हरियाणा की सभी 10 सीटें जीत सकती है कांग्रेस, केंद्र में बनेगी यूपीए की सरकार: हुड्डा

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, “मुझे लगता है कि 2009 दोहराया जा सकता है। हमने 2009 में नौ सीटें जीती थी। इस बार संभव है कि हम 10 सीटें जीतें। लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी है।”

फोटो: IANS
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आईएएनएस

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में अपने 2009 के प्रदर्शन को दोहराएगी, जब उसने राज्य की 10 में से नौ सीटों पर जीत दर्ज किया था। उन्होंने कहा कि इस साल आगे चल कर होने वाले विधानसभा चुनाव में भी सरकार बनाने का लक्ष्य है।

हुड्डा ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि 23 मई को लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए केंद्र में सरकार बनाएगा। हुड्डा सोनीपत संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हैं।

उन्होंने कहा कि उनका मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से है और भगवा पार्टी दूसरे स्थान पर रहेगी। हुड्डा ने कहा, "मुझे लगता है कि 2009 दोहराया जा सकता है। हमने 2009 में नौ सीटें जीती थी। इस बार संभव है कि हम 10 सीटें जीतें। लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी है।"

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे देश में पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कई गुना अधिक सीटें जीतेगी। कांग्रेस ने 2014 में मार्च 44 सीटों पर जीत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा, "पार्टी के नेतृत्व वाले यूपीए की संभावना भी बहुत अच्छी है।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में किए अपने किसी भी वादे को पूरे करने में विफल रही है और किसानों की आमदनी घट गई है।

उन्होंने कहा, "मैं मतदाताओं से कहता हूं कि जिन लोगों को 15 लाख रुपए मिले हों (बीजेपी का 2014 का चुनावी वादा), वे बीजेपी को वोट दें और अन्य लोगों को हमें वोट देना चाहिए। किसानों की लागत बढ़ गई है, लेकिन उनकी आमदनी घट गई है। नोटबंदी और जीएसटी का व्यापारियों पर विपरीत असर हुआ है। समाज का हर वर्ग पीड़ित है।"

यह पूछे जाने पर कि जब उनकी मुख्य रुचि राज्य की राजनीति में है, फिर वह लोकसभा चुनाव क्यों लड़ रहे हैं? हुड्डा ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार गठित करना लक्ष्य है, लेकिन पहले लोकसभा चुनाव जीतना है। हुड्डा ने कहा कि वह यद्यपि लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्होंने हमेशा कहा कि वह पार्टी के निर्देश का पालन करेंगे। उन्होंने कहा, "वर्ष 2004 में यही हुआ था। मैं विधायक था। पार्टी ने मुझसे लड़ने को कहा और मैं लड़ गया। मैं उस समय नेता प्रतिपक्ष था।"

हुड्डा ने 2004 में रोहतक सीट से जीत दर्ज की थी, और विधानसभा चुनाव बाद उन्हें कांग्रेस सरकार का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दे दी गई थी। उनके समर्थकों को लगता है कि इस बार भी वही स्थिति है। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का उम्मीदवार पेश करेगी? उन्होंने कहा कि उद्देश्य कांग्रेस को सत्ता में लाने का है। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री का चुनाव विधायकों और हाईकमान की पसंद से होता है।"

हुड्डा ने हरियाणा की मौजूदा बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सबसे भ्रष्ट सरकार है। उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल फेल है। यह हरियाणा में लोगों के लिए गैरनिष्पादित संपत्ति हो गई है। यह सबसे अधिक भ्रष्ट है। कानून-व्यवस्था की हालत खराब है।" मोदी फैक्टर के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "किसी के पक्ष में कोई लहर नहीं है।"

हुड्डा का मुख्य मुकाबला मौजूदा सांसद रमेश कौशिक और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के दिग्विजय सिंह चौटाला से है। उन्होंने कहा कि जेजेपी उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाएगा।

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