लंबे इंतजार के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय को मिला नया कुलपति, प्रोफेसर योगेश सिंह के नाम को राष्ट्रपति ने दी मंजूरी

प्रोफेसर योगेश सिंह अभी दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। इससे पहले वह नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक, सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के कुलपति और गांधीनगर के सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

लंबे इंतजार के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय को नया कुलपति मिल गया है। प्रोफेसर योगेश सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति होंगे। राष्ट्रपति ने बुधवार शाम प्रोफेसर योगेश सिंह के नाम को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही भारत के सबसे बड़े केंद्रीय विश्विद्यालय यानी 'दिल्ली यूनिवर्सिटी' के वीसी की चयन प्रक्रिया पूरी हो गई।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस विषय में आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति द्वारा प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। वहीं प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को डॉ हरि सिंह गौड़ विश्वविद्यालय, सागर का कुलपति नियुक्त किया गया है।

प्रोफेसर योगेश सिंह अभी दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) के कुलपति हैं। इससे पहले वर्ष 2014 से 17 तक वह नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक रहे थे। वह सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के भी कुलपति रह चुके हैं। साथ ही वह गांधीनगर के सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पद की दौड़ में दो-तीन प्रमुख नामों में प्रोफेसर योगेश सिंह का नाम शुरू से शामिल रहा। दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति का नाम तय करने के लिए कई उम्मीदवारों के नामों की चर्चा की गई। इनमें सबसे प्रमुख नाम डीटीयू के वीसी योगेश सिंह और जेएनयू के मौजूदा वीसी एम जगदीश कुमार का रहा। शिक्षा मंत्रालय इस संबंध में कई दिन पहले ही अपनी ओर से चयन प्रक्रिया पूरी कर चुका था।


दिल्ली विश्वविद्यालय में बीते लगभग 1 वर्ष से प्रोफेसर पीसी जोशी कार्यवाहक कुलपति के तौर पर काम कर रहे थे। प्रोफेसर पीसी जोशी ने योगेश सिंह को नए कार्यभार के लिए बधाई दी है। उनका कहना है कि प्रोफेसर योगेश सिंह के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय नई कामयाबियां हासिल करेगा। प्रोफेसर योगेश सिंह अभी तक डीटीयू के वाइस चांसलर थे। अब नई जिम्मेदारी के तौर पर उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बीते वर्ष अक्टूबर में दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश त्यागी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। साथ ही राष्ट्रपति ने डीयू में प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर योगेश त्यागी के खिलाफ जांच के भी आदेश दिए थे। तब से प्रोफेसर पीसी जोशी कार्यवाहक कुलपति के तौर पर काम कर रहे थे। प्रोफेसर त्यागी के निलंबन पर शिक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी पत्र में कहा गया था कि प्रोफेसर योगेश त्यागी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहे। उन्होंने वाइस चांसलर के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नहीं किया।

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