दुनिया की 5 बड़ी खबरें: हड़ताल से पाक पर बुरा असर, जानें क्यों ईरान के साथ बातचीत को तैयार हुआ अमेरिका

अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। इसी बीच अमेरिका ने कहा है कि वह बिना किसी कठोर पूर्व शर्त के ईरान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को देश में जारी माल ढोने वाले ट्रांस्पोर्टरों की हड़ताल से तगड़ा झटका लग रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

ईरान के साथ बातचीत के लिए अमेरिका तैयार

अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। इसी बीच अमेरिका ने कहा है कि वह बिना किसी कठोर पूर्व शर्त के ईरान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। बीबीसी ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को लिखे पत्र में अमेरिका ने कहा कि ईरान के शीर्ष कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या आत्मरक्षा में उठाया कदम था। अमेरिका ने अपनी सफाई में स्पष्ट किया है कि सुलेमानी की हत्या मध्य-पूर्व में अमेरिकी नागरिकों और हितों की रक्षा के लिए अनिवार्य था।

ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइलें दागकर जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। इसने भी संयुक्त राष्ट्र को यही बताया है कि यह कदम आत्मरक्षा के लिए उठाया गया था। जनरल सुलेमानी ईरान के दूसरे सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी थे। रिवोल्यूशनरी गार्डस के कुर्द बल के प्रमुख के रूप में वह इस क्षेत्र में ईरानी नीति के वास्तुकार माने जाते थे।

विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के सम्मान में यूक्रेन में राष्ट्रीय शोक

यूक्रेन ने ईरान की राजधानी तेहरान के पास विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के सम्मान में गुरुवार को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने एक बयान में कहा, "मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए राष्ट्रपति के आदेश के तहत यूक्रेन का राष्ट्रीय ध्वज स्टेट अथॉरिटीज के मुख्यालयों व कार्यालयों, स्थानीय सरकारों व सरकारी उपक्रमों, संस्थानों व संगठनों पर आधा झुका रहेगा।"

बुधवार को यूक्रेन इंटरनेशनल एयलाइंस की कीव आ रहा बोइंग 737 विमान ईरान की राजधानी के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सभी सवार लोग मारे गए। इसमें 179 लोग सवार थे, जिसमें ज्यादार यूक्रेन व कनाडा के यात्री थे।


जेएनयू छात्रों और शिक्षकों के समर्थन में कराची में प्रदर्शन

पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में विद्यार्थियों ने भारत के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के आंदोलनरत छात्रों और शिक्षकों के समर्थन में और भारत के विवादास्पद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन किया है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार इंटर यूनिवर्सिटी फेमिनिस्ट यूनियन (आईयूएफयू) से संबद्ध विद्यार्थियों ने बुधवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शन में भाग लिया और जेएनयू के विद्यार्थियों और शिक्षकों पर पांच जनवरी को हुए हमले का विरोध किया। उन्होंने सीएए के खिलाफ भारत में आंदोलन कर रहे शिक्षकों, विद्यार्थियों और नागरिकों के प्रति एकजुटता दिखाई।

पाकिस्तान : ट्रांस्पोर्टर हड़ताल से पाकिस्तान के निर्यात पर बुरा असर

आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को देश में जारी माल ढोने वाले ट्रांस्पोर्टरों की हड़ताल से तगड़ा झटका लग रहा है। देश के निर्यात पर इससे बहुत बुरा असर पड़ा है और कारोबारियों का अनुमान है कि इससे रोजाना करीब दस अरब (पाकिस्तानी) रुपये का नुकसान हो सकता है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान तहरीके इंसाफ की सरकार की निर्यात को बढ़ाने की कोशिशों को देश में करारा झटका लगा है क्योंकि ट्रांस्पोर्टरों की हड़ताल के कारण माल की ढुलाई कारखानों से बंदरगाहों तक नहीं हो पा रही है।


दुनिया में सबसे कम प्रभावशाली पासपोर्टों में शामिल है पाकिस्तान का पासपोर्ट

दुनिया भर में सबसे कम असरदार पासपोर्ट के मामले में पाकिस्तान चौथे नंबर पर है। सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट जापान का पाया गया है। पासपोर्ट के प्रभावी होने के आधार पर इनकी रैंकिंग करने वाले अंतर्राष्ट्रीय संस्थान हेन्ले पासपोर्ट के इंडेक्स के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे खराब पासपोर्ट के मामले में पाकिस्तानी पासपोर्ट और सोमालिया का पासपोर्ट संयुक्त रूप से चौथे नंबर पर है। इससे खराब हालत केवल अफगानिस्तान (पहला स्थान), इराक (दूसरा स्थान) और सीरिया (तीसरा स्थान) के पासपोर्टों की है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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