दुनियाः पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए पुतिन, इजरायली बल ने गाजा के अस्पताल में सैन्य अभियान शुरू किया

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैनिकों की तैनाती के खिलाफ अमेरिका की अगुवाई वाले नाटो को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनके इस कदम से तीसरा विश्व युद्ध छिड़ सकता है। इजराइल के हमलों में फिलिस्तीनियों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 31,645 हो गया है।

पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए पुतिन
पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए पुतिन
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नवजीवन डेस्क

रूस में फिर चुनाव जीतकर पुतिन ने रचा इतिहास, पांचवीं बार देश के राष्ट्रपति चुने गए

रूस में हुए चुनाव में लगभग 88 प्रतिशत वोट हासिल करके व्लादिमीर पुतिन (71) पांचवीं बार देश के राष्ट्रपति चुने गए हैं, जो रूस में सोवियत-काल के बाद के इतिहास में सबसे अधिक है। मॉस्को में अपने राष्ट्रपति अभियान मुख्यालय में "विजयी भाषण" देते हुए पुतिन ने देश के लोगों को धन्यवाद दिया। वह 2030 तक इस पद पर रहेंगे और 200 साल से अधिक समय में देश के सबसे लंबे समय तक पदासीन नेता बन जाएँगे।

उन्होंने समर्थकों से कहा कि वह यूक्रेन में रूस के "विशेष सैन्य अभियान" को प्राथमिकता देंगे और रूसी सेना को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा, “हमारे सामने कई कार्य हैं। लेकिन जब हम एकजुट हो जाते हैं - कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन हमें डराना चाहता है, दबाना चाहता है - इतिहास में कोई भी ऐसा करने में सफल नहीं हुआ है, वे अब भी सफल नहीं हुए हैं, और वे भविष्य में भी कभी सफल नहीं होंगे।''

इजरायली बल ने गाजा के अस्पताल में सैन्य ऑपरेशन शुरू किया

इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने सोमवार को कहा कि उसने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा में एक मिलिट्री ऑपरेशन शुरू किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि उसके सैनिक फिलहाल शिफा अस्पताल के इलाके में ऑपरेशन चला रहे हैं। आईडीएफ ने कहा, "यह ऑपरेशन हमास के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा अस्पताल का इस्तेमाल करने की खुफिया जानकारी पर आधारित है।"

7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले में इजरायल के कम से कम 1,200 नागरिक मारे गए, जबकि 200 से अधिक को बंधक बना लिया गया। हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने 31,553 फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।

फोटोः IANS
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पुतिन ने यूक्रेन में सेना तैनाती के खिलाफ नाटो को दी विश्व युद्ध की चेतावनी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैनिकों की तैनाती के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनके इस कदम से तीसरा विश्व युद्ध छिड़ सकता है। राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत के बाद सोमवार तड़के अपने समर्थकों और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि यह कोई रहस्य नहीं है कि नाटो देशों के लड़ाके यूक्रेन में मौजूद हैं।

पुतिन ने कहा कि मॉस्को "अमेरिका के नेतृत्व में नाटो द्वारा यूक्रेन में अपने सैनिकों को भेजने से अच्छी तरह वाकिफ है।" रूसी मीडिया ने उनके हवाले से कहा, "हम फ्रेंच और अंग्रेजी दोनों भाषण सुनते हैं। इसमें कुछ भी अच्छा नहीं है।" फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की टिप्पणियों पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि रूस चाहता है कि फ्रांस "संघर्ष को न बढ़ाए, बल्कि इसका शांतिपूर्ण समाधान खोजने में मदद करे।"

फोटोः IANS
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अमेरिका और पश्चिम ने रूस के चुनाव की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल

अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने मौजूदा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक बार फिर से चुने जाने की खबरों के बीच सवाल खड़ा किया है। इन देशों ने रूसी राष्ट्रपति चुनाव में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया मेें निष्पक्षता व स्वतंत्रता का अभाव है। पुतिन ने अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया है और कई को चुनाव लड़ने से रोका है।

यूक्रेनी राष्ट्रपति ब्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने भी अपने रूसी समकक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पुतिन सत्ता में बने रहने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। एक बयान में, ब्रिटेन के विदेश विभाग ने यूक्रेनी क्षेत्र में अवैध रूप से चुनाव कराने के लिए रूस की आलोचना की। बयान में कहा गया कि इससे यह प्रतीत होता है कि शांति का रास्ता खोजने में रूस की दिलचस्पी नहीं है।

जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पुतिन का शासन सेंसरशिप, दमन और हिंसा पर निर्भर है।पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने भी रूस में हुए चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है। पोलिश विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा,"रूस में दमन के जिन हालात में मतदान हुआ, उसमें स्वतंत्र, लोकतांत्रिक विकल्प चुनना असंभव था।"

फोटोः IANS
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इजरायली हमलों में फिलिस्तीनी मृतकों की संख्या बढ़कर 31,645 हुई

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल के लगातार हमलों में फिलिस्तीनियों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 31,645 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इजरायली बमबारी की जद में 61 फिलिस्तीनी मारे गए, जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा 31,645 हो गया। इजरायली मीडिया ने बताया कि हमारा प्रतिनिधिमंडल जल्द ही दोहा पहुंचेगा। जिसके बाद हम संघर्ष विराम सहित कैदियों की रिहाई पर विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे, जो कि फिलहाल हमास के कैद में हैं।

फोटोः IANS
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल द्वारा घेराबंदी किए जाने के बाद से गाजा में गंभीर स्थिति पैदा हो गई है, जहां संयुक्त राष्ट्र ने बार-बार तटीय क्षेत्र के 24 लाख लोगों पर अकाल पड़ने की चेतावनी दी है।

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