा किया था, लेकिन इसके बावजूद, इसमें कोई अंतर नहीं आया है।
खार्तूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ड्रोन हमला
खार्तूम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और सूडानी राजधानी के कई क्षेत्रों पर मंगलवार सुबह ड्रोन से हमला किया गया। यह हमला हवाई अड्डे से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू होने से ठीक एक दिन पहले किया गया।
एक सैन्य सूत्र ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "आज भोर में खार्तूम हवाई अड्डे पर पांच आत्मघाती ड्रोन के जरिए हमला किया गया।" सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "जमीन पर स्थित विमान-रोधी प्रणालियों ने सभी ड्रोन मार गिराए जिससे सीमित नुकसान हुआ।"
हवाई अड्डे के एक अन्य सूत्र ने बताया कि हमले में कई कर्मचारियों और एक नागरिक सुरक्षा अधिकारी को मामूली चोटें आईं।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक राजधानी के विभिन्न इलाकों में कई जगह विस्फोट हुए जिनकी उन्होंने आवाजें सुनीं। पूर्वी नील क्षेत्र के एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "हमने लगभग 11 ड्रोनों की आवाजें सुनीं, जिसके बाद लगातार विस्फोट हुए।" हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
सोमवार को, सूडानी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने घोषणा की कि खार्तूम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बुधवार से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू करेगा।
चल रहे संघर्ष के दौरान हवाई अड्डे को भारी नुकसान हुआ है, और 15 अप्रैल, 2023 को युद्ध शुरू होने पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के सबसे पहले हमला किए गए ठिकानों में से एक यह था।
यूक्रेन युद्ध : इस बार की ठंड में भी यूक्रेन वासियों के बिजली कटौती से जूझने की आशंका
यूक्रेन पर रूस के युद्ध का असर आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ रहा है। युद्ध को लेकर रूस जहां अपनी रणनीति बदल रहा है, वहीं आम लोगों को यह फिक्र सता रही है कि इस बार की ठंड भी बिजली संकट के बीच बीतेगी।
शोस्त्का की 40 साल की जिनैदा कॉट जब अपने गुर्दे के उपचार के दौरान अपना डायलिसिस करा रही थीं, तभी अचानक बिजली गुल हो गई और बिजली के बिना उन्हें जीवित रखने वाला यह उपकरण काम नहीं कर सकता। जिनैदा सात साल से डायलिसिस पर हैं और उनके लिए यह महज बेचैनी से कहीं ज्यादा बुरा है।
कॉट उन लाखों यूक्रेनवासियों में से एक हैं, जिन्हें अपनी एक और सर्दी बिजली कटौती के संकट के बीच काटनी पड़ेगी, क्योंकि रूस ने देश के ऊर्जा संस्थानों पर अपने हमले का अभियान तेज कर दिया है।
कुछ क्षेत्रों में खासकर पूर्व में सीमा के निकटवर्ती क्षेत्रों में जेनरेटर के चलने और अंधकार और पानी की कमी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है।
रूस द्वारा सैकड़ों ड्रोन दागे जाने के कारण ये हमले और भी ज्यादा प्रभावी हो गए हैं और हवाई सुरक्षा को भारी नुकसान पहुंचाते हैं, खासकर उन इलाकों में जहां सुरक्षा कमजोर है।
इसके नतीजे पहले से ही रोजमर्रा की जिंदगी को बदल रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिनका जीवन बिजली पर निर्भर है।
अक्टूबर की शुरुआत में रूस के हमले के कारण महज 72,000 लोगों की आबादी वाला यूक्रेन का छोटा सा उत्तरी शहर शोस्त्का बिना बिजली, पानी या गैस की समस्या से जूझ रहा था। शोस्त्का उत्तरी सूमी क्षेत्र में अग्रिम मोर्चे से सिर्फ 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
शोस्त्का के मेयर मायकोला नोहा ने कहा, ‘‘स्थिति चुनौतीपूर्ण है। बिजली और पानी अब एक निश्चित समय पर दिन में कुछ घंटों के लिए उपलब्ध है। यह निवासियों के लिए वाकई चिंता का विषय है, क्योंकि हम बिजली कटौती का पूर्वानुमान नहीं लगा सकते। हम कुछ ठीक करते हैं और वह फिर से खराब हो जाता है। यही हमारी स्थिति है।’’
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति सारकोजी पांच वर्ष की सजा काटने के लिए पेरिस जेल पहुंचे
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी लीबिया से प्राप्त धन से अपने 2007 के चुनाव अभियान के वित्तपोषण के आपराधिक षड्यंत्र के जुर्म में पांच वर्ष की सजा काटने के लिए मंगलवार को पेरिस की जेल में पहुंच गए। वह आधुनिक फ्रांस के पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं जिन्हें जेल भेजा गया है।
सारकोजी अपनी पत्नी कार्ला ब्रूनी सारकोजी का हाथ थामे हुए घर से निकले और ला सांते जेल पहुंचने के लिए कार में सवार हुए।
जेल जाते समय सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में सारकोजी ने कहा, ‘‘एक निर्दोष व्यक्ति को जेल में डाला जा रहा है।’’
पिछले महीने उन्हें इस आरोप में दोषी ठहराया गया था कि उन्होंने लीबिया से अवैध धन लेकर 2007 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान को वित्तपोषित करने की साजिश रची।
सारकोजी ने सजा और अपील लंबित रहने के दौरान जेल भेजे जाने के न्यायाधीश के निर्णय को चुनौती दी है।
राष्ट्रपति आवास एलिसी पैलेस से लेकर कुख्यात ला सांते जेल तक के अब तक के उनके सफर ने पूरे फ्रांस को झकझोर दिया है।
जेल में दाखिल होने से कुछ मिनट पहले सारकोजी और उनकी पत्नी अपने बच्चों और नाती-पोतों से मिलने अपने घर के बाहर निकले। उन्होंने पेरिस के उच्च-वर्गीय इलाके में एकत्र समर्थकों की भीड़ की ओर हाथ हिलाया और फिर कार में बैठ गए। सैकड़ों समर्थकों ने तालियां बजाईं और ‘‘निकोलस, निकोलस’’ के नारे लगाए। साथ ही फ्रांस का राष्ट्रगान गाया।