दुनिया की खबरें: बांग्लादेश में होगा चुनाव? और भूकंप के बाद निकासी के दौरान पाकिस्तान के 200 से अधिक कैदी भागे

स्थानीय मीडिया ने सलाहुद्दीन के हवाले से कहा, "दिसंबर में बहुत देर हो चुकी है। उससे पहले चुनाव कराना संभव है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के स्थायी समिति के सदस्य सलाहुद्दीन अहमद ने मंगलवार को कहा कि देश में दिसंबर से पहले राष्ट्रीय चुनाव कराना पूरी तरह संभव है, क्योंकि आम सहमति के आधार पर आवश्यक सुधार पूरा करने में एक महीने से भी कम समय लग सकता है।

मंगलवार को गोनो अधिकार परिषद द्वारा आयोजित एक चर्चा में स्थानीय मीडिया ने सलाहुद्दीन के हवाले से कहा, "दिसंबर में बहुत देर हो चुकी है। उससे पहले चुनाव कराना संभव है। यदि संवैधानिक संशोधनों से संबंधित प्रस्तावों को छोड़कर सुधार प्रस्तावों को राष्ट्रीय सहमति से स्वीकार कर लिया जाता है, तो उन्हें एक महीने से भी कम समय में लागू किया जा सकता है।"

सलाहुद्दीन ने दोहराया कि उन्हें अभी तक दिसंबर के बाद चुनाव टालने का कोई वैध तर्क नहीं मिला है। उन्होंने आगे कहा, "हम सभी लोकतंत्र और लोगों के मतदान के अधिकार को स्थापित करने के लिए शीघ्र चुनाव के पक्ष में हैं। ऐसा एक भी कारण नहीं है जो दिसंबर के बाद चुनाव कराने को उचित ठहराए।"

मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर इस वर्ष के अंत तक चुनाव कराने के लिए बीएनपी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से दबाव बढ़ रहा है।

बीएनपी को चुनावों में बहुमत हासिल करने का भरोसा है, जबकि यूनुस, जो वर्तमान में देश की अराजक, हिंसक, अस्थिर राजनीति की प्रबल धाराओं के साथ बह रहे हैं, पहले लोकतांत्रिक सुधारों को लागू करने और चुनावों को जून 2026 तक टालने पर जोर दे रहे हैं।

पिछले महीने बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने युवाओं और देश की जनता से आग्रह किया था कि वे यह सुनिश्चित करें कि चुनाव दिसंबर तक हो जाएं।

रहमान ने लंदन से वर्चुअली बीएनपी की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "ऐतिहासिक रूप से, बांग्लादेश में कार्यवाहक सरकारों ने दिखाया है कि तीन महीने के भीतर राष्ट्रीय चुनाव आयोजित और निष्पादित किए जा सकते हैं। हालांकि, अपने कार्यकाल के 10 महीने बाद भी। यूनुस के नेतृत्व वाले अंतरिम प्रशासन ने अभी भी चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की है। बांग्लादेश के लोग इससे बेहतर के हकदार हैं। हम एक ऐसे राष्ट्र की तलाश कर रहे हैं जो तानाशाही से मुक्त हो, जिसका नेतृत्व निष्पक्ष वोट के माध्यम से चुनी गई सरकार करे और जो अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेह हो।"

उन्होंने कहा, 'यदि आपमें से कोई सत्ता में रहना चाहता है, तो अपने पदों से इस्तीफा दे दे, लोगों के साथ खड़ा हो। चुनाव लड़े और यदि जीत जाए तो सरकार का नेतृत्व करने के लिए वापस आ जाए।"

इस बीच, बांग्लादेश की जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) ने दिसंबर में चुनाव की तारीख का स्पष्ट रूप से समर्थन नहीं किया है। पार्टी के नायब-ए-अमीर और पूर्व सांसद सैयद अब्दुल्ला मोहम्मद ताहिर ने कहा कि पार्टी दिसंबर से अप्रैल के बीच चुनाव की रूपरेखा तैयार करना चाहती है।

उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश रेफत अहमद की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट के सात सदस्यीय पूर्ण अपीलीय खंडपीठ ने रविवार को उच्च न्यायालय के उस फैसले को रद्द कर दिया, जिसमें जमात-ए-इस्लामी के राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण को अवैध घोषित किया था। इस फैसले ने जमात के राष्ट्रीय चुनावों में भाग लेने के खिलाफ सभी कानूनी बाधाओं को हटा दिया।

बीते सोमवार को यूनुस ने राष्ट्रीय सहमति आयोग (एनसीसी) की बैठक की अध्यक्षता की, जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच समय पर चुनाव कराने की आवश्यकता पर आम सहमति बनती दिखी।

मुख्य सलाहकार अभी हाल ही में जापान की अपनी यात्रा से स्वदेश लौटे हैं, जो पिछले 10 महीनों में उनकी 10वीं विदेश यात्रा है, जबकि बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जारी है और नागरिक अलोकतांत्रिक, अस्थिर राजनीतिक और प्रतिकूल सामाजिक-सांस्कृतिक परिदृश्य में राजनीतिक और आर्थिक विकास को लेकर चिंतित हैं।

यूनुस बकरीद के बाद 10-13 जून तक लंदन की अपनी एक और विदेश यात्रा पर जाने वाले हैं।

भूकंप के बाद निकासी के दौरान पाकिस्तान की जेलों से 200 से अधिक कैदी भागे

पाकिस्तान में भूकंप के बाद एहतियात के तौर पर वहां की एक जेल से कैदियों को निकाले जाने के दौरान मची अफरा-तफरी के बाद कम से कम 216 कैदी जेल से भाग गए। मंगलवार को मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली।

‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, कराची की मलीर जेल में सोमवार रात हुई घटना में एक कैदी की मौत हो गई और अर्द्धसैनिक फ्रंटियर कोर के तीन जवान तथा एक जेल कर्मचारी घायल हो गया। जेल अधिकारियों के अनुसार, 80 से अधिक कैदियों को फिर से पकड़ लिया गया।

कराची में पिछले 24 घंटे में कई बार भूकंप के झटके आए।

जेल अधीक्षक अरशद शाह ने कहा कि भूकंप के दौरान 600 से अधिक कैदियों को उनके बैरक से बाहर निकाला गया था।

शाह के हवाले से खबर में कहा गया है, ‘‘अफरा-तफरी के बीच 216 कैदी भाग निकले।’’ उन्होंने कहा कि 135 से अधिक कैदी अब भी फरार हैं तथा तलाश अभियान जारी है।

कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने फरार कैदियों का पता लगाने के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया है।

खबर में कहा गया है कि सिंध के गृह मंत्री जिया-उल-हसन लंजर ने इसे हाल के वर्षों में ‘‘जेल तोड़कर कैदियों के भागने की सबसे गंभीर’’ घटना करार दिया है।

मंत्री ने कहा कि सभी फरार कैदियों की पहचान कर ली गई है तथा उनके आवास और आस-पास के इलाकों में लक्षित छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की जाएगी।

जेल अधिकारियों के हवाले से खबर में कहा गया है कि घटना के समय मलीर जेल में 6,000 से अधिक कैदी थे, जिनमें से अधिकतर नशीली दवाओं से संबंधित मामलों में शामिल थे।

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के भूकंपीय निगरानी केंद्र के अनुसार, कराची में रविवार से 16 बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।


तुर्किये के तट पर 5.8 तीव्रता का भूकंप; कई लोग घायल, एक लड़की की मौत

तुर्किये में भूमध्यसागर से सटे एक तटीय शहर में सोमवार देर रात को 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के कारण लोग घबराकर अपने-अपने घरों से बाहर निकलने के लिए खिड़कियों और बालकनी से कूदने लगे, जिससे कई लोग घायल हो गए और एक लड़की की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, भूकंप में किसी बड़ी क्षति की कोई सूचना नहीं है।

