फिर सुर्खियों में अडानी का मुंद्रा पोर्ट, 17 करोड़ की विदेशी सिगरेट बरामद, हजारों करोड़ की हेरोईन भी हो चुकी जब्त

मुंद्रा पोर्ट उसी अडानी समूह का है, जहां बड़ी मात्रा में कई बार ड्रग्स बरामद किया जा चुका है। हैरानी की बात तो ये है, कि हर बार नशे की खेप पकड़े जाने के बावजूद पोर्ट या अडानी समूह पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

गुजरात के कच्छ में बना अडानी समूह का मुंद्रा पोर्ट एक बार फिर सुर्खियों में है। जिस पोर्ट से उद्योगपति गौतम अडानी ने अपने कारोबारी सफर की बड़े पैमाने पर शुरूआत की थी, वही पोर्ट अब तस्करों को सबसे अधिक रास आने लगा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मुंद्रा पोर्ट पर बीते साल से लेकर अबतक अरबो रूपये के नशे की खेप आ चुकी है। हाल फिलहाल में इस पोर्ट से हेरोइन बरामद हुई थी, अब सूचना है कि मुंद्रा पोर्ट से अब 17 करोड़ रुपये अंतर्राष्ट्रीय मूल्य की 850 कार्टून सिगरेट बरामद हुई है।

अडानी के पोर्ट से 17 करोड़ रुपये की सिगरेट बरामद

जानकारी के मुताबिक गौतम अडानी के गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर डीआरआई ने 17 करोड़ रुपये के अंतरराष्ट्रीय मूल्य की जो सिगरेट बरामद की है, उन सिगरेट की संख्या करीब 86.5 लाख है। जिसको की डीआरआई ने मुखबिरों की जानकारी के आधार पर 11 तारीख को पकड़ा। जानकारी के अनुसार DRI ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। चौंकाने वाली बात ये कि, जिन कंटेनरो में यह सिगरेट पकड़ी गई उसमें होटल का सामान होने की पर्ची चिपकाई गई थी, जिससे कि आसानी से कस्टम और डीआरआई की आंखों में धूल झोंकी जा सके। इस सिगरेट के कंसाइनमेंट के साथ तीन लोगों को भी पकड़ा गया है। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है।

सितंबर 2021 में मुंद्रा पोर्ट से बरामद की गई थी हेरोईन की सबसे बड़ी खेप

सितंबर 2021 को डीआरआई और सीमा शुल्क के एक संयुक्त अभियान में अफगानिस्तान से आए दो कंटेनरों में हेरोइन पकड़ी गई। ये कंटेनर मुंद्रा बंदरगाह पर डीपी वर्ल्ड टर्मिनल पर पहुंचे थे। उसके बाद समूह की तरफ से कहा गया था कि उनकी भूमिका बंदरगाह चलाने तक सीमित है। देश भर में कोई भी पोर्ट ऑपरेटर कंटेनरों की जांच नहीं कर सकता है।

अडानी पोर्ट से कई दफा प्रतिबधित चीजें बरामद की चुकी हैं लेकिन सबसे बड़ी खेप हेरोईन की ही रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 21 हजार करोड़ रुपये है। अफगानिस्तान से आयात हुए दो कंटेनरों से 3 हजार किलो हेरोइन बरामद की गई थी। यह खेप आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा की कंपनी ने आयात की थी और इसे टेल्कम पाउडर बताया गया था।

मुंद्रा पोर्ट पर है अडानी की प्राइवेट सिक्योरिटी

गौरतलब है कि ये पोर्ट उसी अडानी समूह का है, जहां बड़ी मात्रा में कई बार ड्रग्स बरामद किया जा चुका है। हैरानी की बात तो ये है, कि हर बार नशे की खेप पकड़े जाने के बावजूद पोर्ट या अडानी समूह पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। आपको बता दें, मुंद्रा पोर्ट अडानी समूह का प्राइवेट पोर्ट है। जहां अडानी की खुद की प्राइवेट सिक्योरिटी लगी हुई है। ये एकमात्रा पोर्ट है जहां प्राइवेट सिक्योरिटी है जबकि देश के अन्य पोर्ट के उपर सामान्य तौर पर CISF की सिक्योरिटी होती है।

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