माहौल बिगड़ने की कोशिशों के बीच अंकित के भाई की अपील, ख्याला को दूसरा कासगंज नहीं बनाएं

दिल्ली के ख्याला में अंकित सक्सेना की हत्या के तीन दिन बाद भी तनाव बरकरार है। इस बीच अंकित के भाई आशीष ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि ख्याला को दूसरा कासगंज नहीं बनाएं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राजधानी दिल्ली के ख्याला इलाके में प्रेम संबंधों के चलते 23 साल के फोटॉग्राफर अंकित सक्सेना की हत्या के तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन इलाके में अब भी तनाव बरकरार है। पीड़ित के घर पर अलग-अलग संगठनों और दलों के नेताओं का आना-जाना जारी है और घटना को लेकर तरह-तरह के बयानों का दौर भी जारी है। वहीं, अंकित के परिवार वाले इलाके का माहौल किसी हाल में बिगड़ने नहीं देना चाहते हैं।

अंकित के मौसेरे भाई आशीष दुग्गल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। आशीष ने कहा कि घटना के बाद से इलाके में माहौल को बेशक बिगाड़ने की कोशिश हो रही हो, लेकिन वे लोग दिल्ली को दूसरा कासगंज नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा, “इलाके का माहौल किसी सूरत में नहीं खराब होने देंगे। इस घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हम शांतिपूर्ण ढंग से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आवाज उठाएंगे।” थी। आशिष ने कहा कि उन्हें एक ही अफसोस है कि अनगिनत लोगों के सामने बीच चौराहे पर अंकित की हत्या कर दी गई, मगर कोई बचाने नहीं आया। लोग अपनी दुकानों के शटर गिरा कर भागने लगे और कुछ ही मिनटों में मानो कर्फ्यू लग गया। उन्होंने कहा, अंकित की हत्या से पता चलता है कि वहां मौजूद लोगों की इंसानियत भी उस वक्त मर गई थी।'

वहीं, इस मामले के तूल पकड़ने के बाद इलाके में कई तरह की अफवाएं फैल रही हैं। कहा जा रहा है कि तनाव फैलने के बाद एक समुदाय के सात परिवारों ने ख्याला से पलायन कर लिया है। हालांकि, किसी भी परिवार को अभी तक घर छोड़ने की पुष्टि नहीं हुई है। दिल्ली के रघुवीर नगर के आरजीबी ब्लॉक को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पीड़ित और आरोपी दोनों परिवार के घरों के आसपास अर्द्धसैनिक बल के अलावा दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। वहीं वरीय अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

दिल्ली के ख्याला इलाके में रहने वाले अंकित सक्सेना की दूसरे समुदाय की युएक लड़की से प्रेम करने की वजह से 3 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस बीच, रविवार को परिवार वालों ने हरिद्वार जाकर अंकित का अस्थि विसर्जन कर दिया।

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