अंबालाः किसानों के रेल रोको आंदोलन से एशिया का सबसे बड़ा बाजार वीरान, कारोबारियोंं की अपील- हल निकाले सरकार
दुकानदारों का कहना है कि सरकार और किसानों को इसका हल निकालना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में हमें इसकी वजह से चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
![किसानों के रेल रोको आंदोलन से एशिया का सबसे बड़ा बाजार वीरान, कारोबारी परेशान](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2024-04%2F65b44c27-ef3a-41d0-a138-fa46a9f6511b%2FTraders.jpg?rect=3%2C0%2C1067%2C600&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
अंबाला में किसानों के रेल रोको आंदोलन का असर आम लोगों के साथ-साथ व्यापार पर भी पड़ने लगा है। इसकी वजह से एशिया का सबसे बड़ा कपड़ा बाजार पूरी तरह बंद पड़ा है। आलम यह है कि जो बाजार पहले ग्राहकों की आवाजाही से गुलजार रहा करता था, अब वीरान पड़ा है। इसकी वजह से कारोबारी परेशान हैं।
अंबाला के बाजार में दुकानदार अपनी दुकान पर खाली बैठे हैं। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए। दुकानदारों का कहना है कि सरकार और किसानों को इसका हल निकालना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में हमें इसकी वजह से चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
चिंतित दुकानदारों ने कहा कि किसान आंदोलन के कारण वो परेशान हैं, क्योंकि कपड़ा मार्केट में ग्राहक बिल्कुल भी नहीं आ रहे हैं। अधिकतर ग्राहक पंजाब से हैं और वो रास्ता बंद पड़ा है। इस कारण ग्राहक बाजार आ ही नहीं रहे हैं। बाहर से मिलने वाले ऑर्डर पर भी माल नहीं भेजा जा रहा है। ऐसे में कारोबार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
दुकानदारों ने कहा कि सरकार और किसानों को मिलकर बात करनी चाहिए और जल्द से जल्द कोई रास्ता निकालना चाहिए। यहां बता दें कि अंबाला में किसानों के रेल रोको आंदोलन का मंगलवार को सातवां दिन है, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नजर नहीं आ रहा है। सरकार ने अभी तक प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत की कोई पहल नहीं की है।
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