मध्य प्रदेश में महिला पुलिसकर्मी के बाद अब शिक्षक बेचेंगे शराब, कांग्रेस ने कहा- शिवराज ने बेच दी शर्म

मध्य प्रदेश सरकार और शराब ठेकेदारों के बीच विवाद के बाद प्रदेश के 70 फीसदी ठेकेदारों ने अपने ठेके वापस कर दिए हैं। ऐसे में कई जिलों में सरकार ही शराब दुकानों का संचालन कर रही है। पहले दुकानों पर महिला अफसरों की ड्यूटी लगाई गई और अब शिक्षकों की तैनाती की गई है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश में शराब दुकानों पर महिला पुलिस अधिकारियों की तैनाती के मुद्दे पर मचा शोर अभी थमा भी नहीं था कि शिवराज सरकार ने फिर से आग में घी डालने का काम किया है। ताजा विवाद शराब दुकानों पर शिक्षकों की ड्यूटी लगाने को लेकर खड़ा हुआ है। मामला सागर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के 5 शिक्षकों की ड्यूटी देशी-विदेशी शराब दुकानों पर लगाने से जुड़ा है। इसके लिए बाकायदा कॉलेज की ओर से कलेक्टर (आबकारी) का हवाला देते हुए शिक्षकों के नाम के साथ आदेश जारी किया गया।

महिला पुलिसकर्मियों के बाद अब शिक्षकों की शराब दुकानों में ड्यूटी लगाए जाने पर कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "मध्य प्रदेश में पहले महिला पुलिसकर्मियों ने बेची शराब और अब शिक्षक बेचेंगे शराब। शिवराज सिंह, शर्म नाम की तो कोई चीज ही नहीं बची है। जिन पर प्रदेश की सुरक्षा और बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी है, उन्हें शराब बेचने का काम सौंप दिया, वाह शिवराज जी वाह।"

इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी महिला पुलिसकर्मियों को शराब बेचने की जिम्मेदारी सौंपे जाने का विरोध करते हुए ट्वीट किया था कि, "शिवराज जी, आप जब विपक्ष में थे तो प्रदेश में शराब को लेकर खूब विरोध करते थे, खूब भाषण देते थे, शराब को बहन-बेटियों के लिए खतरा बताते हुए उनको साथ लेकर धरने पर बैठते थे। अब तो आपने बहन-बेटियों को ही शराब की दुकानों पर बैठा दिया? इससे शर्मनाक और दोहरा चरित्र कुछ हो सकता है क्या?"

बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार और शराब ठेकेदारों के बीच जारी विवाद के बाद प्रदेश के 70 फीसदी ठेकेदारों ने अपने ठेके सरेंडर कर दिए हैं। ठेकेदार लॉकडाउन के कारण ड्यूटी चार्ज में राहत की मांग कर रहे हैं। ठेकेदारों द्वारा ठेकों को समर्पित किए जाने के बाद कई जिलों में सरकार का आबकारी विभाग ही शराब दुकानों का संचालन कर रहा है। दुकानों पर शराब बिक्री के लिए महिला अफसरों की भी ड्यूटी लगा दी गई थी और महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई थी। अब एक और कदम आगे बढ़ते हुए शराब दुकानों पर शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है। इस पर कांग्रेस ने सख्त ऐतराज जताया है।

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