दुनिया की खबरें: अमेरिका ने रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए और ‘मैंने नेतन्याहू को युद्ध...'

अमेरिका ने मास्को की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। प्रतिबंध की यह घोषणा ऐसे समय आई जब रूसी ड्रोन और मिसाइलों ने यूक्रेन के कई हिस्सों को निशाना बनाया।

फोटोः सोशल मीडिया
i
user

नवजीवन डेस्क

रूस पर यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का दबाव बढ़ाने के उद्देश्य से अमेरिका ने मास्को की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बुधवार को यह घोषणा करते हुए मास्को की “निरर्थक युद्ध” समाप्त न करने की जिद की कड़ी आलोचना की।

बेसेंट ने कहा कि रोसनेफ्ट और लुकोइल सहित दर्जनों सहायक कंपनियों पर लगाए गए ये प्रतिबंध राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महीनों से पड़ रहे द्विदलीय दबाव के बाद लगाए गए हैं, जिसमें रूस के तेल उद्योग को और कड़े प्रतिबंधों के दायरे में लाने की मांग की जा रही थी।

उन्होंने कहा, “यह समय हत्या बंद करने और तत्काल युद्धविराम का है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा इस निरर्थक युद्ध को समाप्त करने से इनकार करने के मद्देनजर, वित्त मंत्रालय रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगा रहा है, जो क्रेमलिन की युद्ध मशीन को वित्तपोषित करती हैं।”

बेसेंट ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वित्त मंत्रालय अतिरिक्त कार्रवाई करने को तैयार है, ताकि राष्ट्रपति ट्रंप के युद्ध समाप्त करने के प्रयासों को समर्थन मिल सके। उन्होंने कहा, “हम अपने सहयोगियों से अपील करते हैं कि वे भी इन प्रतिबंधों में हमारे साथ शामिल हों और इनका पालन करें।”

बेसेंट ने यह टिप्पणी उस समय की जब नाटो महासचिव मार्क रुटे वॉशिंगटन में राष्ट्रपति ट्रंप से वार्ता के लिए मौजूद थे। नाटो गठबंधन यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति के समन्वय में लगा है, जिनमें से कई हथियार कनाडा और यूरोपीय देशों द्वारा अमेरिका से खरीदे गए हैं।

प्रतिबंध की यह घोषणा ऐसे समय आई जब रूसी ड्रोन और मिसाइलों ने यूक्रेन के कई हिस्सों को निशाना बनाया। इन हमलों में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक महिला और उसकी दो छोटी बेटियां शामिल थीं।

चीन ने रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों का 'विरोध' किया

चीन ने गुरुवार को कहा कि वह यूक्रेन-रूस जंग को लेकर अमेरिका द्वारा दो सबसे बड़ी रूसी तेल कंपनियों पर लगाए गए हालिया प्रतिबंधों का विरोध करता है और कहा कि इन प्रतिबंधों का "अंतर्राष्ट्रीय कानून में कोई आधार नहीं है।"

रूस के एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार, चीन ने कहा है कि वह युद्ध पर तटस्थ रुख अपनाता है और 2022 में यूक्रेन पर मास्को के पूर्ण आक्रमण की निंदा करने से परहेज करता है।

बीजिंग में एक दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नए अमेरिकी प्रतिबंधों के बारे में पूछे जाने पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा, "चीन लगातार ऐसे एकतरफा प्रतिबंधों का विरोध करता है जिनका अंतर्राष्ट्रीय कानून में कोई आधार नहीं है और जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अधिकृत नहीं हैं।"

ट्रंप के इस बयान के बारे में एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में पुतिन पर "बड़ा प्रभाव" डाल सकते हैं, गुओ ने कहा कि "यूक्रेन संकट से निपटने का एकमात्र व्यावहारिक तरीका बातचीत और वार्ता है।"

उसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में, गुओ ने बुधवार को यूरोपीय संघ द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों की आलोचना की, जिनके निशाने पर चीनी कंपनियां भी थीं। उन्होंने कहा कि बीजिंग "इससे बेहद नाराज" है।

उन्होंने कहा, "चीन न तो यूक्रेन संकट का निर्माता है और न ही इसमें शामिल है।" उन्होंने आगे कहा, "यूरोपीय पक्ष चीनी और रूसी उद्यमों के बीच सामान्य आदान-प्रदान और सहयोग के बारे में गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं है।"


