पीएम के ‘हीरे’ का एक और हैरान करने वाला बयान: सिविल इंजीनियर ही जाएं सिविल सेवा में, मैकेनिकल इंजीनियर नहीं

त्रिपुरा के सीएम  बिप्लब देब ने एक और दिव्य ज्ञान दिया है। उन्होंने कहा है कि सिविल सेवा में सिर्फ सिविल इंजीनियर ही जाएं, मैकेनिकल इंजीनियर नहीं। इससे पहले इंटरनेट और डायना हेडन पर भी बोल चुके हैं।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

सिविल सर्विस में सिर्फ सिविल इंजीनियर जाएं, मैकेनिकल नहीं, डायना हेडन को बिना वजह मिस वर्ल्ड बनाया गया, इंटरनेट और सेटेलाइट 5000 साल पहले से भारत में है, और अगले तीन साल में त्रिपुरा की विकास दर पश्चिम बंगाल से ज्यादा हो जाएगी। यह दिव्यज्ञान दे रहे हैं हैंड पिक्ड त्रिपुरा के चीफ मिनिस्टर बिप्लब कुमार देब।

कमाल के हैं यह देव, दिव्य ज्ञान से ओत-प्रोत...

सबसे पहले उनके ताजा कथन को पढ़ लीजिए। उन्होंने शनिवार को कहा कि सिविल सर्विस में तो सिर्फ सिविल इंजीनियर को ही जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें निर्माण का अनुभव होता है। प्रशासन में भी समाज निर्माण करना होता है, और उनका अनुभव इसमें काम आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मैकेनिकल इंजीनियर्स को सिविल सेवा में नहीं जाना चाहिए। अगरतला में सिविल सर्विस डे के मौके पर सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पहले आर्टस पढ़ने वाले छात्र अमूमन सिविल सेवा परीक्षा में बैठते थे, अब डॉक्टर्स और इंजीनियर्स भी इसके लिए आवेदन करते हैं। बिप्लब देब ने कहा कि सिविल इंजीनियर्स के पास समाज के बेहतर निर्माण का ज्ञान होता है।

बाकी बातों से पहले यह समझ लीजिए कि सिविल इंजीनियर करता क्या है? वैसे तो आजकल बच्चों को भी पता है सिविल इंजीनियर का काम, फिर भी महाज्ञानी देव की जानकारी लिए बताना जरूरी है कि सिविल इंजीनियर इमारतें, सड़कें, पुल, रेलवे लाइनें और इसी प्रकार के अन्य ढांचागत निर्माण में पारंगत होते हैं। लगता है बिप्लब देब ने इसी निर्माण कौशल को समाज निर्माण के लिए उपयुक्त समझ लिया है।

सोशल मीडिया पर बिप्लब देव को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। मल्यालम लेखक एन एस माधवन ने लिखा है कि, “जब मोदी ने त्रिपुरा के लोगों से कहा था कि वे उन्हें हीरा देने वाले हैं, तो उन्होंने कल्पना नहीं की होगी कि यह इतना अद्भुत होगा।”

वैसे इस तरह के बयान की बिप्लब देव ने हैट्रिक लगा ली है। एक ट्विटर यूजर ने उनके पिछले तीनों बयान एक साथ पेश कर दिए हैं।

अभी दो दिन पहले ही उन्होंने बयान दिया था कि आज महिलाएं खूबसूरती के लिए ब्यूटी पार्लर पर निर्भर हैं, जबकि भारतीय महिलाएं ऐसा नहीं करती थीं। उन्होंने कहा, “1997 में मिस इंडिया वर्ल्ड बनीं डायना हेडन इस काबिल नहीं थीं, क्या आपको लगता है, वो इस ख़िताब के काबिल थीं?” बिप्लव देव ने कहा कि सौंदर्य प्रतियोगिताओं के आयोजक अंतर्राष्ट्रीय मार्केटिंग माफिया होते हैं जो पहले लड़कियों को भर्ती करते हैं और इसके बाद उनको रैंप पर चलवाते हैं। यहां पहले से तय कर लिया जाता है कि किसको अवॉर्ड देना है।

बिप्लब देब के इस बयान पर पूर्व मिस वर्ल्ड डायना हेडन ने उन्हें करारा जवाब दिया था। डायना ने कहा था कि सीएम के पद की एक गरिमा होती है कम से कम उसका ख्याल रखिए। उन्होंने कहा कि सांवले रंग से क्या उनको शर्म आती है और अगर ऐसा है भी तो वो गलत हैं क्योंकि सांवला रंग तो हम भारतीयों का गर्व है।

अभी कुछ दिन पहले ही बिप्लब देब इंटरनेट पर दिए गए बयान को लेकर सुर्खियों में थे। उन्होंने कहा था कि भारत की संस्कृति बहुत महान है और 99 फीसदी भारत के लोग इस बात पर भरोसा करते हैं कि भारत और इसकी संस्कृति बहुत महान है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिप्लब ने कहा था कि महाभारत काल में भी इंटरनेट और सैटेलाइट की सुविधा उपलब्ध थी। अन्यथा कैसे संजय धृतराष्ट्र को महाभारत का आंखों देखा हाल सुना सकते थे। इससे साबित होता है कि उस वक्त भी इंटरनेट और सैटेलाइट की सुविधा थी।

अब जरा बिप्लब देब का इतिहास और भूगोल दोनों ही जान लीजिए। बिप्लब देव का जन्म यूं तो त्रिपुरा के उयदपुर जिले के काकराबान नाम की जगह पर हुआ था। अब यह इलाका गोमोटी जिले में है। लेकिन आजादी के पहले उनका परिवार मूलरूप से बांग्लादेश के चांदपुर के कचुया उपजिले में मेघडेर गांव में रहता था। 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संघर्ष के दौरान इनके पिता हिरूधन देव और माता मीना रानी देव बांग्लादेश से भारत चले आए थे। इनकी स्कूली शिक्षा और स्नातक तक की पढ़ाई त्रिपुरा में हुई, और बाद में वे आ गए दिल्ली। दिल्ली में कई नेताओं के पीए रहे। जिन नेताओं के पीए रहे बिप्लब देव उनमें सतना से बीजेपी सांसद गणेश सिंह, बीजेपी के महासचिव रहे गोविंदाचार्य और धनबाद की पूर्व सांसद रीता वर्मा के नाम हैं। इस दौरान बिप्लब जिम इंस्ट्रक्टर भी रहे हैं। वही जो जिम में आपको बताता रहता है कि ट्रेड मिल पर कैसे दौड़े, कितनी देर साइकलिंग करें आदि आदि।

जब यह मुख्यमंत्री बने थे तो इनकी जीवनी कई जगह छपी थी, जिसमें कहा गया था कि बिप्लब के राजनीतिक गुरु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। गुरु के इस चेले के बयानों को सुनने पढ़ने के बाद अब आगे क्या लिखना !!!

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