साइरस मिस्त्री की मौत मामले में एक और खुलासा! हाईवे पर 100 KMPH की रफ्तार से दौड़ रही थी कार, फिर अचानक...

मर्सिडीज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि साइरस मिस्त्री की कार टकराने से 5 सेकेंड पहले डॉक्टर अनायता पंडोले ने ब्रेक लगाए थे, जिसके बाद कार की स्पीड घटकर 89 KMPH पर आ गई थी। इससे पहले कार की स्पीड 100 KMPH से भाग रही थी।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पालघर में सड़क हादसे में उद्योगपति साइरस मिस्त्री की मौत मामले में एक और खुलासा हुआ है। साइरस की कार की जांच के बाद मर्सिडीज कंपनी ने जानकारी दी है कि साइरस की कार हादसे से ठीक पहले 100 KMPH की स्पीड से दौड़ रही थी। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि कार टकराने से 5 सेकेंड पहले डॉक्टर अनायता पंडोले ने ब्रेक लगाए थे, जिसके बाद कार की स्पीड घटकर 89 KMPH पर आ गई थी।

हांगकांग से मर्सिडीज बेंज विशेषज्ञों की टीम भारत आने वाली है। 12 सितंबर को यह टीम हादसे की वजहें जानने के लिए कार की जांच कर सकती है। कंपनी ने कार में लगी चिप विश्लेषण के लिए जर्मनी भेजी है। इससे पहले, IIT खड़गपुर की फोरेंसिक टीम ने हादसे के लिए हाईवे पर बने सूर्या नदी के पुल की खराब डिजाइन को जिम्मेदार बताया था। फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट के मुताबिक कार की हालत और मिस्त्री के पोस्टमॉर्टम के समय अंदरूनी अंगों के जख्म यह दिखाते हैं कि कार बेहद तेज रफ्तार से चल रही थी। टीम के सदस्यों ने कहा कि हमारे पास पुख्ता रिपोर्ट है कि पिछली सीट पर बैठे दोनों लोगों (साइरस और जहांगीर) ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखा था।

वहीं, आरटीओ ने भी अपनी रिपोर्ट पालघर पुलिस को दे दी है। आरटीओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जब एक्सीडेंट हुआ, तब चार एयर बैग्स खुल गए थे. इनमें से तीन एयर बैग्स ड्राइवर के सामने, नीचे और सिर के पास खुल गए थे। जबकि एक एयर बैग ड्राइवर की बगल वाली सीट के सामने खुल गया था।


र्सिडीज बेंज ने अपने बयान में कहा कि हम ग्राहकों की गोपनीयता का सम्मान करते हैं और हम अपने निष्कर्षों को केवल अधिकारियों के साथ साझा करेंगे। हम हर संभव उनके साथ सहयोग कर रहे हैं और मामले पर मांगी गई अधिक जानकारी और स्पष्टीकरण सीधे उन्हें उपलब्ध कराएंगे।

दूसरी ओर इस हादसे के बाद पालघर के कलेक्टर गोविंद बोडके ने बताया कि राजमार्ग मंत्रालय की टीम के साथ जिला प्रशासन की टीम 14 सितंबर को NH-98 का ऑडिट करेगी। जांच के दौरान इससे हाईवे की डिजाइन में टेक्निकल फॉल्ट का पता लग सकेगा। 2013 में इस हाईवे पर 9 ब्लैक स्पॉट्स यानी दुर्घटना की संभावना वाले हिस्से मिले थे। अब इस हाईवे के ब्लैक स्पॉट्स पर साइन बोर्ड लगाने की तैयारी भी की जा रही है।


गौरतलब है कि 4 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई हाईवे पर रविवार को एक भीषण हादसा हुआ था। इस हादसे में टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का निधन हो गया था। उनकी मर्सिडीज GLC 220 कार हाईवे पर सूर्या नदी के पुल पर बने डिवाइडर से टकरा गई थी। इस हादसे में मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले की मौत हो गई थी। जबकि कार ड्राइव कर रहीं डॉ. अनायता पंडोले और उनके पति दरीयस पंडोले घायल हैं।

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