पाकिस्तान पर नजर! जुबां पर 'हिंदू राष्ट्र' का नाम, बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री ने दे दिया बड़ा बयान

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संविधान में भीमराव अम्बेडकर ने पंथनिरपेक्ष कहा है, धर्मनिर्पेक्ष नहीं। भारत में रहने वाले लोग हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं। और यह मांग मुसलमान और सिख भाई भी मांग कर रहे हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। कभी 'चमत्कार' करने को लेकर सुर्खियों में आए धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगना बदस्तूर जारी है। 'चमत्कार' को लेकर पूछे गए सवालों में कई बार वह बुरी तरह से घिर गए। बाद में उन्हें यहां तक कहना पड़ा कि वह कोई 'चमत्कारी' नहीं हैं। धर्म परिवर्तन और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर भी वह सुर्खियों में रहते हैं। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करते हुए उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिया है। धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान खूब वायरल हो रहा है।

सवाल यह है कि आखिर हिंदू राष्ट्र का नाम लेते हुए पाकिस्तान को उन्होंने आखिर क्या कह दिया है? आइए अब को ये बताते हैं। दरअसल उनसे यह सवाल पूछा गया कि जब भारत एक संविधान में विश्वास रखता है, और यह संविधान सभी लोगों और धर्मों को बराबरी का हक देता है, ऐसे में आप हिंदू राष्ट्र की मांग कैसे कर सकते हैं? इसका जवाब दिते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संविधान के प्रथम पृष्ठ पर भगवान राम का चित्र अंकित है। इस पर उन्होंने जोर देते हुए कहा, भारत में हिंदू राष्ट्र परंपरा क्यों नहीं है? जब हिंदूस्तान में हिंदू रहते हैं तो भारत हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाला हर शख्स हिंदू है। मुसलमान भी हिंदू है चाहे वो माने या न माने। जब एक देश में एक धर्म हो सकता है। इसलाम देश में इसलाम धर्म हो सकता है। पाकिस्तान में भी हिंदू रहते हैं, बाग्लादेश में भी हिंदू रहते हैं, जब वो देश इसलामिक हो सकते हैं तो भारत हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं हो सकता?


धीरेंद्र शास्त्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि हमने कभी संविधान का विरोध नहीं किया है। हम संविधान के साथ हैं। मैंने कभी ये नहीं कहा कि हमें हिंदू राष्ट्र बनाना है। हम हिंदू राष्ट्र की मांग अपने ईश्वर से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में हर शख्स को बोलने का अधिकार है और हम उसी आधार पर अपनी बात रख रहे हैं। संविधान को हमने स्वीकार किया और हम भीमराव अम्बेडकर के पक्षकार हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संविधान में भीमराव अम्बेडकर ने पंथनिरपेक्ष कहा है, धर्मनिर्पेक्ष नहीं। भारत में रहने वाले लोग हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं। और यह मांग मुसलमान और सिख भाई भी मांग कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि और जिन्हें हिंदू राष्ट्र से दिक्कत है वो यहां से चला जाएं। उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर जिन्हें इस बात से दिक्कत है वह भारत से किस देश में चले जाएं?

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Published: 15 Feb 2023, 1:18 PM