कोरोना संकट: आप MLA की हाईकोर्ट से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, कहा- कोई नहीं सुन रहा हमारी बात

शोएब इकबाल ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार को बर्खास्त कर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। शोएब ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की यह अपील दिल्ली हाई कोर्ट से की है।

फोटो: सोशल मीडिया
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आईएएनएस

आम आदमी पार्टी के विधायक शोएब इकबाल ने दिल्ली में तुरंत प्रभाव से राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है। शोएब इकबाल ने कोरोना के उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद खराब हालत में है। ऐसी स्थिति में लोगों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार को बर्खास्त करके यहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। वहीं एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत के दौरान शोएब ने कहा कि सरकार हो या प्रशासन कोई हमारी बात नहीं सुन रहा।

छठी बार विधायक चुनकर आए शोएब इकबाल दिल्ली के जामा मस्जिद क्षेत्र स्थित मटिया महल से विधायक हैं। शोएब इकबाल करीब एक साल पहले ही 2020 विधानसभा चुनाव के समय आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। आम आदमी पार्टी से पहले वह कांग्रेस में थे। कांग्रेस से पहले वह जनता दल यूनाइटेड के सदस्य थे। इसके अलावा शोएब बतौर निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव लड़ चुके हैं।

शोएब इकबाल ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार को बर्खास्त कर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। शोएब ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की यह अपील दिल्ली हाई कोर्ट से की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर दिल्ली हाईकोर्ट तुरंत राजधानी में राष्ट्रपति शासन लागू करें। यदि राष्ट्रपति शासन लागू कर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर नहीं किया गया तो दिल्ली में इसी प्रकार कोरोना से लोगों की मौत होती रहेगी।

मटिया महल से विधायक शोएब इकबाल ने कहा कि उनके कई परिचित अस्पताल में भर्ती हैं लेकिन वह उनके लिए आवश्यक दवाओं व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था तक नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि दो दिन पहले ही शोएब इकबाल ने रामलीला मैदान में 500 बेड का आईसीयू तैयार करने के प्रस्ताव पर दिल्ली सरकार की प्रशंसा की थी। तब उनका कहना था कि उनके क्षेत्र में यह अस्थाई आईसीयू तैयार किया जा रहा है।

शोएब इकबाल की शिकायत है कि दिल्ली में मरीजों को न दवा मिल रही है और न ही अस्पतालों में ऑक्सीजन है। किसी की कोई सुनवाई नहीं हो रही और लोगों की जानें जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि उन्हें बेहद दुख है कि वह किसी की मदद नहीं कर पा रहे हैं। छह बार विधायक होने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं है। उनका कहना है कि वह तो यही चाहते हैं दिल्ली में तुरंत राष्ट्रपति शासन लग जाए वरना यहां लाशें बिछ जाएंगी।

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