दुनियाः अमेरिका-रूस वार्ता में शामिल नहीं होगा यूक्रेन और लेबनान में इजरायली हमला, हमास का सैन्य प्रमुख मारा गया
दक्षिण अफ्रीका में एक इमाम की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह अपनी कार में बैठा था। कहा जाता है कि वह पहला समलैंगिक इमाम था। हिजबुल्लाह के महासचिव नईम कासिम ने कहा है कि इजरायल को 18 फरवरी तक लेबनान से पूरी तरह हट जाना चाहिए।

अमेरिका-रूस वार्ता में शामिल नहीं होगा यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि उनका देश युद्ध समाप्त करने के उद्देश्य से इस सप्ताह होने वाली अमेरिका-रूस वार्ता में शामिल नहीं होगा। जेलेंस्की ने कहा कि जब वार्ता में यूक्रेन शामिल नहीं होगा तो वह इसके परिणामों को भी स्वीकार नहीं करेगा।
संयुक्त अरब अमीरात से एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सरकार को सऊदी अरब में मंगलवार को होने वाली वार्ता में आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि वार्ता में यूक्रेन के अधिकारियों के अनुपस्थित होने के कारण इससे ‘‘कोई परिणाम नहीं निकलेगा।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि वह सोमवार को तुर्किये और बुधवार को सऊदी अरब की यात्रा करेंगे लेकिन अरब राष्ट्र की उनकी यात्रा का वहां मंगलवार को होने वाली अमेरिका-रूस वार्ता से कोई संबंध नहीं है।
लेबनान में इजरायली हमले में हमास का सैन्य अभियान प्रमुख मारा गया
इजरायली सेना ने दावा किया है कि दक्षिणी लेबनान में सोमवार को इजरायली ड्रोन हमले में देश में हमास का सैन्य अभियान प्रमुख मारा गया है। यह हमला युद्ध विराम समझौते के तहत दक्षिणी लेबनान से इजरायल की पूर्ण वापसी की समय सीमा की पूर्व संध्या पर हुआ, जिसके तहत इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच 14 महीने से चल रहा युद्ध समाप्त हुआ है।
इजरायली सेना ने कहा कि उसने लेबनान में हमास के संचालन विभाग के प्रमुख मोहम्मद शाहीन को मार गिराया है। सेना ने शाहीन पर "हाल ही में लेबनानी क्षेत्र से इजरायल के नागरिकों के खिलाफ ईरान द्वारा निर्देशित और वित्तपोषित आतंकवादी हमलों की योजना बनाने का आरोप लगाया।" हमास ने शाहीन की मौत की पुष्टि की है, लेकिन उसे एक सैन्य कमांडर बताया है।
फुटेज में लेबनानी सेना की चौकी और सिडोन के म्युनिसिपल स्पोर्ट्स स्टेडियम के पास हमले के बाद एक कार में आग लगी हुई दिखाई दी। मूल रूप से वापसी की समय सीमा जनवरी के अंत में थी लेकिन इजराइल के दबाव के चलते लेबनान इसे 18 फरवरी तक बढ़ाने पर राजी हो गया था। यह स्पष्ट नहीं है कि इजरायली सैनिक मंगलवार तक अपनी वापसी पूरी कर लेंगे या नहीं।युद्धविराम के बाद से ही इजरायल लगातार दक्षिणी और पूर्वी लेबनान पर हमले जारी रखे हुए है। उसका कहना है कि वह आतंकवादी ठिकानों को निशाना बना रहा है जहां मिसाइलें और लड़ाकू उपकरण हैं।
दक्षिण अफ्रीका में पहले समलैंगिक इमाम की हत्या
दक्षिण अफ्रीका में एक इमाम की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह अपनी कार में बैठा हुआ था। इस शख्स के बारे में कहा जाता है कि वह पहला समलैंगिक इमाम था। कुछ लोगों का कहना है कि उसका कत्ल उसके विचारों की वजह से किया गया है। मोहसिन हेंड्रिक्स की शनिवार को दक्षिणी शहर गकेबरहा में एक पिकअप ट्रक में सवार दो व्यक्तियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में हत्या कर दी गई।
पुलिस ने बताया कि हत्या में शामिल लोगों ने अपने चेहरे ढके हुए थे। सुरक्षा कैमरों में दर्ज वीडियो में दिख रहा है कि एक हमलावर अपनी गाड़ी से कूदता है, हेंड्रिक्स की कार की तरफ भागते हुए जाता है और पिस्तौल से कई बार गोली चलाता है। पुलिस ने हत्या के पीछे कोई कारण नहीं बताया है, लेकिन राजनीतिक दलों और एलजीबीटीक्यू संगठनों का कहना है कि हेंड्रिक्स को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उसने केप टाउन में समलैंगिक लोगों के लिए एक मस्जिद खोली थी और एलजीबीटीक्यू समुदाय के सदस्यों का इस्लाम में स्वागत करने का आह्वान किया था। इस्लाम धर्म में समलैंगिकता वर्जित है।
