राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता अभी भी 'बेहद गंभीर' श्रेणी में, क्या GRAP-3 लागू किया जाएगा?
राजधानी में एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली और एनसीआर में जीआरएपी-3 फिर से लागू करेगा। ऐसा होने पर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के नियंत्रण के लिए कई तरह के कामों और गाड़ियों पर रोक लग सकती है।
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प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के चलते गुरुवार को लगातार दूसरे दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता 'बेहद गंभीर' श्रेणी में बनी रही। हालात को देखते हुए सवाल उठने लगे हैं कि क्या राजधानी में जीआरएपी-3 फिर से लागू किया जाएगा? हालांकि, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने अभी तक दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (जीआरएपी-3) लागू करने पर फैसला नहीं लिया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शाम 4 बजे आनंद विहार में हवा की गुणवत्ता पीएम 2.5 के साथ 423 और पीएम 10 के 436 के साथ गंभीर श्रेणी में रही, जबकि, एनओ2 का स्तर 179 यानी मध्यम और सीओ 60 यानी संतोषजनक पर पहुंच गया। आईटीओ पर एक्यूआई भी 'गंभीर' श्रेणी में रहा, जिसमें पीएम 2.5 का स्तर 431 और पीएम 10 का स्तर 356 यानी 'बहुत खराब' पर पहुंच गया। सीओ 108 और ओजोन 102 दर्ज किया गया, दोनों 'मध्यम' स्तर पर थे।
पंजाबी बाग में पीएम 2.5 भी 425 तक पहुंच गया, जबकि, पीएम 10 का स्तर 420 पर था, दोनों 'गंभीर' श्रेणी में थे। जहांगीरपुरी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन पर हवा की गुणवत्ता का पीएम 2.5 का स्तर 369 और पीएम 10 का स्तर 359 के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी में आ गया।ओखला फेज-2 में पीएम 2.5 का स्तर 419 और पीएम 10 का स्तर 416 दर्ज किया गया, दोनों 'गंभीर' श्रेणी में थे। एनओ 2 'मध्यम' स्तर पर 159 पर था।
मुंडका में एक्यूआई पीएम 2.5 का स्तर 402 और पीएम 10 का स्तर 357 यानी 'बहुत खराब' के साथ 'गंभीर' श्रेणी में रहा, जबकि, सीओ का स्तर 54 यानी 'संतोषजनक' रहा। इसी तरह द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई मॉनिटरिंग स्टेशन ने पीएम 2.5 का स्तर 399 और पीएम 10 का स्तर 363 पर दर्ज किया, दोनों 'बहुत खराब' श्रेणी में हैं।
वहीं, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डा स्टेशन पर एक्यूआई गिरकर पीएम 2.5 के साथ 350 यानी 'बहुत खराब' और पीएम 10 का स्तर 258 यानी 'खराब' पर आ गया। ऐसे में राजधानी में एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली और एनसीआर में जीआरएपी-3 फिर से लागू करेगा। ऐसा होने पर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के नियंत्रण के लिए कई तरह के कामों और गाड़ियों पर रोक लग सकती है।
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