तुर्किये की आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ‘डिजास्टर एंड एमरजेंसी मैनेजमेंट प्रेसीडेंसी’ ने कहा कि भूकंप देर रात दो बजकर 17 मिनट पर आया और इसका केंद्र तटीय शहर मारमारिस से सटे भूमध्य सागर में था। भूकंप के झटके रोड्स के ग्रीक द्वीप सहित आसपास के क्षेत्रों में भी महसूस किए गए।

तुर्किये के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि 14 साल की लड़की को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। मंत्री ने बताया कि लड़की को घबराहट और बेचैनी का दौरा पड़ा था। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि लड़की को क्या कोई अन्य बीमारी भी थी या नहीं।

उन्होंने बताया कि घबराहट में खिड़कियों से या बालकनी से कूदने के कारण करीब 70 लोग घायल हो गए, जिनका इलाज हो रहा है। भूकंप के कारण इमारतों के क्षतिग्रस्त होने की कोई सूचना नहीं है।

तुर्किये भूकंप संभावित क्षेत्र में आता है और यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। तुर्किये में 2023 में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था जिसके कारण 53,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और देश के दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व के 11 प्रांतों में सैकड़ों इमारतें नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गई थीं। भूकंप के कारण पड़ोसी सीरिया के उत्तरी हिस्सों में करीब 6,000 लोग मारे गए थे।

यूक्रेन में रूस के रॉकेट हमले में तीन लोगों की मौत, कीव ने रूस के अंदर घुसकर पुल को क्षतिग्रस्त किया

रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के शहर सुमी को निशाना बनाकर हमला किया जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह इस बात को रेखांकित करता है कि मॉस्को का तीन साल से जारी युद्ध को रोकने का कोई इरादा नहीं है।

इस बीच, यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने कहा कि उसने रूस के अंदर फिर से हमला किया है।

इसके दो दिन पहले यूक्रेन ने ड्रोन के जरिये रूस के अंदर घुसकर उसके हवाई अड्डों पर भीषण हमला किया था जिसमें कई विमान नष्ट हो गए थे।

यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि तीन साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रत्यक्ष शांति वार्ता में कोई प्रगति नहीं होने के एक दिन बाद उत्तर-पूर्वी शहर के केंद्र में स्थित इमारतों और एक अस्पताल पर रॉकेटों की बौछार कर दी गई।

जेलेंस्की ने कहा कि सुमी पर दागे गए रॉकेटों में से एक इमारत की दीवार में घुस गया, लेकिन विस्फोट नहीं हुआ। जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘इस युद्ध को समाप्त करने से जुड़ी रूस की इच्छा के बारे में आपको बस इतना ही जानना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि वैश्विक दबाव के बिना, अमेरिका, यूरोप और दुनिया के सभी सत्तारूढ़ लोगों की निर्णायक कार्रवाई के बिना, (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होंगे।’’

इस्तांबुल में सोमवार को हुई वार्ता में युद्धरत देशों के प्रतिनिधिमंडल मृत और घायल सैनिकों की अदला-बदली करने पर सहमत हुए थे, लेकिन युद्ध समाप्त करने के लिए उनकी शर्तें बहुत अलग-अलग रहीं।

यूक्रेनी सुरक्षा सेवा (जिसे इसके संक्षिप्त नाम एसबीयू के नाम से जाना जाता है) ने दावा किया कि उसने रूस और अवैध रूप से कब्जा किए गए क्रीमिया को जोड़ने वाले केर्च पुल की नींव को नुकसान पहुंचाया जो युद्ध में रूसी सैन्य आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण मार्ग है।

