बांग्लादेश ने प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत को पछाड़ा, कोरोना संकट में भी विकास की दौड़ जारी

बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 2,227 डॉलर हो गई है, जो भारत की प्रति व्यक्ति आय 1,947 डॉलर से 280 डॉलर अधिक है। दरअसल हाल के वर्षों में बांग्लादेश ने कई आर्थिक-सामाजिक पैमानों पर तरक्की की है, जिसका असर वहां की अर्थव्यवस्था के विकास में दिख रहा है।

फोटोः Dhaka Tribune
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नवजीवन डेस्क

बांग्लादेश ने वित्त वर्ष 2020-2021 में अपने पड़ोसी देश भारत के मुकाबले काफी ज्यादा तरक्की की है। बांग्लादेश के योजना मंत्री एमए मन्नान ने इस हफ्ते देश की कैबिनेट को सूचित किया कि बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय अब 2,064 डॉलर से बढ़कर 2,227 डॉलर हो गई है। बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय अब भारत की प्रति व्यक्ति आय 1,947 डॉलर से 280 डॉलर अधिक हो गई है।

वहीं, बांग्लादेश के कैबिनेट सचिव खांडकर अनवारुल इस्लाम ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में हमारी प्रति व्यक्ति आय 2,227 डॉलर दर्ज हुई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की प्रति व्यक्ति आय 2,064 डॉलर थी। इस दृष्टि से विकास दर 9 प्रतिशत है। साल 2007 में बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय भारत की तुलना में आधी थी, लेकिन अगर आईएमएफ के नवीनतम वर्ल्ड ईकोनॉमिक आउटलुक पर यकीन किया जाए तो साल 2025 में यह एक बार फिर से प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के मामले में भी अपने पड़ोसी देश से आगे निकल जाएगा।


हालांकि, बांग्लादेशियों के लिए खुशी की बात यह है कि इसने अपने एक और पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी इस मामले में पछाड़ दिया है, जिसे सन 1971 में हुए नरसंहार के एक बदले के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें तीस लाख बंगाली मार दिए गए थे और साथ ही पाकिस्तान की सेना द्वारा लाखों महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया था। इस दौरान पाक सेना द्वारा बांग्ला मुक्ति युद्ध को दबाया जा रहा था। पीएम शेख हसीना ने हाल ही में पत्रकारों से कहा था, "मेरे पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान ने 1971 में पाकिस्तान से अलग होने का सही फैसला लिया। देख लीजिए कि आज वे कहां हैं और हम कहां हैं।"

गौरतलब है कि हाल के वर्षों में बांग्लादेश ने कई आर्थिक-सामाजिक पैमानों पर तरक्की की है। 1974 में भयानक अकाल का सामना करने वाला बांग्लादेश अब खाद्यान्न उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बन चुका है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी बांग्लादेश तेजी से विकास कर रहा है। यह कपड़ा उद्योग में चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। बीते दशक में बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था औसत 6 प्रतिशत वार्षिक दर से बढ़ी है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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