दुनिया की खबरें: पाकिस्तान की गीदड़ भभकी जारी और सुरक्षा कारणों से लाहौर और कराची वायुक्षेत्र में पाबंदी लगाई

सरकारी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ (एपीपी) ने सेना प्रमुख के हवाले से अपनी खबर में कहा, ‘‘इसमें कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए कि भारत के किसी भी सैन्य दुस्साहस का त्वरित, दृढ़ और कड़ा जवाब दिया जाएगा।’’

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी कि भारत के किसी भी ‘‘सैन्य दुस्साहस’’ का ‘‘त्वरित, दृढ़ और कड़ा जवाब’’ दिया जाएगा।

वह सशस्त्र बलों द्वारा आयोजित क्षेत्रीय प्रशिक्षण अभ्यास को देखने के लिए ‘फायरिंग रेंज’ में आये थे। उनकी यह टिप्पणी पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव तथा नयी दिल्ली द्वारा जवाबी कार्रवाई को लेकर इस्लामाबाद की आशंका के बीच आई है।

सरकारी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ (एपीपी) ने सेना प्रमुख के हवाले से अपनी खबर में कहा, ‘‘इसमें कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए कि भारत के किसी भी सैन्य दुस्साहस का त्वरित, दृढ़ और कड़ा जवाब दिया जाएगा।’’

उन्होंने ‘टिल्ला फील्ड फायरिंग रेंज’ (टीएफएफआर) में सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हालांकि पाकिस्तान क्षेत्रीय शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हमारी तैयारी पूरी है।’’

समाचार एजेंसी ने सेना की मीडिया शाखा द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति का हवाला देते हुए बताया कि जनरल मुनीर ‘हैमर स्ट्राइक’ अभ्यास देखने के लिए टीएफएफआर गये।

इसमें कहा गया है कि इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध की तैयारी, युद्धक्षेत्र में तालमेल और युद्ध की परिस्थितियों में अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों के परिचालन को प्रमाणित करना है।

पाकिस्तान ने बुधवार को कहा था कि भारतीय कार्रवाई की आशंका के मद्देनजर अगले 36 घंटे महत्वपूर्ण होंगे।

हालांकि, अमेरिकी विदेश मंत्री ने दोनों देशों के नेताओं से संयम बरतते हुए तनाव कम करने का आग्रह किया।

पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों से लाहौर और कराची वायुक्षेत्र में पाबंदी लगाई

पाकिस्तान ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए मई महीने में कराची और लाहौर हवाई क्षेत्र के कुछ खास हिस्सों को प्रतिदिन चार घंटे के लिए बंद रखने की घोषणा की है और देश के सभी हवाई अड्डों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा है। यहां बृहस्पतिवार को मीडिया में छपी खबर में यह जानकारी दी गई।

यह घटनाक्रम पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़े तनाव तथा नई दिल्ली द्वारा जवाबी कार्रवाई की आशंका के बीच हुआ है।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून समाचार पत्र ने एक आधिकारिक नोटिस के हवाले से खबर दी, ‘‘संबंधित हवाई क्षेत्र एक मई से 31 मई के बीच स्थानीय समयानुसार प्रतिदिन तड़के 4:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक बंद रहेगा।’’

नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने कहा कि बंद होने से वाणिज्यिक उड़ानों के संचालन में कोई खास बाधा नहीं आएगी, क्योंकि प्रतिबंधित घंटों के दौरान विमानों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जाएगा।

हवाई क्षेत्र के बारे में यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही पाकिस्तान की राष्ट्रीय विमानन कंपनी ने सुरक्षा कारणों से गिलगित, स्कार्दू और पाक के कब्जे वाले कश्मीर के अन्य उत्तरी क्षेत्रों से आने-जाने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी थीं।

