नेपाल में फिर सड़कों पर उतरे युवा प्रदर्शनकारी, आम चुनावों के दौरान सेना की तैनाती की सिफारिश
नेपाल में एक बार फिर जेनरेशन जेड सड़कों पर उतर आया है। सिमारा में भारी हंगामा देखने को मिला। जेनरेशन जेड युवाओं और अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प देखने को मिली, जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया।

नेपाल में तख्तापलट के बावजूद कई इलाकों में जेन-जेड का हिंसक प्रदर्शन जारी है। ऐसे में हालात को देखते हुए नेपाल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने देश में अगले साल पांच मार्च को होने वाले आम चुनाव के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना की तैनाती की सिफारिश की है।एनएससी ने गुरुवार को नेपाल की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और कैबिनेट को देश के संविधान के प्रावधानों के तहत चुनावों के दौरान सेना की तैनाती की सलाह दी।
रक्षा सचिव सुमन राज अर्याल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ये सिफारिशें आगामी चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक तरीके से आयोजित करने के उद्देश्य से की गई हैं। अर्याल एनएससी के सदस्य सचिव भी हैं। गृह मंत्रालय ने चुनावों के लिए पहले ही एक एकीकृत सुरक्षा योजना को मंजूरी दे दी है और इसे लागू करने के लिए सभी 77 जिला प्रशासन कार्यालयों के पास भेज दिया है। योजना के तहत, हर जिला अपनी सुरक्षा रणनीति तैयार करेगा और प्रत्येक मतदान केंद्र पर नेपाल सेना, नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल, राष्ट्रीय जांच विभाग और अस्थायी पुलिस के कर्मियों को तैनात करेगा।
नेपाल सरकार में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया साइट पर प्रतिबंध के फैसले के खिलाफ ‘जेन जेड’ समूह के नेतृत्व में देश भर में हुए प्रदर्शनों और हिंसा के बीच केपी शर्मा ओली ने नौ सितंबर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिय था। इसके बाद नेपाल में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया था और सुशीला कार्की ने 12 सितंबर को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इसी कारण नेपाल में आम चुनाव कराना जरूरी है, जो अगले साल मार्च में प्रस्तावित है।
इस बीच नेपाल में एक बार फिर से जेनरेशन जेड सड़कों पर उतर आया है। नेपाली मीडिया के अनुसार सिमारा में भारी हंगामा देखने को मिला। जेनरेशन जेड युवाओं और अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प देखने को मिली, जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया। दरअसल, सीपीएन-यूएमएल से जुड़े यूथ एसोसिएशन ने सेंट्रल लीडर्स के लिए बारा परवानीपुर में अवेयरनेस कैंपेन में हिस्सा लेने का एक प्रोग्राम प्लान किया था। सीपीएन-यूएमएल के नेता शंकर पोखरेल और महेश बसनेत समेत अन्य इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे।
नेपाली मीडिया के अनुसार जेन जेड युवा शांति से विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे, तभी सीपीएन-यूएमएल के समर्थकों ने युवाओं पर हमला कर दिया। इस झड़प के बाद सिमारा में तनाव की स्थिति बन गई। जितपुरसिमारा सब मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर राजन पौडेल ने नेपाली मीडिया को बताया कि जेन जेड रात करीब 10 बजे सिमारा में शांति से प्रोटेस्ट करने के लिए इकट्ठा हुए थे। जेन जेड ग्रुप, बारा को लीड कर रहे सम्राट उपाध्याय और दूसरे लोग मौके पर मौजूद थे। हालांकि, यूएमएल कैडर ने सम्राट उपाध्याय और दूसरे लोगों को पीटा। इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए। मेयर राजन पौडेल ने कहा, "उन्हें पुलिस के सामने पीटा गया। कर्फ्यू लगा दिया गया है, लेकिन सिमारा के युवा और निवासी हमले की निंदा करने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए हैं।"
इससे पहले बारा के जिला प्रशासनिक कार्यालय ने एक नोटिस जारी किया जिसमें कहा गया था कि सुरक्षाकर्मी कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवा वाहनों, एम्बुलेंस, दमकल गाड़ियों, शव वाहन, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के वाहनों, मीडिया कर्मियों, पर्यटकों के वाहनों, मानवाधिकार और राजनयिक मिशनों के वाहनों और हवाई टिकट वाले हवाई यात्रियों की आवाजाही की सुविधा मुहैया कराएंगे। सीपीएन-यूएमएल के महासचिव शंकर पोखरेल और बसनेत सहित अन्य नेता बारा के सिमारा में तनाव के बाद त्रिभुवन एयरपोर्ट से ही वापस लौट गए। इस बीच, सीपीएन-एमसी जितपुरसिमारा ने युवाओं पर हमले की निंदा की।
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