'कोटा फैक्ट्री' में तैयारी कर रहे एक और छात्र ने लगाया मौत को गले, सुसाइड नोट में लिखा- सॉरी पापा

अपने पिता के नाम लिखे अपने आखिरी खत में भरत ने अपने दर्द को शब्दों में बयां करते हुए लिखा कि अब वो थक चुका है, हार चुका है, मेहरबानी कर उससे कोई उम्मीद ना ही रखी जाए। भरत के सुसाइड नोट से मालूम पड़ता है कि वो पिछले कई दिनों से मानसिक दबाव झेल रहा था।

'कोटा फैक्ट्री' में तैयारी कर रहे एक और छात्र ने लगाया मौत को गले
'कोटा फैक्ट्री' में तैयारी कर रहे एक और छात्र ने लगाया मौत को गले
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नवजीवन डेस्क

“सॉरी पापा ! इस बार भी मेरा सेलेक्शन नहीं हो पाएगा”। एक कागज पर ये शब्द लिख कर राजस्थान के कोटा में एक और प्रतियोगी छात्र ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। छात्र की पहचान भरत के रूप में हुई है जो पिछले कई माह से कोटा में रहकर एग्जाम की तैयारी कर रहा था। इससे एक दिन पहले ही कोटा में नीट की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने खुदकुशी कर ली थी।

अपने पिता के नाम लिखे अपने आखिरी खत में भरत ने अपने दर्द को शब्दों में बयां करते हुए उसने यह इजहार करने से कोई परहेज नहीं किया कि अब वो थक चुका है, हार चुका है, मेहरबानी कर उससे कोई उम्मीद ना ही रखी जाए। भरत के सुसाइड नोट से मालूम पड़ता है कि वो पिछले कई दिनों से मानसिक दबाव झेल रहा था।


भरत अपने भांजे रोहित के साथ कोटा के तलवंडी इलाके में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। भांजे रोहित ने बताया कि वो सुबह करीब 10 बजे कटिंग कराने गया था। इसके बाद जब वो आया तो उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से किसी ने भी जवाब नहीं दिया।

रोहित ने बताया कि आमतौर पर भरत इस समय सोता रहता था, तो उसे लगा कि शायद वो सो रहा होगा, लेकिन जब उसने खिड़की से झांककर अंदर का नाजरा देखा, तो उसके होश फाख्ता हो गए। रोहित फांसी के फंदे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर चुका था। इसके बाद, रोहित ने फौरन पुलिस और परिजनों को मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भरत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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