गजब! नकल रोकने के लिए इस राज्य ने निकाला नायब तरीका, छात्रों को पहना दिए गत्ते के डिब्बे
परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए प्रशासन कोई ना कदम उठाते रहता है, लेकिन कर्नाटक के हावरी में नकल रोकने के लिए ऐसा इंतजाम किया गया, जिसे देखकर आपको होश उड़ जाएंगे। दरअसल, नकल रोकने के लिए छात्र-छात्राओं के सिर पर हेलमेट के रुप में गत्ते का डिब्बा पहना दिया गया।
![फोटो: सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2019-10%2F81c7cae2-5340-47f1-a5b5-8b2fc5bcc8a0%2Fgatta.png?rect=0%2C57%2C1200%2C675&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
कर्नाटक में प्री-यूनिवर्सिटी में परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए करीब 50 छात्रों के सिर पर गत्ते का डिब्बा पहनाने की खबर सामने आई है। यह जानकारी एक अधिकारी ने शनिवार को दी। हावेरी जिले के डिप्टी डायरेक्टर ऑफ पब्लिक इंस्ट्रक्शन (डीडीपीआई) ने बताया, “भगत प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज को एक नोटिस जारी कर अपने छात्रों को परीक्षा के दौरान नकल करने से रोकने के लिए जबरन कार्डबोर्ड बॉक्स (गत्ते का डिब्बा) पहनाने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।”
![गजब! नकल रोकने के लिए इस राज्य ने निकाला नायब तरीका, छात्रों को पहना दिए गत्ते के डिब्बे](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2019-10%2Ff2006339-7e5e-48c6-8939-4020c5564ecc%2F01.jpg?auto=format%2Ccompress)
यह चौंकाने वाली घटना बुधवार की है और इसका खुलासा तब हुआ जब शुक्रवार को को-एजुकेटिड निजी कॉलेज के छात्रों का परीक्षा हॉल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें छात्र गत्ते का डिब्बा पहने परीक्षा देते नजर आए। छात्र अपनी कक्षा में अर्थशास्त्र और रसायन विज्ञान की परीक्षा दे रहे थे।
![गजब! नकल रोकने के लिए इस राज्य ने निकाला नायब तरीका, छात्रों को पहना दिए गत्ते के डिब्बे](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2019-10%2Fedbc5407-79be-4fca-9852-8d190c88bd43%2F02.jpg?auto=format%2Ccompress)
अधिकारी ने कहा, “वजह जो भी हो, उन्हें (छात्रों को) लिखित परीक्षा के दौरान डिब्बे पहनने के लिए नहीं कहा जा सकता। हमारी ओर से ऐसी कोई सलाह नहीं दी गई, न ही ऐसा कोई नियम है।” हालांकि, छात्र सांस ले सके और देख सकें, इसलिए डिब्बों को सामने से काटा गया था, लेकिन वे अपने बेंच पर बैठे अन्य छात्रों की उत्तर पुस्तिका देखने के लिए सिर को बाएं या दाएं नहीं हिला सकते थे। इस घटना पर राज्य के शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्य अस्वीकार्य है।
कुमार ने ट्वीट किया, “किसी के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है कि वह छात्रों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार करे। इस अनाचार से जल्द निपटा जाएगा।”
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Published: 19 Oct 2019, 7:29 PM