पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का पार्टियों ने किया स्वागत, अखिलेश ने वर्चुअल प्रचार के निर्देश पर उठाया सवाल

पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने रैली, रोड शो पर रोक लगाते हुए वर्चुअल माध्यम से प्रचार का निर्देश दिया है, जिस पर सवाल उठाते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूछा है कि जिनके कार्यकर्ताओं के पास संसाधन नहीं हैं, वे क्या करेंगे।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

चुनाव आयोग ने आज कई सख्त निर्देशों के साथ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया। चुनाव कार्यक्रम के साथ ही चुनाव आय़ोग ने कई नियम और निर्देश भी जारी किए हैं, जिसमें कोरोना के खतरे को देखते हुए 15 जनवरी तक जनसभाओं, रोड शो पर रोक लगाते हुए राजनीतिक दलों से वर्चुअल माध्यम से चुनाव प्रचार को कहा है। चुनाव तारीखों का सभी दलों ने स्वागत किया है। हालांकि विपक्ष ने मांग की है कि सत्ताधारी दल पर भी सारे निर्देश और नियम लागू होने चाहिए। अखिलेश यादव ने वर्चुअल प्रचार पर सवाल खड़े किए हैं।

चुनाव आयोग के चुनाव तारीखों और निर्देशों के ऐलान के बाद बीजेपी के नेताओं ने एक सुर में इसका स्वागत करते हुए अपने-अपने राज्य में पार्टी की जीत का दावा किया। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया कि 10 मार्च को चुनाव नतीजे घोषित होने पर बीजेपी फिर से भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने में सफल होगी। बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।


समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव तारीखों की घोषणा पर कहा कि उत्तर प्रदेश में लोग बीजेपी सरकार को विदाई देने के लिए तैयार हैं। चुनाव आयोग के रैलियों पर रोक लगाते हुए वर्चुअल माध्यम से चुनाव प्रचार करने के निर्देश पर उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कब्जा जमाए हुए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि जिन पार्टियों के कार्यकर्ताओं के पास संसाधन नहीं हैं, वे वर्चुअल रैली कैसे करेंगे। जो छोटी पार्टियां हैं उन्हें कैसे डिजिटल स्पेस मिलेगा।

वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि पीएम मोदी पहले ही कई राजनीतिक रैलियां कर चुके हैं। वह पिछले एक महीने से दौरा कर रहे हैं और यूपी के सीएम योगी से 10-15 से ज्यादा बार मिल चुके हैं। सत्ता पक्ष के लिए कोई बड़ी बात नहीं है। केवल आर्थिक रूप से कमजोर दलों को ही समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वंहीं उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि हम चुनाव तारीखों की घोषणा का स्वागत करते हैं। कांग्रेस हमेशा आचार संहिता और चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करती है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू ने भी तारीखों का स्वागत किया।


वहीं पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मैं चुनाव आयोग के निर्देशों का स्वागत करता हूं। अभी तक हम सिर्फ एक काम करने वाली सरकार थे, अब हम चुनाव के बारे में सोचना शुरू करेंगे। मैं हाथ जोड़कर पंजाब के लोगों और कांग्रेस को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे 111 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बनने के योग्य समझा।

वहीं शिरोमणी अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पंजाब के लोग एक मजबूत, स्थिर और विकासोन्मुखी अकाली-बसपा सरकार का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ईडी और आयकर विभाग सभी 5 चुनावी राज्यों में विपक्षी नेताओं के यहां छापेमारी करता रहेगा और बीजेपी जनता को गुमराह करती रहेगी। जैसा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था, बीजेपी का मतलब 'बड़का झूठा पार्टी' है।

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