बिहार में बाढ़ से तबाही का मंजर! पश्चिमी चंपारण के बगहा इलाके में कई गांव पानी से डूबे, लोगों ने लगाए आरोप

उत्तर बिहार में गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हाेने से जिले की बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। वहीं पश्चिमी चंपारण के बगहा इलाके में दो नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ से कई गांव प्रभावित हुए हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारी बारिश के बाद नेपाल ने पानी छोड़ा है। जिसके बाद उत्तर बिहार में गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हाेने से जिले की बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। वहीं पश्चिमी चंपारण के बगहा इलाके में दो नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ से कई गांव प्रभावित हुए हैं। एक व्यक्ति ने सोमवार को कहा कि प्रशासन ने हमें अब तक कोई राहत नहीं दी है। उन्हें यहां के ग्रामीणों के लिए राहत शिविर स्थापित करने चाहिए।

बगहा एसडीएम शेखर आनंद ने पश्चिम चंपारण के बाढ़ प्रभावित रामनगर इलाके का दौरा किया। इस दौरान नदी तटबंध तक पहुंचने के लिए उन्हें बैलगाड़ी का सहारा लेना पड़ा।


दूसरी ओर बेतिया अनुमंडल क्षेत्र में बाढ़ के कारण रेल यातायात ठप हो गया है। बेतिया-मुज्जफ्फरपुर रेलखंड के ट्रैक पर पानी चढ़ जाने से ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया है। इस रेलखंड पर चलने वाली कई ट्रेनों का जहां रूट बदल दिया गया है, तो वहीं कई ट्रेनो को रद्द कर दिया गया है। इससे यात्रियों को भी परेशानी हो रही है।

वहीं मौसम विभाग की चेतावनी से लोगों में डर का माहौल है। पहले से ही बाढ़ से जूझ रहे लोगों को मौसम विज्ञान की चेतावनी से दहशत में है। मौसम विभाग ने 9 जुलाई तक के लिए राज्य में येलो अलर्ट जारी कर दिया है। केंद्र की ओर से राज्‍य के समस्‍तीपुर, मधुबनी, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहारहार, पूर्वी और पश्‍च‍िमी चंपारण जिले में बारिश, वज्रपात और तेज हवाएं चलने का अनुमान जारी किया गया है।

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