दुनिया की खबरें: ट्रंप बोले- मैं पुतिन से खुश नहीं हूं और रूस ने यूक्रेन पर फिर ड्रोन से किए ताबड़तोड़ हमले
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर नाराजगी जताते हुए कहा, "मैं पुतिन से खुश नहीं हूं। मैं आपको अभी इतना बता सकता हूं कि रूसी और यूक्रेनी सैनिक हजारों की संख्या में मर रहे हैं।"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने यूक्रेन को अतिरिक्त हथियार भेजने को मंजूरी दी है और वे रूस पर नए प्रतिबंधों पर विचार कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक कैबिनेट बैठक के दौरान कहा, "हम यूक्रेन को कुछ रक्षात्मक हथियार भेज रहे हैं और मैंने इसकी मंजूरी दी है।"
उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर नाराजगी जताते हुए कहा, "मैं पुतिन से खुश नहीं हूं। मैं आपको अभी इतना बता सकता हूं कि रूसी और यूक्रेनी सैनिक हजारों की संख्या में मर रहे हैं।"
ट्रंप ने यह भी कहा कि वह रूस पर व्यापक प्रतिबंध लगाने वाले एक द्विपक्षीय सीनेट बिल का समर्थन करने पर विचार कर रहे हैं।
इससे पहले, सोमवार को ट्रंप ने यूक्रेन को अतिरिक्त हथियार भेजने की घोषणा की थी, जब रूस ने नए क्षेत्रीय कब्जे का दावा किया था।
ट्रंप ने यूक्रेन पर रूस के भारी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि यूक्रेन को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम और हथियार भेजेंगे, मुख्य रूप से रक्षात्मक हथियार।"
हाल ही में, अमेरिका ने कीव के लिए कुछ हथियारों की शिपमेंट को अचानक रोक दिया था, जिससे यूक्रेनी अधिकारी हैरान रह गए और उन्होंने स्पष्टीकरण मांगा था।
कुछ दिन पहले, ट्रंप ने पुतिन के साथ फोन पर बातचीत के बाद यूक्रेन में संघर्ष के समाधान में कोई प्रगति न होने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा, "हमने यूक्रेन के युद्ध सहित कई मुद्दों पर बात की। मैं इस स्थिति से खुश नहीं हूं।"
उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत के बाद भी इस संघर्ष को सुलझाने में कोई प्रगति नहीं हुई है।
क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि पुतिन और ट्रंप के बीच टेलीफोन बातचीत करीब एक घंटे तक चली।
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के अनुसार, ट्रंप और पुतिन की बातचीत में यूक्रेन मुद्दे पर चर्चा हुई। ट्रंप ने युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करने की बात दोहराई।
जवाब में, पुतिन ने कहा कि रूस अभी भी संघर्ष का राजनीतिक और बातचीत के जरिए समाधान तलाश रहा है। उन्होंने इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन की दूसरी सीधी बातचीत में हुए मानवीय समझौतों के कार्यान्वयन की प्रगति के बारे में ट्रंप को बताया। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस वार्ता जारी रखने को तैयार है।
बयान में आगे कहा गया कि पुतिन ने रूस के लक्ष्यों को हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई, खासकर उन मूल कारणों को खत्म करने के लिए, जिनके कारण वर्तमान स्थिति और तीखा टकराव पैदा हुआ है। रूस इन लक्ष्यों से पीछे नहीं हटेगा।
यूरी उशाकोव के अनुसार, बातचीत में ईरान और मध्य पूर्व की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
रूस ने यूक्रेन पर एक बार फिर ड्रोन से ताबड़तोड़ हमले किए : यू्क्रेनी अधिकारी
यूक्रेन की वायुसेना ने बुधवार को दावा किया कि रूस ने मंगलवार की रात यूक्रेन पर 728 ‘शाहिद’ और ‘डिकॉय’ ड्रोन से हमला किया और 13 मिसाइलें दागीं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उत्तर पश्चिमी यूक्रेन में पोलैंड और बेलारूस सीमा के पास स्थित शहर लुत्स्क सबसे अधिक प्रभावित है जबकि 10 अन्य क्षेत्रों में भी हमला किया गया है।
लुत्स्क में यूक्रेनी सेना के हवाई अड्डे हैं। मालवाहक विमान और लड़ाकू विमान नियमित रूप से शहर से उड़ान भरते रहते हैं। यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र युद्ध में रसद की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं क्योंकि वहां के हवाई अड्डों और डिपो पर महत्वपूर्ण विदेशी सैन्य सहायता की आपूर्ति होती है, जिसे बाद में देश के अन्य भागों में भेजा जाता है।
रूस ने हाल ही में बड़े पैमाने पर हवाई हमले करके यूक्रेनी वायु रक्षा को कमजोर करने की कोशिश की है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके बलों ने यूक्रेनी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया और ‘‘सभी निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक निशाने लगाए गए हैं।’’
इससे पहले चार जुलाई की देर रात से लेकर अगले दिन तक रूस ने यूक्रेन पर हमले किए थे।
रूस की विशाल सेना ने 1,000 किलोमीटर लंबी अग्रिम पंक्ति के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों पर बीती रात हुए हमलों के जरिये अपनी बात मनवाना चाहता है, जबकि अमेरिका के नेतृत्व में शांति प्रयास कमजोर पड़ रहे हैं।
उन्होंने यूक्रेन के सहयोगियों से रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।
अधिकारियों ने बताया कि रात भर चली बमबारी के दौरान कीव क्षेत्र में दो लोग घायल हो गए, जबकि आपातकालीन दल क्षति का आकलन करने में जुटे हुए हैं।
वायुसेना ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली ने 296 ड्रोन को मार गिराया जबकि 415 ड्रोन तथा सात मिसाइलें रडार से बचकर निकल गए या उन्हें अवरुद्ध (जाम) कर दिया गया।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस के शाहिद ड्रोन का मुकाबला करने के लिए विकसित यूक्रेनी ‘इंटरसेप्टर ड्रोन’ काफी कारगर साबित हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अधिकांश हमलों को नाकाम कर दिया गया है और ड्रोनों का घरेलू उत्पादन बढ़ाया जा रहा है।
पाकिस्तान में राजकपूर, दिलीप कुमार की इमारतों के संरक्षण के लिए राशि मंजूर
पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा प्रांतीय सरकार ने भारतीय सिनेमा जगत के दिग्गजों दिलीप कुमार और राजकपूर से जुड़ी ऐतिहासिक इमारतों के जीर्णोद्धार और संरक्षण के लिए बुधवार को 3.38 करोड़ रुपये मंजूर किए।
प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर और पर्यटन एवं पुरातत्व सलाहकार जाहिद खान शिनवारी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में इस आवंटन को मंजूरी दी गई।
बैठक में विश्व बैंक के एक कार्यक्रम के तहत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में विरासत संरक्षण और पर्यटन संवर्धन के लिए प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।
राजकपूर और दिलीप कुमार की ऐतिहासिक इमारतें, जिन्हें पाकिस्तान सरकार पहले ही राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर चुकी है, जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं।
खैबर पख्तूनख्वा पुरातत्व विभाग ने दोनों इमारतों को दोनों अभिनेताओं के जीवन और करियर को समर्पित संग्रहालयों में परिवर्तित करने की योजना बनाई है।
पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 13 जुलाई 2014 को इन इमारतों को राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किया था।
पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. अब्दुस समद ने बताया कि सरकार इन इमारतों का अधिग्रहण करके इसे एक संग्रहालय में बदलना चाहती है, जिसमें दिलीप कुमार और राज कपूर की पेशावर से मुंबई तक की यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा।
घोषणा का उद्देश्य ऐतिहासिक इमारत का सांस्कृतिक स्थल के रूप में संरक्षण सुनिश्चित करना है। बैठक में स्वीकृत अन्य विरासत संरक्षण और पर्यटन संवर्धन परियोजनाओं में प्रांत के विभिन्न संग्रहालयों और पुरातात्विक स्थलों का उन्नयन शामिल है।
समद ने कहा कि इन परियोजनाओं का प्राथमिक लक्ष्य प्रांत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करते हुए विरासत पर्यटन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, "इस पहल से न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोज़गार के नए अवसर भी पैदा होंगे।"
मुख्यमंत्री गंडापुर ने कहा, "खैबर पख्तूनख्वा की सांस्कृतिक विरासत न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता इस विरासत को संरक्षित करना और पर्यटन के माध्यम से आर्थिक विकास सुनिश्चित करना है।"
उन्होंने कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए इन परियोजनाओं पर काम शीघ्र ही शुरू होगा।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बैंकिंग जगत में वापस लौटे, अपना वेतन दान करेंगे
