धनबाद में कोयला खनन के दौरान तीन जगहों पर चाल धंसी, एक दर्जन लोग दबे, महिला की लाश निकाली गई

स्थानीय लोग कोलियरी प्रबंधन को घटना के लिए जिम्मेदार बता रहे हैं। उनका कहना है कि निरसा क्षेत्र में अवैध कोयला खनन आम बात है और इसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। लोगों के दबाव पर ही ईसीएल प्रबंधन द्वारा जेसीबी लगाकर मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

झारखंड के धनबाद के कोयलांचल क्षेत्र निरसा, मुगमा और पंचेत में अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से लगभग एक दर्जन लोग दब गए हैं। इनमें से एक महिला का शव निकाला गया है, जबकि एक अन्य महिला को गंभीर रूप से घायल स्थिति में निकाला गया है। मलबे में अन्य कई लोगों के दबने की आशंका है, जिनकी तलाश जारी है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना पर कहा है कि निरसा स्थित कोयला खदान से कुछ लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है। जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ बचाव और राहत कार्य में जुटा हुआ है। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। और अधिकारियों को त्वरित राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है।


प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बीसीसीएल सीवी एरिया के बंद पड़े आउटसोर्सिंग खदान में कोयला तस्करी के दौरान चाल धंसने से तीन लोग दब गए। इसी तरह निरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना में मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे आउटसोर्सिंग खदान में अवैध मुहाने से कोयला निकालते समय चाल गिरने से तीन लोग दब गए। वहीं गोपीनाथपुर में भी चाल धंसी है, जिसमें तीन लोगों के दबने की बात बतायी जा रही है।

आशंका जताई जा रही है कि इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई है। हलांकि, इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड और इलाके में आउटसोर्सिंग के आधार पर कोयला खनन करने वाली कंपनी का कोई भी अधिकारी घटना के बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। निरसा के एसडीपीओ पीताम्बर खेरबार ने कहा कि गोपीनाथपुर में ओपेन कास्ट माइंस है जहां चाल धंसने में मजदूरों के दबे होने की सूचना मिली है। इसे देखते हुए ईसीएल के साथ बैठक की गयी है। पुलिस बल को भी मौके पर भेजा गया है।


स्थानीय लोग कोलियरी प्रबंधन को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लोगों के दबाव पर ईसीएल के मुगमा एरिया प्रबंधन द्वारा जेसीबी लगा कर मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। खदान में जलजमाव के कारण जेसीबी को मलबा हटाने में काफी परेशानी हो रही है। बता दें कि निरसा क्षेत्र में कोयले का अवैध उत्खनन आम बात है और इसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं।

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