किसान आंदोलन: राहुल का मोदी सरकार पर हमला, पूछा- दिल्ली की किलेबंदी क्यों? बजट को लेकर भी उठाए सवाल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए आम बजट 2021 को लेकर भी राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।

फोटो: @INCIndia
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पवन नौटियाल @pawanautiyal

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एक बार फिर किसानों के मुद्दे को लेकर हमला बोला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा है कि किसान पीछे हटने वाले नहीं है और सरकार को ही पीछे हटना होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, “किसान हिन्दुस्तान की शक्ति है, उसे दबाना, धमकाना, मारना सरकार का काम नहीं है। सरकार का काम किसान से बात करके इस समस्या का समाधान करना है। राहुल गांधी ने कहा कि, “मैं किसानों को बहुत अच्छे से जानता हूं, ये पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को ही पीछे हटना होगा। फायदा है सबका कि आज हट जाएं।”

राहुल ने कहा कि 'दिल्ली बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान इस देश को चलाने वाले हैं, लेकिन सरकार उनसे बातचीत नहीं कर रही है। दिल्ली की किलेबंदी क्यों हो रही है? सरकार उनके साथ हिंसा क्यों कर रही है। उनके साथ बात क्यों नहीं कर रही है और इस मुद्दे का समाधान क्यों नहीं निकालती। किसानों की समस्या देश के लिए ठीक नहीं है।' राहुल गांधी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री कहते हैं कि कृषि कानून को दो साल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव बरकरार है। इसका क्या मतलब है। या तो आप इस कानून को बनाए रखना चाहते हैं या फिर नहीं। मुझे लगता है कि इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द होना चाहिए। सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।'

एक फीसदी आबादी के लिए है बजट: राहुल गांधी

इसके अलावा राहुल गांधी ने मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर कहा कि बजट को लेकर मेरी उम्मीद थी कि सरकार हिंदुस्तान के 99 प्रतिशत लोगों को अपना सपोर्ट देगी। यह बजट एक प्रतिशत आबादी का बजट है। राहुल गांधी ने कहा कि जो हमारे स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्रीज के लोग हैं, जो हमारे वर्कर्स हैं, किसान हैं, जो हमारी फोर्सेस हैं, उन सबसे आपने पैसा छीनकर उन्हीं 5-10 लोगों की जेबों में डाल दिया है।

'चीन को बजट में क्या संदेश देते हो कि हम अपना रक्षा खर्च नहीं बढ़ाएंगे'

राहुल गांधी ने आगे कहा कि हिंदुस्तान को अपनी जनता के हाथ में पैसे डालने की जरूरत है क्योंकि अगर हम अपनी अर्थव्यवस्था को चालू करना चाहते हैं तो वो खपत या उपभोग से ही होगी। वह सप्लाई साइड से नहीं हो सकती है। अगर सरकार ने न्याय योजना जैसा काम किया होता, अगर स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्रीज को पैसा दिया होता, उनकी रक्षा की होती, तो अर्थव्यवस्था चालू हो सकती थी। राहुल गांधी ने कहा कि सबसे जरूरी बात यह है कि चीन हिंदुस्तान के अंदर आता है और हमारी हजारों किलोमीटर जमीन ले जाता है और आप चीन को बजट में क्या संदेश देते हो कि हम अपना रक्षा खर्च नहीं बढ़ाएंगे।

केंद्र पर हमलावर हुए राहुल गांधी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि रक्षा खर्च नहीं बढ़ाकर सरकार ने चीन को क्या संदेश दिया कि आप अंदर आ सकते हो; आप जो चाहे कर सकते हैं; आप अपनी सेना को नहीं सपोर्ट करोगे। जो हमारे जवान लद्दाख में हैं, जो एयरफोर्स के पायलट हैं, उन्हें आज कैसा लग रहा होगा?। इस समय फोर्सेस की कमिटमेंट सेंट-परसेंट है। सरकार की कमिटमेंट भी शत-प्रतिशत होनी चाहिए। जो भी हमारी सेना को चाहिए, जो भी हमारी एयरफोर्स, नेवी को चाहिए, सरकार को उन्हें देना चाहिए। यह कौनसी देशभक्ति है कि सर्दी में लद्दाख में हमारी सेना खड़ी है और आप उनको पैसा नहीं दे रहे हो। यह कौनसा राष्ट्रवाद है?

राहुल गांधी ने आगे कहा कि सरकार ने नोटबंदी की, सरकार ने जीएसटी लागू की, एग्रीकल्चर पर जीएसटी लागू की। आपने हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया। उसके बाद कोरोना आया और उसके बाद और जबरदस्त नुकसान हुआ। आपको याद होगा कि कुछ महीने पहले हमारा 'ब्राइटस्पॉट' एग्रीकल्चर था। किसानों ने काम किया, उन्होंने हिंदुस्तान को बचाया और आप उन्हीं की जिंदगी नष्ट कर रहे हो। वह हमारी रीढ़ हैं और आप उन्हीं को मार रहे हो।

लाल किले पर 26 जनवरी को जो हुआ उसपर राहुल गांधी ने कहा कि अगर लाल किले में किसी ने गलत काम किया तो वह गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है। गृह मंत्रालय का काम है कि वह उन लोगों को रोके और उन पर कार्यवाही करे। गृह मंत्रालय को समझाना चाहिए कि वो लोग अंदर घुसे कैसे?

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