देश की खातिर और बीजेपी के खिलाफ एकजुट हों सभी विपक्षी दल, 19 पार्टियों के नेताओं से सोनिया गांधी की अपील

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मौजूदा सरकार कई मुद्दों का समाधान करने में विफल रही है। मेरा आह्वान है कि जो लोग लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते हैं, जो देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें साथ आना चाहिए।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आज बुलाई गई विपक्षी दलों के नेताओं और विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की अहम बैठक खत्म हो गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बैठक में देश के राजनीतिक-आर्थिक हालात, मोदी सरकार के कुप्रबंधन और विपक्ष की भावी रणनीति पर चर्चा की गई। इस बैठक में कांग्रेस से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी समेत 19 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए।

सोनिया गांधी ने सभी दलों से अपील करते हुए कहा कि हमारा अंतिम लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव हैं, जिसमें स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों में विश्वास करने वाली सरकार देने के लिए हमें व्यवस्थित रूप से योजना बनानी होगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ सभी दलों को एकजुट होना चाहिए। देशहित में संसद के अंदर और बाहर भी सभी को एक साथ आना होगा। उन्होंने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए योजना बनाकर आगे बढ़ने की भी अपील की।

बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि संसद का मॉनसून सत्र एक बार फिर पूरी तरह से बर्बाद हो गया, क्योंकि सार्वजनिक महत्व के जरूरी मुद्दों पर चर्चा और बहस करने के लिए सरकार की अड़ियल और अभिमानी अनिच्छा थी। इन मुद्दों में पेगासस कांड, जो प्रत्येक नागरिक को प्रभावित करता है, तीनों किसान विरोधी कानूनों को रद्द् करना- पिछले 9 महीनों से किसानों का आंदोलन जारी है, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि और संघवाद और हमारे लोकतंत्र की संस्थाओं पर हमला जैसे मुददे शामिल हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंतिम लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है, जिसके लिए हमें अपने देश को स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और हमारे संविधान के सिद्धांतों और प्रावधानों में विश्वास करने वाली सरकार देने के उद्देश्य से व्यवस्थित रूप से योजना बनाना शुरू करना होगा। यह एक चुनौती है, लेकिन एक साथ मिलकर हम इसे उठा सकते हैं और इसे उठाना चाहिए क्योंकि एक साथ मिलकर काम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हम सभी की अपनी मजबूरियां हैं, लेकिन स्पष्ट रूप से, समय आ गया है जब हमारे राष्ट्रहित के लिए उनसे ऊपर उठें।


बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि किसान कई महीनों से विरोध कर रहे हैं, यह भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए एक दर्दनाक तस्वीर है। देश आर्थिक मंदी, कोविड महामारी, बेरोजगारी, सीमा विवाद, अल्पसंख्यक समुदायों के मुद्दे आदि जैसे कई मुद्दों का सामना कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा सरकार इन सभी मुद्दों का समाधान करने में विफल रही है। जो लोग लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते हैं, जो हमारे देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें एक साथ आना चाहिए, यही मेरा आह्वान है।

लंबे अरसे बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की साझा बैठक में कुल 19 दलों के नेताओं ने भाग लिया। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, नेशनल कांफ्रेंस से फारुख अब्दुल्ला, आरजेडी से तेजस्वी यादव के अलावा सीपीआई, आरएसपी, केरल कांग्रेस पीडीपी, एआईयूडीएफ और आईयूएमएल के नेता शामिल हुए।

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