कोलकाता में निर्माणाधीन इमारत ढहने से 7 लोगों की मौत, घायलों से मिलीं ममता, कड़ी कार्रवाई का किया ऐलान

घटनास्थल पर बचाव अभियान में लगे अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कम से कम चार लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं। उनमें से केवल एक के ही जीवित होने के संकेत हैं।

कोलकाता में निर्माणाधीन इमारत ढहने से 7 लोगों की मौत, घायलों से मिलीं ममता
कोलकाता में निर्माणाधीन इमारत ढहने से 7 लोगों की मौत, घायलों से मिलीं ममता
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नवजीवन डेस्क

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में एक निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत ढहने के घटना में अब तक दो महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हुए हैं। घटनास्थल पर बचाव अभियान में लगे अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कम से कम चार लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं। उनमें से केवल एक के ही जीवित होने के संकेत हैं।

राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने हादसे के बाद शहर के पश्चिमी इलाके में अजान मुल्ला लेन में घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया और स्थानीय निवासियों और पीड़ितों को अवैध निर्माण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। कोलकाता के महापौर फिरहद हकीम ने कहा कि घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है जहां यह इमारत अवैध रूप से बनायी जा रही थी। हाकिम ने बताया कि इमारत के प्रवर्तक मोहम्मद वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया है और कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘कोलकाता नगर निगम के गार्डन रीच इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत ढहने की खबर के बारे में जानकर दुख हुआ। हमारे महापौर, दमकल मंत्री, सचिव, पुलिस आयुक्त, नगर निकाय, पुलिस, दमकल और आपदा प्रबंधन अधिकारी तथा बचाव दल रात भर घटनास्थल पर मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक मृतक और घायल व्यक्ति के परिजनों को मुआवजा देगी। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं और बचाव अभियान जारी रहेगा।’


हाकिम ने कहा, ‘‘एक भीषण हादसे में आधी रात के करीब एक निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत ढह गयी जिसमें दो महिलाओं सहित कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हैं।'' हाकिम पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की है और हम प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये तथा प्रत्येक घायल को एक लाख रुपये देंगे।’’

अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि हम मलबा हटाने और नीचे फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए गैस कटर और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम पीड़ितों की ओर सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं जिससे काफी समय लग रहा है।’’ उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, राज्य और कोलकाता पुलिस आपदा प्रबंधन टीम के कर्मचारी भी मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मलबे का ढेर बहुत अधिक है, इसलिए बचावकर्मियों को फंसे हुए लोगों तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 15 घायल लोगों में से 11 लोगों का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है और चार को प्रारंभिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।

क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण होने की बात स्वीकार करते हुए हाकिम ने कहा, ‘‘वामपंथी शासन के बाद से यहां और कुछ अन्य इलाकों में यह एक चलन बन गया था।’’ उन्होंने यह भी माना कि यह ‘‘अधिकारियों की ओर से चूक’’ हो सकती है कि वे इस पर नजर रखने में नाकाम रहे। हाकिम ने कहा, ‘‘यह स्थानीय पार्षद का काम नहीं है बल्कि नगर निकाय के अधिकारियों को नजर रखनी पड़ती है कि क्या कोलकाता नगर निगम द्वारा स्वीकृत योजनाओं के अनुसार निर्माण कार्य हो रहा है या नहीं।’’

स्थानीय लोगों के अनुसार, इमारत के ढहने से पहले कंक्रीट के टुकड़े गिरे थे। उन्होंने बताया कि इमारत के ढहने पर एक तेज आवाज आयी और पूरे इलाके में धूल का गुबार छा गया। घनी आबादी वाले इस इलाके में इमारत का मलबा आसपास की झुग्गियों पर भी गिरा। एक निवासी ने बताया, ‘‘निर्माणाधीन इमारत में कोई रहता नहीं था लेकिन यह आसपास की झुग्गियों पर गिरी। हमें आशंका है कि कई लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।’’

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