कोरोना लहर के बीच कल से कुंभ का आरंभ, डुबकी के लिए सख्त निर्देशों का करना होगा पालन

हरिद्वार में कल से शुरू हो रहा कुंभ मेला इस बार कोरोना महामारी के मद्देनजर केवल 28 दिन का होगा और 28 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा। उत्तराखंड सरकार ने साधु-संतों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया। श्रद्धालुओं को इस दौरान कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कोरोना महामारी की तेज हो रही लहर के बीच कल यानी 1 अप्रैल से हरिद्वार में आम लोगों के लिए कुंभ मेला शुरू हो रहा है। हालांकि, कुंभ में डुबकी लगाने आने वाले श्रद्धालुओ को सख्त कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। हरिद्वार में श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग और आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए 150 टीमें काम करेंगी। साथ ही कुंभ ड्यूटी में तैनात सभी कर्मचारियों का वैक्सीनेशन भी होगा।

कुंभ को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट और वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ के दृष्टिगत हरिद्वार में वैक्सीनेशन और आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। बारिश, आंधी-तूफान से जर्जर तारों के टूटने और इससे होने वाली संभावित दुर्घटनाएं टालने के लिए हरिद्वार में भूमिगत केबलिंग करने का भी निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे राज्यों के जिन स्थानों पर अधिक मामले मिल रहे हैं, वहां से जो भी लोग उत्तराखंड आ रहे हैं, उनको कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाने पर ही प्रवेश दिया जाए। इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है। 1 अप्रैल से महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आने वालों को बीते 72 घंटे के दौरान कराए गए आरटी पीसीआर टेस्ट की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट साथ रखनी होगी।

वहीं उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने कुंभ में थर्मल स्क्रीनिंग के लिए 100 टीमों का गठन किया है। वहीं कोविड जांच के लिए भी इस बार टीमों की संख्या 40 से बढ़ाकर 50 की गई है। एंबुलेंस की संख्या को बढ़ाकर 32 से 54 किया गया है। उत्तर प्रदेश से 100 डॉक्टर्स और 148 पैरामेडिकल स्टाफ हरिद्वार पहुंच गए हैं। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कुंभ के दौरान कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उत्तराखंड के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। यह पत्र कड़े उपायों की आवश्यकता पर जोर देते हुए लिखा गया है।

इसके बाद सरकार ने तय किया है कि श्रद्धालुओं को कुंभ मेले में हरिद्वार आने से 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर जांच करवानी होगी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही श्रद्धालु कुंभ के दौरान हरिद्वार आ सकेंगे। विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा। जो श्रद्धालु अपना पंजीकरण नहीं करवाएंगे उन्हें कुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेला इस बार कोरोना महामारी के मद्देनजर केवल 28 दिन का होगा। उत्तराखंड सरकार ने साधु-संतों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया । कुंभ मेला एक अप्रैल से 28 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने हरिद्वार के जिलाधिकारी को सख्त निर्देश दिए हैं कि कुंभ ड्यूटी में लगे सभी लोगों का 100 प्रतिशत वैक्सिनेशन सुनिश्चित किया जाए।

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