बंगाल: ममता के मंत्री पर रेलवे स्टेशन पर बम से हमला, सीआईडी ने शुरू की जांच

पश्चिम बंगाल के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने राज्य के मंत्री जाकिर हुसैन पर बुधवार की रात हुए बम हमले की जांच गुरुवार को शुरू कर दी।

फोटो : IANS
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आईएएनएस

पश्चिम बंगाल के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने राज्य के मंत्री जाकिर हुसैन पर बुधवार की रात हुए बम हमले की जांच गुरुवार को शुरू कर दी। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में निमतिता रेलवे स्टेशन पर अज्ञात हमलावरों द्वारा बुधवार की रात बम से किए गए हमले में राज्य के मंत्री जाकिर हुसैन और अन्य 21 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने गुरुवार को रेलवे स्टेशन का दौरा किया और सबूत एकत्र किए।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एसएसकेएम अस्पताल का दौरा किया, जहां श्रम राज्यमंत्री और अन्य घायलों को चिकित्सा उपचार के भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच आपराधिक जांच विभाग को सौंप दी है। सीआईडी टीम विस्फोट स्थल पर गई और अपनी जांच शुरू कर दी है।

ममता ने कहा, "यह एक सुनियोजित साजिश है।" उन्होंने रेलवे के सुरक्षाकर्मियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए।

हादसा रात करीब 10 बजे निमतिता रेलवे स्टेशन पर हुआ। हादसा उस समय हुआ, जब बुधवार की रात सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के साथ मंत्री राज्य की राजधानी में पार्टी की बैठक में भाग लेने के लिए जा रहे थे और ट्रेन के इंतजार में प्लेटफॉर्म पर खड़े थे।


इस विस्फोट में मंत्री सहित 22 लोग घायल हो गए। उनमें से 10 को कोलकाता के अस्पतालों में भेज दिया गया है। अज्ञात हमलावरों द्वारा एक क्रूड बम फेंके जाने के बाद हुसैन गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

एसएसकेएम अस्पताल का दौरा करने वाले मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि हुसैन के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। हकीम ने कहा कि अब उनकी हालत स्थिर है, लेकिन उसकी उंगलियों और पैर में चोटें हैं।

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह घटना विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ पार्टी में घुसपैठ के कारण हुई है, जबकि कांग्रेस ने राज्य सरकार पर कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है।

पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, "यह घटना साबित करती है कि बंगाल मंत्रियों के लिए भी सुरक्षित नहीं है। टीएमसी सरकार कानून और व्यवस्था का प्रबंधन करने में विफल रही है।"

बम हमले के विरोध में सत्तारूढ़ तृणमूल कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 34 को कई घंटों तक बाधित रखा।

पश्चिम बंगाल में हाल के वर्षो में किसी मंत्री पर यह पहला ऐसा हमला है, जो विधानसभा चुनाव से पहले हुआ है।

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