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। मृतकों में अधिकतर पर्यटक थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को शीर्ष रक्षा अधिकारियों से कहा कि पहलगाम हमले पर भारत के जवाबी तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने के लिए सशस्त्र बल ‘‘पूरी तरह से स्वतंत्र’’ हैं।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अधिकारियों के हवाले से खबर दी कि यह निर्णय वायुक्षेत्र को पूर्ण रूप से बंद करने के बजाय उड़ान सूचना क्षेत्रों (एफआईआर) के भीतर चयनित गलियारों को प्रभावित करेगा तथा इसे एहतियाती सुरक्षा उपाय के रूप में लागू किया जा रहा है।

अधिकारियों ने पुष्टि की है कि कराची स्थित जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और लाहौर स्थित अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जैसे प्रमुख हवाई अड्डों से हवाई यातायात न्यूनतम समायोजन के साथ जारी रहेगा।

अखबार के अनुसार, वायु यातायात नियंत्रण अधिकारियों ने बुधवार को पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से गुजरने वाली विदेशी विमानन कंपनियों सहित सभी उड़ानों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए।

अधिकारियों ने बताया कि ये उपाय एहतियाती हैं और इनका उद्देश्य क्षेत्रीय तनाव के दौरान राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

अखबार में छपी खबर के मुताबिक, पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर, पाकिस्तान के अधिकारियों ने देश भर के सभी हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा है और सुरक्षा तथा निगरानी प्रोटोकॉल को काफी बढ़ा दिया है।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने विमानन सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय हवाई क्षेत्र से गुजरने वाली या यहां से उड़ान भरने वाली सभी विदेशी उड़ानों की कड़ी निगरानी शुरू की जा रही है।

अखबार ने खबर दी कि भारतीय विमानन कंपनियों के लिए पाकिस्तान के वायुक्षेत्र का इस्तेमाल पूर्णत: प्रतिबंधित है, अन्य अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों की उड़ानों पर कड़ी निगरानी की जा रही है। नियंत्रकों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रस्थान से पहले किसी भी संदिग्ध विमान के पायलटों से वायु रक्षा मंजूरी संख्या की मांग करें।

अखबार ने कहा, ‘‘उचित दस्तावेज और पहचान के बिना किसी भी विमान को मंजूरी नहीं दी जाएगी।’’


बांग्लादेश : शेख हसीना के बेटे ने परिवार की संपत्ति जब्त किए जाने की निंदा की

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रवासी बेटे साजिब वाजेद जॉय ने अपने करीबी पारिवारिक सदस्यों की संपत्ति जब्त करने के कदम की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि यह भ्रष्टाचार के किसी सबूत के बिना किया गया है।

ढाका की एक अदालत ने बुधवार को हसीना परिवार के पांच सदस्यों की और संपत्ति तथा जमीन कुर्क करने का आदेश दिया था।

पूर्व प्रधानमंत्री हसीना ने बांग्लादेश में पिछले साल पांच अगस्त को छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े आंदोलन के बाद देश छोड़कर भारत में शरण ली थी। इस आंदोलन ने उनकी 15 साल पुरानी सरकार को उखाड़ फेंका था। तीन दिन बाद, मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला था।

साजिब वाजेद जॉय ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यूनुस की तानाशाही के तहत बांग्लादेश की अदालतों ने मेरे परिवार की विरासत में मिली संपत्तियों को जब्त करने का कदम उठाया है।’’

अमेरिका में रहने वाले जॉय पहले अपनी मां शेख हसीना की सरकार में आईसीटी मामलों के सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने विशेष रूप से सुधा सदन पर कब्ज़ा करने की निंदा की।

उन्होंने कहा, ‘‘दशकों पहले मेरे पिता द्वारा बनाया गया घर जिसे इस (यूनुस) शासन के तहत आतंकवादियों ने लूट लिया और जला दिया।’’

हसीना के पति एवं परमाणु वैज्ञानिक वाजेद मिया की 2009 में मौत हो गई थी। ढाका के धानमंडी क्षेत्र में स्थित सुधा सदन को 11 मार्च को अदालत ने जब्त करने का आदेश दिया था।

अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिज समझौते के बाद हुए ड्रोन हमलों में नौ लोगों की मौत

अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिज समझौता होने के कुछ घंटे बाद हुए ड्रोन हमलों में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई।

दक्षिण पश्चिम यूक्रेन में आंशिक रूप से कब्जाए गए खेरसोन क्षेत्र के ओलेश्की शहर के एक बाजार पर हुए हमले में सात लोगों की मौत हो गई जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए। रूस की तरफ से नियुक्त व्लादिमीर सेल्डो ने यह जानकारी दी।

सेल्डो ने ‘टेलीग्राम’ पर लिखा, “हमले के समय बाजार में अनेक लोग मौजूद थे।”

उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने शुरू में हमले करने के बाद कुछ देर का अंतराल लिया और फिर बचे हुए लोगों को “खत्म” करने के लिए दोबारा हमले किए।

इस बीच, बृहस्पतिवार तड़के काले सागर के निकट स्थित ओडेसा शहर पर रूस के एक ड्रोन हमले में दो लोगों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य लोग घायल हो गए। यूक्रेन की आपातकालीन सेवा ने यह जानकारी दी।

ओडेसा के गवर्नर ओले किपर ने कहा कि बमबारी से अपार्टमेंट इमारतें, निजी घर, एक सुपरमार्केट और एक स्कूल प्रभावित हुआ।

सोशल मीडिया ‘टेलीग्राम’ पर किपर द्वारा साझा किए गए वीडियो में हमले में बहुमंजिला इमारत को पहुंचा नुकसान, एक टूटी हुई दुकान और आग की लपटों पर काबू पाते दमकलकर्मी नजर आ रहे हैं।

मेयर इहोर तेरेखोव के अनुसार, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के मध्य में स्थित एक पेट्रोल पंप को निशाना बनाकर ड्रोन से हमला किया गया, जिससे उसमें आग लग गई।

यूक्रेन की वायु सेना ने बताया कि रूस ने बृहस्पतिवार रात पांच यूक्रेनी क्षेत्रों में किए गए हमले में 170 विस्फोटक ड्रोन और हथियार का इस्तेमाल किया। वायुसेना ने बताया कि उनमें से 74 को रोक दिया गया और अन्य 68 संभवतः इलेक्ट्रॉनिक रूप से जाम होने के कारण बेकार हो गए।

वायु सेना ने कहा कि ड्रोन के अलावा रूस ने रात भर हुए हमले के दौरान पांच बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं।

वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी वायु सेना ने रात भर में आठ यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया।

हमलों के बाद, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने 50 दिन से अधिक समय तक पूर्ण और बिना शर्त युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को नजरअंदाज किया है।

उन्होंने कहा, “हमारे पास भी कम से कम नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला न करने और आकाश, समुद्र व जमीन पर स्थायी शांति स्थापित करने के लिए प्रस्ताव थे।”

अमेरिका और यूक्रेन ने बुधवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत अमेरिका को यूक्रेन के विशाल खनिज संसाधनों तक पहुंच प्रदान की जाएगी।

इस समझौते पर कई महीनों से बातचीत जारी थी, जिससे कीव को सैन्य सहायता हासिल करते रहने में मदद मिल सकेगी। इस बीच ऐसी चिंताएं हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के साथ जारी शांति वार्ता में रूस के प्रति समर्थन कम कर सकते हैं।


गाजा में इजराइली हवाई हमलों में बच्चों समेत 12 लोगों की मौत

मध्य गाजा में मकानों पर हुए इजराइली हवाई हमलों में बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। फलस्तीनी अस्पताल के कर्मियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अल-अक्सा अस्पताल कर्मियों के मुताबिक मरने वालों में दो युवा भाई शामिल हैं, जिनके शव टुकड़ों में अस्पताल में लाए गए।

अस्पताल के कर्मचारियों के अनुसार सुबह के समय नुसेरात शरणार्थी शिविर में तीन घरों पर हमले हुए। अस्पताल के मुर्दाघर के अनुसार, मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं।

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