दुनिया की खबरें: यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होगी खत्म? और बांग्लादेश में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा

ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध समाप्त कराने की उनकी योजना तैयार है और वह अपने दूत स्टीव विटकॉफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से और सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल को यूक्रेनी अधिकारियों से बातचीत के लिए भेज रहे हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध समाप्त कराने की उनकी योजना तैयार है और वह अपने दूत स्टीव विटकॉफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से तथा सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल को यूक्रेनी अधिकारियों से बातचीत के लिए भेज रहे हैं।

ट्रंप ने संकेत दिया कि वह भी पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात कर सकते हैं, लेकिन वार्ता में पर्याप्त प्रगति होने पर।

उन्होंने कहा कि वह उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो, युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ और अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सूज़ी वाइल्स के साथ प्रगति की जानकारी लेंगे।

ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई जब सेना सचिव ड्रिस्कॉल ने सोमवार देर रात और मंगलवार को अबू धाबी में रूसी अधिकारियों से बातचीत की।

सेना सचिव के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेफ टोलबर्ट ने कहा, ‘‘वार्ता सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है और हम आशावादी बने हुए हैं।’’

बातचीत जारी रहने के बीच रूस ने कीव पर रातभर मिसाइल हमले किए, जिनमें कम से कम सात लोग मारे गए जबकि यूक्रेन के हमले में दक्षिणी रूस में तीन लोगों की मौत हुई। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पिछले सप्ताह सामने आई ट्रंप की शांति योजना रूस के पक्ष वाली बताई गई है जिसके बाद जेलेंस्की तुरंत अमेरिकी वार्ताकारों से मिले। यूरोपीय देशों ने भी इस पर अपनी चिंताएं जतायी हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि शांति प्रयास महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं और गति पकड़ रहे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने भी बातचीत को सकारात्मक बताया। हालांकि, यूक्रेन के प्रतिनिधि ओलेक्ज़ेंडर बेव्ज ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि कोई सहमति बन गई है।

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी ने मौत की सजा के विरोध में 30 नवंबर तक देशव्यापी आंदोलन और प्रतिरोध मार्च की मंगलवार को घोषणा की।

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और तत्कालीन गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल को पिछले वर्ष जुलाई में उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शनों के दौरान किए गए ‘‘मानवता के विरुद्ध अपराधों’’ के लिए 17 नवंबर को एक विशेष न्यायाधिकरण द्वारा उनकी अनुपस्थिति में मौत की सजा सुनाई गई।

महीनों तक चले मुकदमे के बाद अपने फैसले में बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने 78 वर्षीय अवामी लीग नेता को हिंसक दमन का “मास्टरमाइंड और प्रमुख सूत्रधार” बताया, जिसमें सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी। हसीना फिलहाल भारत में हैं।

अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट में, अवामी लीग ने आरोप लगाया कि न्यायाधिकरण का फैसला मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा हसीना और उनकी पार्टी को अगले साल फरवरी में होने वाले चुनाव से बाहर रखने के लिए एक राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है।

अवामी लीग ने आईसीटी न्यायाधिकरण को अवैध करार देते हुए इसके फैसले को खारिज करते हुए और यूनुस के इस्तीफे की मांग करते हुए 30 नवंबर तक सभी जिलों और उपजिलों में विरोध प्रदर्शन और प्रतिरोध मार्च आयोजित करने की घोषणा की।


इथियोपिया : ज्वालामुखी से राख और धुएं के गुबार निकलने की दर में कमी आई

उत्तरी इथियोपिया के लंबे समय से निष्क्रिय हेली गुब्बी ज्वालामुखी से राख और धुंए के निकलने की दर में मंगलवार को कमी आई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि सप्ताहांत में हुए विस्फोट के कारण आसपास के गांवों में भारी तबाही मची है और राख के गुबार के कारण ऊंचाई वाले उड़ान मार्ग बाधित हो गए थे, जिसके कारण उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं।

अधिकारियों ने बताया कि अफार क्षेत्र के अफदेरा जिले के गांव राख से ढक गए हैं। वहां के निवासियों को सांस लेने में समस्या आ रही है तथा पशुओं की घास और पानी पूरी तरह राख से ढके हुए हैं।

अदीस अबाबा विश्वविद्यालय के भूविज्ञानी अताले अयेले ने कहा कि ऐसे विस्फोट इसलिए होते हैं क्योंकि इथियोपिया एक सक्रिय ‘रिफ्ट प्रणाली’ के किनारे स्थित है जहां ज्वालामुखी और भूकंप अक्सर आते रहते हैं। उन्होंने बताया, ‘‘पिछले 10,000 वर्षों में हेली गुब्बी का यह पहला दर्ज विस्फोट है।’’

इंडोनेशिया में अचानक आई बाढ़ और लैंडस्लाइड ने मचाई तबाही, कम से कम 13 लोगों की मौत

इंडोनेशिया में बाढ़ और लैंडस्लाइड ने भारी तबाही मचाई है। जानकारी के अनुसार, इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा के सात इलाकों और शहरों में बाढ़ और लैंडस्लाइड से 13 लोगों की मौत हो गई है। प्रोविंशियल डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी (बीपीबीडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने बीपीबीडी के हवाले से बताया कि उत्तरी सुमात्रा में इमरजेंसी हैंडलिंग, इक्विपमेंट और लॉजिस्टिक्स के हेड वाह्युनी पंचसिलावती ने बताया कि मृतकों में दक्षिणी तपनौली रीजेंसी में नौ और केंद्रीय तपनौली रीजेंसी में चार लोग शामिल हैं।

सिन्हुआ के अनुसार 22 से 25 नवंबर तक लगातार भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर आ गईं। इसकी वजह से सेंट्रल तपनौली, सिबोल्गा, मंडेलिंग नटाल, साउथ तपनौली, उत्तरी तपनौली, दक्षिणी नियास और पदांगसिडिम्पुआन में बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं।

सिन्हुआ ने अधिकारी के हवाले से बताया कि दक्षिण तपनौली में 37 लोग घायल हुए और तीन लोग लापता हैं, जबकि केंद्रीय तपनौली में नुकसान का डेटा अभी इकट्ठा किया जा रहा है। इन आपदाओं से सैकड़ों घरों, स्कूलों और पब्लिक जगहों को भी नुकसान हुआ और हजारों लोगों को प्रभावित इलाकों से सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ रहा है।

इससे पहले सिन्हुआ ने जानकारी दी थी कि उत्तरी सुमात्रा में लैंडस्लाइड और अचानक आई बाढ़ में चार लोगों की मौत हो गई और 34 लोग घायल हो गए। इसे लेकर प्रांतीय डिजास्टर मैनेजमेंट और मिटिगेशन एजेंसी के हेड तुहता रामाजया सारागिह ने कहा कि मंगलवार को केंद्रीय तपनौली रीजेंसी के एक गांव में भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हुआ, जिससे एक घर तबाह हो गया और उसमें रहने वाले चार लोगों की मौत हो गई।

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