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बैंकिंग जगत में वापस आ गए हैं और उन्होंने गोल्डमैन सैक्स समूह में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नयी भूमिका संभाली है। सुनक अपनी आय को उस शिक्षा चैरिटी को दान करने की योजना बना रहे हैं जिसे उन्होंने हाल ही में अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ मिलकर स्थापित किया है।
राजनीति में प्रवेश करने से पहले सुनक ने अमेरिका स्थित बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक में काम किया था। बैंक ने मंगलवार को यह घोषणा की। यह घोषणा पिछले वर्ष चार जुलाई को आम चुनाव में हार के बाद ब्रिटिश भारतीय नेता के मंत्री पद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद आवश्यक 12 महीने की अवधि बीत जाने के बाद की गयी।
ब्रिटेन की व्यावसायिक नियुक्तियों पर सलाहकार समिति, जिसे पूर्व मंत्रियों द्वारा पद छोड़ने के बाद कम से कम दो वर्षों तक लिए जाने वाले किसी भी पद को मंजूरी देना आवश्यक होता है, ने कुछ शर्तों के साथ अपनी स्वीकृति दी। इन शर्तों का उद्देश्य “सरकार के लिए संभावित जोखिमों को कम करना” है, जो कि पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में सुनक को प्राप्त विशेषाधिकार प्राप्त जानकारी तक उनकी पहुंच से संबंधित हैं।
इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि उनकी नयी नौकरी से मिलने वाला वेतन धर्मार्थ संस्था ‘रिचमंड प्रोजेक्ट’ को दिया जाएगा जिसकी घोषणा इस वर्ष की शुरुआत में मूर्ति के साथ एक संयुक्त पहल के रूप में की गई थी। इसका उद्देश्य इंग्लैंड में बच्चों और युवाओं के बीच गणित और अंकगणित कौशल में सुधार लाना है।
इस हफ्ते प्रकाशित समिति के परामर्श में लिखा है, “गोल्डमैन सैक्स की ब्रिटेन सरकार की नीतियों में गहरी दिलचस्पी है। पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते, यह चिंता वाजिब है कि आपकी नियुक्ति को ब्रिटेन सरकार के भीतर अनुचित पहुंच और प्रभाव प्रदान करने वाली माना जा सकता है।”
इसमें कहा गया, “आपने और गोल्डमैन सैक्स ने समिति के समक्ष पुष्टि की है कि इस भूमिका में सरकार के लिए लामबंदी शामिल नहीं होगी, जिसे सभी पूर्व मंत्रियों को पद छोड़ने के बाद दो वर्षों तक करने से रोका जाता है। समिति ने माना कि यदि आप इस भूमिका में ब्रिटिश सरकार के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत शुरू करते हैं तो यह देखते हुए कि यह आपका घोषित इरादा नहीं है, कथित लामबंदी के जोखिम को कम करना मुश्किल होगा।”
शर्तों के तहत, सुनक मंत्री पद पर रहते हुए उपलब्ध किसी भी विशेषाधिकार प्राप्त जानकारी का उपयोग नहीं करेंगे।
सुनक ने इससे पहले 2000 में गोल्डमैन सैक्स में निवेश बैंकिंग में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षु के रूप में काम किया था और बाद में 2001 से 2004 के बीच विश्लेषक के रूप में काम किया था।
नेपाल-चीन सीमा पर बाढ़ के कारण नौ लोगों की मौत, 20 अन्य लापता
नेपाल के रसुवा जिले में मानसून की बारिश के कारण नदी में बाढ़ आ जाने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई तथा 20 अन्य लापता हो गए। साथ ही बाढ़ के कारण देश को चीन से जोड़ने वाला ‘‘फ्रेंडशिप ब्रिज’’ बह गया।
चीन में सोमवार रात को मूसलाधार मानसूनी बरसात के कारण नेपाल में भोटेकोशी नदी में बाढ़ आ गयी।
‘रिपब्लिका’ अखबार की खबर के अनुसार, नदी में बाढ़ आने से कम से कम नौ लोग बह गए। उनके शव कई मील दूर धादिंग और चितवन जिलों से बरामद किए गए।
काठमांडू से 120 किलोमीटर उत्तरपूर्व में रासुवा जिले में स्थित ‘मितेरी पुल’ सोमवार देर रात सवा तीन बजे आयी बाढ़ में बह गया।
पुल बहने से लापता हुए 20 लोगों में से तीन सुरक्षा कर्मी हैं और छह चीनी नागरिक बताए गए हैं। इलाके में कई बचावकर्मी मौजूद हैं।
बाढ़ ने जिले की चार जलविद्युत परियोजनाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे राष्ट्रीय विद्युत ग्रिड को कम से कम 211 मेगावाट बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई।
उफनती नदी 23 मालवाहक कंटेनर, छह मालवाहक ट्रक और 35 इलेक्ट्रिक वाहन बहा ले गयी।