एसबीयू ने कहा कि उसने रातभर समुद्र तल पर 1,100 किलोग्राम विस्फोटक में धमाका किया जिससे पुल की नींव को नुकसान पहुंचा। इसने कहा कि इस ‘ऑपरेशन’ को अंजाम देने में कई महीने की मेहनत शामिल है। एसबीयू ने कहा कि फरवरी 2022 में रूस के हमले के बाद से यह पुल पर तीसरा यूक्रेनी हमला है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस युद्ध में अब तक 12,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं, साथ ही लगभग 1,000 किलोमीटर लंबे अग्रिम मोर्चे पर दोनों पक्षों के हजारों सैनिक भी मारे गए हैं।

शांति समझौते के लिए अमेरिकी नेतृत्व में जारी प्रयासों के बावजूद युद्ध जारी है।

रूस के पास यूक्रेन की तुलना में बड़ी सेना और अधिक आर्थिक संसाधन हैं, लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि उनके ड्रोन हमले ने रूस के अंदर घुसकर हवाई अड्डों पर मौजूद 40 से अधिक युद्धक विमानों को क्षतिग्रस्त या नष्ट कर दिया। यह हमला क्रेमलिन के रणनीतिक शस्त्रागार और इसकी सैन्य प्रतिष्ठा के लिए भी एक गंभीर झटका था।

जेलेंस्की और पुतिन, दोनों ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह दिखाने के लिए उत्सुक हैं कि वे लड़ाई को समाप्त करने की उनकी महत्वाकांक्षा को साझा करते हैं, उनके ऐसा करने का लक्ष्य वाशिंगटन के संभावित दंडात्मक उपायों से बचना रहा है।

यूक्रेन ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम को स्वीकार कर लिया है, लेकिन क्रेमलिन ने इसे प्रभावी रूप से अस्वीकार कर दिया है। पुतिन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी शांति समझौता उनकी शर्तों पर होना चाहिए।

सुमी रूसी सीमा से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित है। युद्ध से पहले इसकी आबादी लगभग 2,50,000 थी।


नेपाल में हवाई अड्डे पर एक भारतीय समेत दो लोग मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार

नेपाल पुलिस ने यहां त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक भारतीय समेत दो लोगों को मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।

उसने बताया कि दोनों के पास से 10किलो 420 ग्राम मारिजुआना बरामद किया गया।

नेपाल पुलिस मुख्यालय के एक बयान के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्ति थाई नागरिक सोमास्क पैचा (43) और भारतीय नागरिक परेरा गिफिन (29) हैं।

बयान के मुताबिक दोनों नेपाल एयरलाइंस से बैंकाक से यह मादक पदार्थ लेकर काठमांडू पहुंचे थे। पुलिस ने इस मामले की आगे की जांच के लिए दोनों को स्वपाक नियंत्रण ब्यूरो को सौंप दिया है।

दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति चुनाव: एग्जिट पोल में लिबरल उम्मीदवार ली की जीत का अनुमान

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति चुनाव पर जारी एग्जिट पोल में लिबरल पार्टी के उम्मीदवार ली जे-म्यांग की जीत का अनुमान जताया गया है।

दक्षिण कोरिया के तीन प्रमुख टीवी चैनलों केबीएस, एमबीसी और एसबीएस द्वारा किए गए एग्जिट पोल में ली को 51.7 फीसदी मत और कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार किम मून सू को 39.3 फीसदी वोट मिलने का अनुमान जताया गया है।

दक्षिण कोरिया में मंगलवार को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ।

मौजूदा राष्ट्रपति यूं सुक योल को अप्रैल में ‘मार्शल लॉ’ लागू करने के कारण पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद यह चुनाव जरूरी हो गया था। सुक योल कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं।

राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाला प्रत्याशी बुधवार को पदभार ग्रहण करेगा। आमतौर पर पदभार दो महीने की अवधि में ग्रहण किया जाता है।


