केरल: भारी बारिश से आज 12 लोगों की मौत, राहुल गांधी ने मदद के लिए पीएम मोदी से की बात

केरल में बाढ़ से तबाही का सिलसिला जारी है। बारिश और बाढ़ की वजह से मरने वालों लोगों का आंकड़ा 79 पहुंच गया है। आने वाले कुछ दिनों में बारिश की आशंका के मद्देनजर हालात और बिगड़ने का खतरा बना हुआ है।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

केरल में भारी बारिश से बांध और नदियां उफान पर हैं। बारिश और बाढ़ से गुरुवार को 12 और लोगों की मौत की पुष्टि के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 79 हो गई। बुधवार को कुल 28 लोगों की मौत की खबर है। मौसम विभाग ने शनिवार तक और बारिश होने की संभावना जताई है। केरल के 14 जिलों में से 11 में बुधवार दोपहर बाद रेड अलर्ट जारी किया गया जिसमें इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पाथनमथिट्टा, कन्नुर और एर्नाकुलम शामिल है।

भारी बारिश की वजह से बीते 24 घंटों में मध्य केरल का पत्तनमतिट्टा जिला सर्वाधिक प्रभावित रहा। यहां छात्रों सहित हजारों की संख्या में लोग रानी, अरनमुला और कोझेनचेरी में अपने घरों में फंसे हैं। कोल्लम से नौका बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंची और रक्षाकर्मियों की सहायता से बचाव अभियान जारी है।

भारी बारिश की वजह से एर्नाकुलम और अंगामाले के बीच रेल संचालन बंद हैं। तिरुवनंतपुरम रेलवे स्टेशन पर टिकट जारी नहीं किए जा रहे हैं। सभी शैक्षणिक संस्थान को आज बंद रखा गया हैं। प्रशासन का कहना है कि अकेले वायनाड में 20,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।

पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि मैंने केरल में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से दोबारा बात की। हमने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की। रक्षा मंत्रालय से राज्य में बचाव और राहत कार्यों को तेज करने के लिए कहा गया है। मैं केरल के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में मौजूदा बाढ़ की स्थिति पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की। उन्होंने ट्वीट किया कि केंद्र केरल में अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम भेज रहा है और वह राज्य के मुख्यमंत्री के साथ लगातार संपर्क में हैं।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “बाढ़ के पानी का स्तर बढ़ने की वजह से मैं केरल के लोगों के लिए बहुत चिंतित हूं। हजारों लोग फंसे हुए हैं। राहत शिविर भर चुके हैं। बहुत लोगों की जान चली गयी है।” उन्होंने कहा, “यह आगे बढ़कर मदद करने का समय है। कृपया मुख्यमंत्री राहत कोष में दिल खोलकर योगदान दें।”

केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने कहा कि केरल के 12 जिलें बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। यहां हालात 1924 में आई बाढ़ से भी खराब हैं। मैंने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री से मुलाकात की। सेना, नौसेना, आइएएफ, तटरक्षक और एनडीआरएफ बचाव और राहत कार्य में लगे हुए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी जल स्तर और बढ़ेगा।

(आईएनएस के इनपुट के साथ)

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Published: 16 Aug 2018, 3:40 PM