महाकुंभ की भगदड़ में 30 लोगों की मौत, 60 घायल, आखिरकार प्रशासन ने 18 घंटे बाद की अधिकारिक पुष्टि
हालांकि, घायलों और मरने वालों की सही संख्या को लेकर अब भी कई सवाल हैं। अपुष्ट सूत्रों और मौके पर मौजूद बहुत से लोगों का कहना है कि मृतकों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है।

मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में मंगलवार देर रात पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई जबकि 60 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
घटना के लगभग 18 घंटे बाद भगदड़ में 30 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीजीआई) वैभव कृष्ण ने बुधवार शाम को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस हादसे में 60 अन्य जख्मी हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मृतकों में से 25 लोगों की पहचान हो चुकी है। डीआईजी के मुताबिक, 36 घायलों का अभी इलाज चल रहा है।
हालांकि, घायलों और मरने वालों की सही संख्या को लेकर अब भी कई सवाल हैं। अपुष्ट सूत्रों और मौके पर मौजूद बहुत से लोगों का कहना है कि मृतकों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है।
डीआईजी ने एक लिखा हुआ बयान पढ़ा है जो संभवत: काफी लंबे विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया था। जिस तरह से उन्होंने इस बयान को पढ़ा है उससे जाहिर है कि असलियत तो वे जानते हैं लेकिन पूरी बात बताते हुए झिझक रहे हैं।
डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि कुछ घायलों को उनके परिवार वाले लेकर चले गए हैं। जबकि, 36 लोगों का इलाज मेडिकल अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है। इसके माध्यम से घायल व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी महामंडलेश्वरों, संतों, अखाड़ों से कुछ देरी से पवित्र स्नान करने का अनुरोध किया था। इसके बाद अखाड़ों का अमृत स्नान सुरक्षित तरीके से संपन्न करा दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि अखाड़ा क्षेत्र और अन्य स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। घाटों और अखाड़ों पर भी बैरिकेड्स मौजूद हैं। इनमें से कुछ बैरिकेड्स क्रमबद्ध व्यवस्था में हैं। मौनी अमावस्या के स्नान पर रात 1 से 2 बजे तक भक्तों की पहली भीड़ उमड़ी। भीड़ के भारी दबाव के कारण बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे भगदड़ मच गई। जो भक्त जमीन पर लेटे हुए या बैठे थे, भीड़ में अन्य लोग गलती से उन पर चढ़ गए, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई। फिलहाल स्थिति सामान्य है।
आपको बता दें कि महाकुंभ में बुधवार सुबह उस समय भगदड़ मच गई, जब श्रद्धालु और संत पवित्र स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ रहे थे। टेंट सिटी में श्रद्धालुओं की अचानक उमड़ी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई। कथित तौर पर उनमें से कुछ ने 'संगम' तक पहुंचने के लिए बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे वहां भगदड़ मच गई।
आईएएनएस औप पीटीआई के इनपुट के साथ
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