दुनिया: चीन में ग्वांगझू शहर की सड़कें बनी युद्ध क्षेत्र और अफगानिस्तान में मदरसे में विस्फोट में 15 की मौत

अफगानिस्तान के ऐबक शहर में बुधवार को दोपहर की नमाज के दौरान जहदिया मदरसा में विस्फोट हुआ। दक्षिणी चीनी शहर ग्वांगझू में रातभर लोगों के चीखने-चिल्लाने और शीशे के टूटने की आवाज गूंजती रही।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

अफगानिस्तान में मदरसे में विस्फोट में 15 की मौत

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अफगानिस्तान के ऐबक शहर में बुधवार को दोपहर की नमाज के दौरान जहदिया मदरसा में विस्फोट हुआ। स्थानीय मीडिया ने ये जानकारी दी है। टोलो न्यूज ने बताया कि प्रांतीय अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि विस्फोट में कम से कम 15 लोग मारे गए और 27 लोग घायल हुए जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि धमाका दोपहर की नमाज के दौरान हुआ। अभी तक किसी ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। विस्फोट के बारे में सुरक्षा अधिकारियों के आधिकारिक बयान का भी इंतजार है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा है कि धमाका उस वक्त हुआ जब लोग सामूहिक नमाज पढ़ रहे थे और स्थानीय अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि ज्यादातर मरने वाले छात्र थे।

चीन में प्रदर्शनकारियों ने ग्वांगझू शहर की सड़कों को युद्ध क्षेत्र बना दिया

फोटो: IANS
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प्रदर्शनकारियों ने चीन में कई पुलिसकर्मियों पर कांच की बोतलें फेंकी, जबकि प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की क्रूर कम्युनिस्ट शासन और उनकी विनाशकारी शून्य-कोविड नीतियों की अवहेलना करना जारी रखे हुए हैं। यह जानकारी मीडिया की खबर में दी गई। दक्षिणी चीनी शहर ग्वांगझू में रातभर लोगों के चीखने-चिल्लाने और शीशे के टूटने की आवाज गूंजती रही। प्रदर्शनकारी ढाल लेकर दंगा पुलिस से भिड़ गए।

पहली बार हजमत सूट पहने दिखे सैकड़ों दंगा पुलिस चिल्लाते प्रदर्शनकारियों की ओर बढ़े और उन्हें घसीटते देखे गए। बाद में प्रदर्शनकारियों को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। डेली मेल के मुताबिक, चीन में इस तरह का असंतोष और हिंसक विरोध प्रदर्शन 30 वर्षो में नहीं देखा गया था। बीजिंग प्रशासन द्वारा प्रदर्शनकारियों पर नकेल कसे जाने के बावजूद निर्मम हिंसा जारी रही। प्रदर्शनकारी अभी भी घरों से निकलकर सड़कों पर उतर रहे हैं और उन्होंने शी के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है।


एसटीईएम के ऑस्ट्रेलिया सुपरस्टार्स में 3 भारतीय मूल की महिलाएं

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60 वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों, इंजीनियरों और गणितज्ञों में से तीन भारतीय मूल की महिलाओं को ऑस्ट्रेलिया की एसटीईएम सुपरस्टार के रूप में चुना गया है। डॉ एना बाबूरामणी, नीलिमा कडियाला और डॉ इंद्राणी मुखर्जी एसटीईएम विशेषज्ञों के रूप में मीडिया कमेंटेटर के तौर पर 2023 और 2024 में दो साल का कार्यक्रम करेंगी।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी ऑस्ट्रेलिया (एसटीए) के एक प्रेस नोट में कहा गया है, नए सुपरस्टार ऑस्ट्रेलियाई विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिलाओं और नॉन-बाइनरी लोगों की मजबूत विविधता को दर्शाते हैं। एसटीईएम पहल के सुपरस्टार एसटीए द्वारा समर्थित हैं, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एक शीर्ष निकाय है, जो 105,000 से अधिक वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों का प्रतिनिधित्व करता है।

एक बायोमेडिकल शोधकर्ता के रूप में, डॉ एना बाबूरामणी मस्तिष्क के विकास की जटिल प्रक्रिया और मस्तिष्क की चोट में योगदान देने वाले तंत्र को एक साथ जोड़ना चाहती हैं। वह वर्तमान में रक्षा विभाग- विज्ञान और प्रौद्योगिकी समूह में वैज्ञानिक सलाहकार हैं।

किंग चार्ल्स ब्रिटेन में नवनिर्मित सिख गुरुद्वारे का दौरा करेंगे

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किंग चार्ल्स तृतीय 6 दिसंबर को ब्रिटेन में बेडफोर्डशायर की अपनी पहली यात्रा के दौरान नवनिर्मित सिख गुरुद्वारा का दौरा करेंगे। गुरुद्वारे में सिख संघ के सदस्य प्रोफेसर गुरच रंधावा किंग चार्ल्स का स्वागत करेंगे। किंग चार्ल्स ल्यूटन के गुरुद्वारे में समुदाय के सदस्यों से कोविड वैक्सीन क्लीनिक, लंगर सेवाओं के अलावा स्थानीय लोगों को दी गई पहलों के बारे में जानने के लिए बात करेंगे।

गुरु नानक गुरुद्वारा की ओर से ट्वीट कर कहा है कि हमें खुशी है कि किंग चार्ल्स आधिकारिक रूप से हमारे नए गुरुद्वारे का उद्घाटन करने आएंगे और स्थानीय समुदायों का समर्थन करने वाले जीएनजी के अमेजिंग काम जैसे लंगर सेवा, सूप किचन, कोविड वैक्सीन क्लीनिक को मान्यता देंगे।


रूसी सैनिकों के लिए यूक्रेन की 'सरेंडर हॉटलाइन' में रोजाना आती हैं 100 से ज्यादा कॉल

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यूक्रेन सरकार ने एक योजना शुरू की है, जिसके तहत रूसी सैनिक अगर आत्मसमर्पण करना चाहते हैं तो वे हॉटलाइन पर कॉल कर सकते हैं या मैसेंजर ऐप के जरिए अपना विवरण दर्ज कर सकते हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के हवाले से कीव में अधिकारियों ने बताया कि, "'आई वांट टू लिव' योजना के माध्यम से रूसी सैनिक या तो हॉटलाइन नंबर पर कॉल कर या टेलीग्राम और व्हाट्सऐप पर टेक्स्टिंग कर यूक्रेनी सेना के सामने आत्मसमर्पण करने का सबसे अच्छा तरीका चुन सकते हैं।"

अधिकारियों ने कहा कि उनके पास हमलावर कर्मियों और उनके परिवारों से 3,500 से अधिक संपर्क हैं। बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा सैकड़ों हजारों रूसी पुरुषों को संगठित करने और खेरसॉन शहर को मुक्त करने के बाद से इसमें वृद्धि हुई है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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