दक्षिण अफ्रीका के न्याय मंत्रालय ने कहा कि वह इस दावे की जांच कर रहा है कि हेन्ड्रिक्स की हत्या की गई है। हेन्ड्रिक्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता था और उसने पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका में आयोजित ‘इंटरनेशनल लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांस एवं इंटरसेक्स एसोसिएशन’ के सम्मेलन में भाषण दिया था। हेन्ड्रिक्स 1990 के दशक के मध्य में सार्वजनिक रूप से समलैंगिक इमाम के रूप में सामने आया था और उसने एक सहायता नेटवर्क शुरू किया तथा बाद में समलैंगिक मुसलमानों के लिए एक मस्जिद भी बनवाई। उसने अपने अल-ग़ुरबाब फाउंडेशन के माध्यम से उनके समावेश की वकालत की और खुद को "दुनिया का पहला खुले तौर पर समलैंगिक इमाम" कहा।
हिजबुल्लाह प्रमुख ने इजरायली सेना को 18 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया
हिजबुल्लाह के महासचिव नईम कासिम ने कहा है कि इजरायल को 18 फरवरी (मंगलवार) तक लेबनान से पूरी तरह हट जाना चाहिए। कासिम ने एक टेलीविजन भाषण में कहा, "आज, हमारे सामने 18 फरवरी की समयसीमा है, कब्जे वाली सेना को दक्षिणी लेबनान से पूरी तरह हट जाना चाहिए। उसे किसी भी तरह की उपस्थिति नहीं रखनी चाहिए।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हिजबुल्लाह महासचिव ने कहा कि लेबनानी राज्य यह सुनिश्चित करने के लिए 'हर संभव प्रयास करे' कि इजरायल तय समय पर वापस लौट जाए।
इजरायल ने लेबनान से सेना की पूरी वापसी को 18 फरवरी तक के लिए टाल दिया था। वह शुरुआती समय सीमा तक ऐसा करने से चूक गया था। इजरायली सेना ने समय सीमा से परे दक्षिणी लेबनान में पांच रणनीतिक ठिकानों पर नियंत्रण बनाए रखने का इरादा भी जाहिर किया, लेकिन हिजबुल्लाह ने इस कदम को भी खारिज कर दिया। कासिम ने भाषण में कहा, "कोई पांच प्वाइंट या कुछ और नहीं... यही समझौता है।"
इस बीच, रविवार रात को इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान और बेका क्षेत्र के इलाकों पर हवाई हमले किए। लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) के अनुसार, युद्धक विमानों ने हरबता शहर के बाहरी इलाके में दो हवाई हमले किए। तीसरा हवाई हमला शहर पर किया गया। एनएनए ने कहा कि इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी लेबनान में वादी अल-जैनी शहर पर भी हवाई हमला किया। हिजबुल्लाह और इजरायली सेना के बीच संघर्ष विराम समझौता 27 नवंबर, 2024 से प्रभावी है, जिसने गाजा युद्ध के कारण एक साल से अधिक समय से चल रहे संघर्षों को रोक दिया।
इस समझौते के तहत इजरायल को 60 दिनों के भीतर लेबनानी क्षेत्र से हटना होगा। लेबनानी सेना सीमा पर और दक्षिण में नियंत्रण संभालेगी, जिससे लिटानी नदी के दक्षिण में हथियारों या सशस्त्र समूहों की मौजूदगी सुनिश्चित होगी। 27 जनवरी को, लेबनान की कार्यवाहक सरकार ने युद्ध विराम समझौते को 18 फरवरी तक बढ़ाने की घोषणा की, इससे इजरायल की पूरी तरह वापसी के बिना शुरुआती 60-दिवसीय अवधि समाप्त हो गई। युद्ध विराम के बावजूद, इजरायली सेना ने सुरक्षा खतरों का हवाला देते हुए लेबनान में हमले जारी रखे हैं।
लेबनान में 5 रणनीतिक स्थानों पर तैनात रहेगी इजरायली फौज
इजरायल के सैनिक दक्षिणी लेबनान में पांच रणनीतिक स्थानों पर तैनात रहेंगे। इजरायल के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। लेबनान की सरकार ने संघर्ष विराम समझौते के तहत इजरायली सैनिकों की वापसी में किसी भी तरह की देरी का विरोध किया है। समझौते के तहत इजरायल के सैनिकों को मंगलवार तक उन स्थानों से लौटना है। हालांकि, इजरायल के अधिकारी ने कहा है कि समय सीमा समाप्त होने के बाद भी सीमा के पास सैनिक तैनात रहेंगे। हिजबुल्लाह ने इस कदम को खारिज कर दिया है। हिजबुल्लाह के महासचिव नईम कासिम ने एक भाषण में कहा कि कोई पांच प्वाइंट या कुछ और नहीं... यही समझौता है।
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