अलीगढ़ स्टेशन पर भीड़ की हिंसा, कन्नौज से आए मुस्लिम परिवार पर हमला, एएमयू छात्रों के हंगामे के बाद केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के अलगीढ़ रेलवे स्टेशन पर दर्जनों लोगों की भीड़ ने अचानक एक मुस्लिम परिवार पर हमला कर दिया। भीड़ के इस हमले में दो महिलाएं भी घायल हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हंगामा किया।

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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आस मोहम्मद कैफ

देश भर में भीड़ द्वारा हिंसक वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के अलगीढ़ रेलवे स्टेशन पर का है। जहां दर्जनों लोगों की भीड़ अचानक एक मुस्लिम परिवार पर हमला कर दिया। भीड़ के इस हमले में दो महिलाएं भी घायल हो गई। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र मौके पर पहुंच गए और हालात बेहद तनाव पूर्ण हो गए।

दरअसल, पूरा मामला रविवार देर शाम की है। जहां अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर बिना किसी बात के मारपीट से हड़कंप मच गया। इस हमले के खिलाफ में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यलाय के छात्रों ने जीआरपी थाने का घेराव किया तब देर रात जाकर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज हुई।


जानकारी के अनुसार रविवार शाम कन्नौज के एक परिवार पर दो दर्जन से अधिक लोगों ने हमला कर दिया। आरोप है कि महिलाओं के बुर्का पहने होने और मुस्लिम होने की वजह से हमला किया गया। जीआरपी ने घायलों को जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। जीआरपी के मुताबिक, एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनकी शिनाख्त की जा रही है ।

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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घायल तौफीक

बताया जा रहा है कि कन्नौज के घुमाचामऊ इलाके की रहने वाली अफसाना अपने बेटे शफीक, देवर तौफीक, ससुर सहीम, सास हसरुन निशा और उनकी बेटी निशा के साथ मऊ आनंद विहार साप्ताहिक ट्रेन से उतर रही थीं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि इसी दौरान करीब दो दर्जन लोग आए और उनसे ट्रेन में चढ़ने-उतरने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि उन्होंने परिवार पर हमला बोल दिया। इसमें तौफीक और सहीम चोटें आ गईं। महिलाओं ने चीखपुकार मचाई तो स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल हो गया।


घायल तौफीक ने बताया, “उन्हें बुरी तरह पीटा गया। इतना ही नहीं भीड़ ने उनकी अम्मी, भाभी और भतीजी को बुरी तरह से लात-घूंसों और डंडों से पीटा। उन्होंने हमें हमारे मज़हबी पहचान पर टिप्पणी की। तौफीक ने आगे बताया कि कोई हमें बचाने नही आया। हम यह मान ही नही सकते यह अचानक हुआ झगड़ा है। हमें पीटने वाले गालियां दे रहे थे। हम यहां इलाज़ कराने आए थे। यह खुला अत्याचार है।”

बताया जा रहा है कि सूचना पर जीआरपी की टीम जब तक घटना स्थल पर पहुंची तब तक हमलावर फरार हो गए थे। इस घटना की सूचना मिलने के बाद एएमयू अस्पताल पहुंचे और हाल चाल जाना। एएमयू के छात्र संघ के अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा, “जिस तरह से भीड़तंत्र ने मुस्लिम समाज के लोगों पर हमला किया। इसकी वो निंदा करते है। अगर इस तरह की हरकतों को नहीं रोका गया तो वो दिन दूर नहीं जब हालात बेहद खराब हो जाएंगें।

उन्होंने आगे कहा, “हिंदुत्व के नाम पर यह लोग हिन्दू धर्म को बदनाम कर रहे है और अलीगढ़ की गंगा जमुनी तहजीब को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। अलीगढ़ के लोग हरगिज़ ऐसा नहीं होने देंगे। हम उस मुल्क से आते हैं जहां बुर्क़ा, टोपी, तिलक, पगड़ी सबका सम्मान किया जाता है और हर फासिस्ट ताकतों का मुंह तोड़ जवाब दिया जाता है।”


घटना के बाद एएमयू छात्रों में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह एएमयू पहुंच गए। उन्होंने छात्रों को समझाते हुए मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर छात्रों को शांत किया। घायल तौफीक की ओर से दो दर्जन अज्ञात हमलावरों के खिलाफ तहरीर दी गई है। इंस्पेक्टर यशपाल सिंह के मुताबिक,. पीड़ित परिवार की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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Published: 16 Sep 2019, 7:29 PM