ऑस्ट्रेलिया: गलत मामले में पुलिस कार्रवाई का शिकार हुए भारतीय मूल के व्यक्ति की हालत नाजुक

ऑस्ट्रेलिया में 42 वर्षीय भारतीय मूल के एक व्यक्ति को गिरफ्तारी के दौरान पुलिस अधिकारी द्वारा उसके गले पर कथित तौर पर घुटना रखने के बाद गंभीर हालत में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।

पुलिस अधिकारी को लगा कि व्यक्ति घरेलू हिंसा में शामिल है, जिसके बाद उसने यह कार्रवाई की।

यह घटना पिछले सप्ताह एडिलेड के पूर्वी हिस्से में रॉयस्टन पार्क के पेनहैम रोड पर हुई थी।

ऑस्ट्रेलियाटूडे डॉट कॉम समाचार पोर्टल की सोमवार को जारी खबर के मुताबिक, दो बच्चों के पिता गौरव कुंदी को गिरफ्तारी के बाद जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है, क्योंकि उन्हें मस्तिष्क क्षति होने का संदेह है।

नाइनन्यूज डॉट कॉम पोर्टल द्वारा प्राप्त घटना के वीडियो फुटेज में कुंदी को पेनहेम रोड पर जबरन ले जाया जाता है, जबकि वह और उसकी पत्नी अमृतपाल कौर जोर-जोर से उसकी बेगुनाही के बारे में बोल रही हैं।

कुंदी चिल्लाता है, “मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।”

वहीं कौर वीडियो बनाती है और चिल्लाती है कि पुलिस अनुचित तरीके से काम कर रही है।

जमीन पर पटके जाने के बाद कुंदी बेहोश हो जाता है।

कुंदी फिलहाल रॉयल एडिलेड अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।

कौर ने बताया कि एक अधिकारी ने कुंदी की गर्दन को कथित तौर पर घुटने से दबाया।

गर्दन को घुटने से दबाने की यह कार्रवाई अमेरिका में 2020 में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड के मामले की याद दिलाता है। 2020 में हुई उस घटना से अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुलिस की बर्बरता व नस्लीय अन्याय के खिलाफ आक्रोश फैला था।

कौर ने नाइनन्यूज को बताया, “मैंने वीडियो रिकॉर्ड करना बंद कर दिया क्योंकि जब अधिकारी ने उस (कुंदी) पर घुटने टेके तो मैं घबरा गई थी।”

उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान कुंदी का सिर पुलिस की गाड़ी और सड़क से टकरा गया था।

कुंदी को रॉयल एडिलेड अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि उसके मस्तिष्क और गर्दन की नसें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुई हैं।

कौर ने कहा, “शायद अगर उनका (कुंदी का) दिमाग काम करेगा तो वह जाग जाएंगे, या शायद न भी जागें।”

पुलिस ने बताया कि कुंदी ने नशे में घर से निकलने के बाद गिरफ्तारी का हिंसक विरोध किया।

पुलिस के मुताबिक, दंपति के बीच कथित तौर पर बहस हो रही थी और एक गश्ती दल ने इस घटना को घरेलू हिंसा समझ लिया।

कौर ने हालांकि कहा कि उसका पति बस नशे में था और शोर मचा रहा था लेकिन उसने हिंसा नहीं की।

इस बीच, दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई पुलिस आयुक्त ग्रांट स्टीवंस ने बताया कि उनका मानना ​​है कि अधिकारियों ने अपने प्रशिक्षण के अनुरूप काम किया।

पुलिस ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है और पुलिसकर्मियों द्वारा शरीर पर पहने जाने वाले कैमरे की फुटेज की जांच की जा रही है।

समाचार पोर्टल के अनुसार, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पीटर मालिनौस्कास ने भी पुलिस का समर्थन करते हुए कहा कि उनका काम ‘बहुत कठिन’ है और वे समर्थन के हकदार हैं।

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