साउथ कोरिया में ट्रंप के दौरे से पहले हरकत में आया उत्तर कोरिया

उत्तर कोरिया ने गुरुवार को दो हाइपरसोनिक प्रोजेक्टाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। उन्होंने इसे महत्वपूर्ण हथियार प्रणाली बताते हुए कहा कि ये अत्याधुनिक मिसाइलें उत्तर कोरिया की युद्ध प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती हैं।

इससे पहले दक्षिण कोरिया की तरफ से जानकारी दी गई थी कि नॉर्थ कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइल दागे थे। अगले हफ्ते दक्षिण कोरिया में एपीईसी समिट होने वाला है। समिट से पहले उत्तर कोरिया की तरफ से गतिविधि बढ़ती नजर आ रही है।

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा, "प्योंगयांग नगर पालिका के रयोक्फो जिले से उत्तर-पूर्व दिशा में प्रक्षेपित दो हाइपरसोनिक प्रक्षेपास्त्रों ने उत्तरी हैमग्योंग प्रांत के ओरांग काउंटी में क्वेसांग चोटी के पठार पर स्थित लक्ष्य बिंदु को निशाना बनाया।"

केसीएनए ने बताया कि प्रशासन द्वारा पिछले दिन किया गया यह परीक्षण एक रक्षा क्षमता विकास कार्यक्रम का हिस्सा था। इसका उद्देश्य दुश्मनों के खिलाफ अपनी रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता की स्थिरता और प्रभावशीलता को बढ़ाना था। उत्तर कोरिया ने बुधवार को साउथ कोरिया पर पांच महीने में पहली बैलिस्टिक मिसाइलें दागी।

योनहाप न्यूज एजेंसी के अनुसार, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि उसने उत्तर कोरिया के दक्षिणी उत्तरी ह्वांगहे के जुंगह्वा से सुबह लगभग 8:10 बजे उत्तर-पूर्व की ओर दागी गईं कई छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का पता लगाया।

जेसीएस ने कहा कि मिसाइलों ने लगभग 350 किलोमीटर की दूरी तय की। इसके साथ ही अधिकारी इस संभावना पर विचार कर रहे हैं कि ये मिसाइलें वही सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलें थीं, जिनका उत्तर कोरिया ने सितंबर 2024 में परीक्षण किया था।

‘मैंने नेतन्याहू को गाजा युद्ध लड़ने से रोका था, नहीं तो शायद ये बरसों तक जारी रहता: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उनकी वजह से ही गाजा युद्धविराम संभव हो पाया और अगर वो मध्यस्थता न करते तो शायद ये बरसों तक जारी रहता।

ट्रंप ने अमेरिकी पत्रिका 'टाइम' को दिए एक इंटरव्यू में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध रोकने पर मजबूर किया, और अगर ऐसा नहीं होता तो यह वर्षों तक चलता रहता।

15 अक्टूबर को हुआ साक्षात्कार 23 अक्टूबर को प्रकाशित किया गया, जिसमें ट्रंप ने दावा किया, "मैंने बीबी (नेतन्याहू) से कहा, बीबी, तुम दुनिया से नहीं लड़ सकते। तुम अलग-अलग लड़ाइयां लड़ सकते हो, लेकिन दुनिया तुम्हारे खिलाफ है। और दुनिया की तुलना में इजरायल बहुत छोटी जगह है।"

अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, "आप जानते हैं, मैंने उन्हें रोक दिया, नहीं तो वह यूं ही लड़ते रहते। यह बरसों तक चलता रहता। और मैंने उसे रोका, और जब मैंने रोका तो सभी एकजुट हो गए। यह अद्भुत था।"

उन्होंने कतर में हमास नेताओं पर इजरायल के हमले के प्रयास को "भयानक गलती" बताया, लेकिन कहा कि इससे समझौते की दिशा में गति भी आई। ट्रंप बोले, "और जब उन्होंने कतर पर हमला कर एक रणनीतिक गलती की, वह बहुत भयानक थी। लेकिन वास्तव में, और मैंने अमीर से कहा भी, यही वह बात थी जिसने हम सबको एकजुट किया, क्योंकि यह इतना बेमेल था कि इसने सभी को वह करने पर मजबूर कर दिया जो उन्हें करना था।"

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia