क्या पीएम कह रहे हैं कि वे हार रहे हैं- काशी में बोले- कोई कहे कि मोदी जी जीत रहे हैं, तो बहकावे में मत आना

वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के बीजेपी मतदाताओं से चुनाव के बाकी चरणों में बढ़-चढ़कर वोटिंग करने की अपील को लेकर कांग्रेस ने कहा कि इस बयान से ही साफ हो गया कि पिछले तीन चरणों की वोटिंग में बीजेपी बुरी तरह हार रही है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट पर दो दिन तक भव्य इवेंट मैनेजमेंट के बाद शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र भरने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने जो बयान दिया, वह बीजेपी और उन पर ही उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। पीएम के वाराणसी में दिए बयान पर कांग्रेस ने दावा किया कि इस बयान से ही स्पष्ट हो गया है कि पिछले तीन चरणों के चुनाव में बीजेपी बुरी तरह से हार गई है, जिसका खुद उन्हें भी अब अंदाजा उन्हें हो गया है।

दरअसल शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मोदी ने पत्रकारों से कहा, “कुछ लोग ऐसा माहौल बनाने लगे हैं कि मोदी जी तो जीत गया इसलिए वोट नहीं करोगे तो चलेगा। ऐसे लोगों की बातों में मत आइए और ज्यादा से ज्यादा संख्या में निकलकर मतदान करें।” कांग्रेस ने इस बयान को पीएम मोदी की हार की हताशा बताया है।

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा, “पीएम मोदी ने आज अपना नामांकन दाखिल किया और इसके लिए बड़े स्तर पर इवेंट मैनेजमेंट का आयोजन हुआ। नामांकन के बाद मोदी ने अपने समर्थकों से बड़ी संख्या में बाहर निकलकर मतदान करने की अपील की। इससे साफ होता है कि पीएम मोदी और बीजेपी को यह पता चल गया है कि पिछले तीन चरणों की वोटिंग में उनकी हालत बहुत बुरी है और वे बुरी तरह से हार रहे हैं।”

राजीव शुक्ला ने कहा कि हमारा भी फीडबैक यही है कि इन तीन चरणों में बीजेपी की हालत बहुत बुरी है। उन्हें किसी भी तरह से उनकी आशाओं, आकाक्षाओं के अनुरुप वोट नहीं मिल रहा है और इन तीन चरणों में वो बहुत बुरी तरह से हार रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिए पीएम को आज नामांकन के तुरंत बाद लोगों से भारी संख्या में वोट देने की अपील करनी पड़ी। शुक्ला ने कहा, “लगता है इन तीन चरणों का हमारा जो फीड बैक था, उसका एहसास प्रधानमंत्री को भी है और इसीलिए वह घबराए हुए हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं।”

राजीव शुक्ला ने कहा कि इस बार उनके नामांकन के मौके पर एनडीए के घटक दलों के नेता भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा, “इसका साफ मतलब है कि मोदी जी अच्छी तरह जानते हैं कि इस बार उन्हें बहुमत नहीं मिलने जा रहा है। इसीलिए अब वह अपने सहयोगी दलों पर भरोसा जता रहे हैं।’’

कांग्रेस नेता ने पीएम के बयान की एक और बात का जिक्र करते हुए कहा, “मोदी जी ने वाराणसी में कहा कि अगले 5 साल जो हैं वो परिणाम और प्रतिष्ठा के होंगे, जिसका साफ मतलब है कि ये 5 साल जो थे, इसमें वह परिणाम नहीं दे पाए। उन्होंने 2014 में जो वादे किए थे, वह उन्हें पूरे नहीं कर पाए और कोई परिणाम तो नहीं ही दे पाए, साथ ही देश को प्रतिष्ठा भी नहीं दे पाए, इसीलिए उन्हें कहना पड़ा कि आगे 5 साल परिणाम देंगे और प्रतिष्ठा देंगे। और यही बात हम भी कह रहे हैं।”

राजीव शुक्ला ने कहा कि यही बात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कह रहे हैं और समूचा विपक्ष भी कह रहा है कि सिवाय भाषण, आश्वासन, पब्लिसिटी और जोर-जोर से चिल्लाने के अलावा मोदी ने 5 साल कुछ किया ही नहीं। इन्होंने 2 करोड़ रोजगार का वादा किया था, लेकिन 5 साल में 10 करोड़ लोगों को रोजगार देने की जगह 10 लाख लोगों को भी नहीं दे पाए। इसी तरह से न महंगाई रोक पाए , न पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगाम लगा पाए, न किसानों के लिए कुछ कर पाए, न आम जनता के लिए कुछ कर पाए, न कालाधन वापस ला पाए।

कांग्रेस नेता ने कहा, “मैं इस बात का धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने स्वीकार कर लिया कि अपने 5 साल के इस कार्यकाल में वह कोई परिणाम नहीं दे पाए और अगले 5 सालों में ही कोई परिणाम देंगे।”

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