बिक गया गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का पुश्तैनी घर, जानें किस तमिल एक्टर-प्रोड्यूसर ने खरीदा

सुंदर पिचाई का जन्म और पालन-पोषण चेन्नई के इसी घर में हुआ है। कहा जाता है कि वह 20 साल की उम्र तक इसी घर में रहे थे। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए 1989 में शहर छोड़ दिया था। इसके बाद गूगल तक के सफर की उनकी कहानी तो सबको पता ही है।

बिक गया गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का पुश्तैनी घर
बिक गया गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का पुश्तैनी घर
user

नवजीवन डेस्क

दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का चेन्नई स्थित पुश्तैनी घर बिक गया है। चेन्नई के अशोक नगर स्थित इसी घर से उनके फर्श से अर्श पर पहुंचने की कहानी जुड़ी है। इसी घर में पिचाई का बचपन से जवानी तक का समय बीता। इस घर को तमिल एक्टर और फिल्म प्रोड्यूसर सी मणिकंदन ने खरीदा है। हालांकि, ये सौदा कितने में हुआ है, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है।

एक्टर और प्रोड्यूसर सी. मणिकंदन, जो रियल एस्टेट के कारोबार में भी हैं, अशोक नगर में सुंदर पिचाई का पुश्तैनी घर खरीदने पर उत्साहित हैं, जहां पिचाई का जन्म और पालन-पोषण हुआ था। उन्होंने कहा कि वह उस घर को खरीदकर गर्व महसूस कर रहे हैं जहां सुंदर पिचाई का जन्म हुआ था। मणिकंदन ने कहा, चूंकि सुंदर पिचाई ने भारत को गौरवान्वित किया है, इसलिए जिस घर में वह रहते थे, उसे खरीदना मेरे जीवन की एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है।


मणिकंदन ने शहर के विभिन्न हिस्सों में अपने ब्रांड चेल्लप्पास बिल्डर्स के तहत लगभग 300 घरों का निर्माण और वितरण किया है। अभिनेता ने खुलासा किया कि सुंदर पिचाई के पिता आर.एस. पिचाई की यह पहली संपत्ति थी, इसलिए वह दस्तावेज सौंपते वक्त भावुक हो गए। मणिकंदन ने बताया घर का सौदा कई महीने पहले हो गया था, लेकिन पिचाई के पिता को भारत आने में समय लग गया, इसलिए डील अब फाइनल हुई है।

जब मणिकंदन ने सुना कि संपत्ति बिक्री के लिए है, तो उन्होंने तुरंत इसे खरीदने का फैसला किया। हालांकि, उन्हें आर.एस. पिचाई के अमेरिका से लौटने का इंतजार करना पड़ा। वह गूगल सीईओ के माता-पिता की विनम्रता से प्रभावित हुए। उन्होंने खुलासा किया कि सुंदर की मां ने खुद फिल्टर कॉफी बनाई और पहली ही मुलाकात में उनके पिता ने उन्हें दस्तावेज देने की पेशकश की।


एक्टर ने कहा कि सुंदर पिचाई के पिता ने भी इस बात पर जोर दिया कि संपत्ति के स्वामित्व के हस्तांतरण और पंजीकरण में तेजी लाने के लिए उनके बेटे के नाम का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। मणिकंदन ने कहा कि आर.एस. पिचाई ने पंजीकरण कार्यालय में घंटों इंतजार किया, उन्हें दस्तावेज सौंपने से पहले सभी आवश्यक करों का भुगतान किया।

सुंदर पिचाई का जन्म और पालन-पोषण चेन्नई में हुआ है। कहा जाता है कि वह 20 साल की उम्र तक इस घर में रहे थे। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर में मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए 1989 में शहर छोड़ दिया था। फिर इसके बाद गूगल तक के सफर की उनकी कहानी तो सबको पता ही है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia